ओमेगा-3 फैटी एसिड्स (Omega-3 fatty acids) भी लोगों में हार्ट डिजीज के जोखिम को कम कर सकते हैं। फिश ओमेगा -3 का अच्छा स्रोत होता है। इसलिए, फिश को एक अच्छा नेचुरल बीटा ब्लॉकर माना जा सकता है। हार्ट डिजीज या हायपरटेंशन (Hypertension) की स्थिति में फिश जैसे सालमोन या ट्राउट आदि के सेवन की सलाह दी जा सकती है।
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यह तो थी नेचुरल बीटा-ब्लॉकर्स (Natural Beta-Blockers) के बारे में जानकारी। इन नेचुरल बीटा-ब्लॉकर्स जैसे फल, सब्जियों, नट्स, सीड्स, फिश आदि का सेवन करना पूरी तरह से लाभदायक और सेफ है। लेकिन, अगर किसी व्यक्ति को इससे एलर्जी हो, तो उनके इनका सेवन करने से बचना चाहिए। इनमें से अधिकतर हर्ब्स और स्पाइस के सेवन से भी नेगेटिव साइड इफेक्ट्स का जोखिम कम होता है। लेकिन, इनका सेवन सही मात्रा में करना चाहिए। किंतु, ऊपर बताये कुछ हर्ब्स या सप्लीमेंट्स आपके द्वारा ली जाने वाली मेडिकेशन्स और अन्य सप्लीमेंट्स के साथ इंटरेक्ट कर सकते हैं। ऐसे में इनका सेवन करने से पहले डॉक्टर से इस बारे में अवश्य जान लें।
उम्मीद है कि नेचुरल बीटा-ब्लॉकर्स (Natural Beta-Blockers) के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। बहुत से फूड्स, हर्ब्स, सप्लीमेंट्स आदि नेचुरल बीटा-ब्लॉकर्स की तरह काम करते हैं। उनमें कुछ ऐसे इंग्रेडिएंट्स होते हैं जो बीटा-ब्लॉकर्स (Beta-Blockers) के प्रभावों के जैसे काम करते हैं। बीटा-ब्लॉकर्स (Beta-Blockers) के नेचुरल सोर्सेज कहीं भी उपलब्ध होते हैं। यही नहीं, अगर इन्हें सही मात्रा में और डॉक्टर की सलाह के बाद आप लेंगे तो यह आपके लिए पूरी तरह से सुरक्षित हैं। अगर इनके बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है तो तुरंत डॉक्टर से इस बारे में बात करना न भूलें।
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