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पोटैशियम से BP कंट्रोल किया जा सकता है या नहीं? (BP control from Potassium)
इलेक्ट्रोलाइट मिनरल्स को कहा जाता है जैसे सॉडियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम। यह टिश्यूज और बॉडी फ्लूइड में मौजूद होते हैं। यह मिनरल्स नर्व फंक्शन, मसल्स फंक्शन, फ्लूइड रेगुलेशन और ब्लड प्रेशर के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं। सोडियम भी ब्लड प्रेशर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालांकि, पोटैशियम से BP कंट्रोल (BP control from Potassium) के बारे में अभी पर्याप्त जानकारी मौजूद नहीं है। लेकिन यह मिनरल कई फूड्स में पाया जाता है जो मसल्स को सही से काम करने में मदद करते हैं। खासतौर पर उस मसल्स को जो हार्ट बीट (Heart beat)और ब्रीदिंग (Breathing) को कंट्रोल करती हैं।
ऐसा माना जाता है पोटैशियम से रिच खाद्य पदार्थ हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) को मैनेज करने के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। क्योंकि, पोटैशियम सोडियम के प्रभाव को कम करता है। जितना अधिक आप पोटैशियम का सेवन करते हैं, उतना ही अधिक यूरिन के माध्यम से सोडियम आप लूज करते हैं। पोटैशियम ब्लड वेसल वॉल्स में टेंशन से राहत पाने में भी मददगार है, जिससे भविष्य में ब्लड प्रेशर को लो रखने में मदद होती है।लेकिन, पोटैशियम को कितनी मात्रा में लेना आपके लिए सही रहेगा। इसके बारे में भी जानकारी होना आवश्यक है। क्योंकि पोटैशियम का सेवन किडनी के रोगियों के लिए हानिकारक हो सकता है।
किसी अन्य हेल्थ कंडिशंस की स्थिति या कुछ खास दवाईयां जिन्हें आप ले रहे हैं, उनके साथ पोटैशियम का सेवन करना भी नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसके बारे में डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है। पोटैशियम ब्लड प्रेशर हेल्थ के लिए एक वेल-राउंडेड प्लान का एक कॉम्पोनेन्ट है। भले ही पोटैशियम, सोडियम के रक्तचाप बढ़ाने वाले प्रभावों को कम कर सकता है, अधिक पोटैशियम के सेवन के साथ ही हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना भी जरूरी है। पोटैशियम से BP कंट्रोल (BP control from Potassium) के बारे में अधिक जानकारी से डॉक्टर से बात करना जरूरी हैहै।

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पोटैशियम से BP कंट्रोल: पोटैशियम का अधिक सेवन हानिकारक हो सकता है?
जैसा की पहले ही बताया गया है कि बहुत अधिक पोटैशियम किडनी डिसऑर्डर से पीड़ित लोगों के लिए हार्मफुल है। क्योंकि, इस कंडिशन में किडनी ब्लड से पोटैशियम को कम करने में सक्षम होती हैं, इसलिए बहुत अधिक पोटैशियम का निर्माण हो सकता है। हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) की तरह हाय पोटैशियम के कारण अधिक लक्षण नजर नहीं आते हैं। लेकिन, पेट में समस्या, लो ,वीक या अनियमित पल्स और बेहोशी पोटैशियम के हाय लेवल के कुछ लक्षण हैं। ओवर-द-काउंटर पोटैशियम सप्लीमेंट (Potassium supplements) को लेने से पहले डॉक्टर से अवश्य पूछ लें।
साल्ट सब्स्टीट्यूट लेने से पहले भी डॉक्टर से इस बारे में जानना जरूरी है। क्योंकि, इसके कारण कुछ खास हेल्थ कंडिशंस से पीड़ित लोगों या जो लोग हाय ब्लड पोटैशियम के लिए ACE इन्हिबिटर्स का इस्तेमाल करते हैं, उन का पोटैशियम लेवल बढ़ सकता है। यह तो थी पोटैशियम से BP कंट्रोल (BP control from Potassium) के बारे में जानकारी। BP कंट्रोल करने के कई अन्य तरीके भी हैं। इनके बारे में जानकारी होना भी आवश्यक है। आइए जानें ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के अन्य तरीकों के बारे में।
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BP को कंट्रोल कैसे करें? (How to control BP)
अगर आपको हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) की समस्या है, तो यह जरूरी है कि आप उन तरीकों को अपनाएं। ताकि, आप इसके लक्षणों को बदतर होने से बचा सकें और इससे अन्य कॉम्प्लीकेशन्स से भी बचा जा सके। इसके कुछ आसान तरीके इस प्रकार हैं: