हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम में एंटिहिस्टामाइन ट्रीटमेंट : काम आ सकती हैं ये दवाएं (Antihistamines for Hyperemesis Gravidarum)
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक गर्भावस्था के दौरान कई महिलाओं में हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम की समस्या होती है। ऐसी स्थिति में महिलाओं को एंटिहिस्टामाइन ट्रीटमेंट दिया जाता है। आमतौर पर हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम में एंटिहिस्टामाइन ट्रीटमेंट (Antihistamines for Hyperemesis Gravidarum) के दौरान कुछ दवाएं प्रिसक्राइब की जा सकती हैं। क्योंकि यह दवाएं सेंट्रल नर्वस सिस्टम पर खराब प्रभाव नहीं डालती, इसलिए गर्भावस्था में इनका सेवन सेफ माना जा सकता है। लेकिन गर्भावस्था के दौरान एंटिहिस्टामाइन ट्रीटमेंट लेने से पहले आपको डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। डॉक्टर की सलाह के बगैर इन दवाओं का इस्तेमाल करना आपके और शिशु के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। आइए अब जानते हैं हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम में एंटिहिस्टामाइन ट्रीटमेंट (Antihistamines) के अंतर्गत किन दवाओं का समावेश होता है।
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हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम में एंटिहिस्टामाइन ट्रीटमेंट : सिट्राजिन (Citrazine)
सिट्राजिन, हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम में एंटिहिस्टामाइन ट्रीटमेंट (Antihistamines for Hyperemesis Gravidarum) के अंतर्गत दी जाती है। लेकिन कई बार यह दवा प्रेग्नेंसी में होनेवाली एलर्जी की समस्याओं के लिए भी दी जाती है। इस दवा का इस्तेमाल खाने के बाद किया जाना चाहिए। इस दवा को खाने के बाद अक्सर डिजीनेस की समस्या होती है, इसलिए सोने से पहले इस दवा को लेने की सलाह दी जाती है। वैसे सिट्राजिन से आपको किसी तरह की समस्या नहीं होती, लेकिन कई बार इसके साइड इफेक्ट के तौर पर आपको जरूरत से ज्यादा नींद या डिजीनेस की समस्या दिखाई दे सकती है। इसलिए डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इसका सेवन किया जाना चाहिए।
हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम में एंटिहिस्टामाइन ट्रीटमेंट : फेक्सोफेनाडाइन (Fexofenadine)
फेक्सोफेनाडाइन हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम में एंटिहिस्टामाइन ट्रीटमेंट (Antihistamines for Hyperemesis Gravidarum) के अंतर्गत दी जाती है। लेकिन कई बार यह दवा प्रेग्नेंसी में होनेवाली एलर्जी की समस्याओं के लिए भी दी जाती है। इस दवा का इस्तेमाल खाने के बाद किया जाना चाहिए। इस दवा को खाने के बाद अक्सर डिजीनेस की समस्या होती है, इसलिए सोने से पहले इस दवा को लेने की सलाह दी जाती है। वैसे फेक्सोफेनाडाइन से आपको किसी तरह की समस्या नहीं होती, लेकिन कई बार इसके साइड इफेक्ट के तौर पर आपको जरूरत से ज्यादा नींद या डिजीनेस की समस्या दिखाई दे सकती है। इसलिए डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इसका सेवन किया जाना चाहिए।
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हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम में एंटिहिस्टामाइन ट्रीटमेंट : लोरैटैडाइन और डेस्लोरैटैडाइन (Loratadine and Desloratadine)
लोरैटैडाइन और डेस्लोरैटैडाइन हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम में एंटिहिस्टामाइन ट्रीटमेंट (Antihistamines for Hyperemesis Gravidarum) के अंतर्गत दी जाती है। लेकिन कई बार यह दवा प्रेग्नेंसी में होनेवाली एलर्जी की समस्याओं के लिए भी दी जाती है। इस दवा का इस्तेमाल खाने के बाद किया जाना चाहिए। इस दवा को खाने के बाद अक्सर डिजीनेस की समस्या होती है, इसलिए सोने से पहले इस दवा को लेने की सलाह दी जाती है। वैसे लोरैटैडाइन और डेस्लोरैटैडाइन से आपको किसी तरह की समस्या नहीं होती, लेकिन कई बार इसके साइड इफेक्ट के तौर पर आपको जरूरत से ज्यादा नींद या डिजीनेस की समस्या दिखाई दे सकती है। इसलिए डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इसका सेवन किया जाना चाहिए।
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हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम में एंटिहिस्टामाइन ट्रीटमेंट (Antihistamines) के दौरान आपको खास ध्यान रखने की जरूरत पड़ती है। गर्भावस्था की वजह से आप कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, वहीं हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम में एंटिहिस्टामाइन ट्रीटमेंट (Antihistamines for Hyperemesis Gravidarum) से आपको अन्य साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। इसलिए डॉक्टर की सलाह के बाद अपनी स्थिति को ध्यान में रखते हुए एंटिहिस्टामाइन ट्रीटमेंट लिया जाना चाहिए। आमतौर पर हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम में एंटिहिस्टामाइन ट्रीटमेंट सेफ माना जाता है, लेकिन कई महिलाओं को यह दवाइयां सूट नहीं होती। यही वजह है कि इन दवाओं को बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेना चाहिए।