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घर पर ब्लड प्रेशर मॉनिटर करने के लिए 6 स्टेप और 7 बातों का रखें ध्यान


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 12/08/2021

    घर पर ब्लड प्रेशर मॉनिटर करने के लिए 6 स्टेप और 7 बातों का रखें ध्यान

    यूरोपीयन सोसायटी ऑफ कार्डियोलॉजी (European Society of Cardiology) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार भारत के 180,000 युवाओं में ब्लड प्रेशर की समस्या रजिस्टर की गई है। इसी आंकड़ों में 89,210 युवाओं की उम्र 18 से 39 वर्ष बताई गई है। ब्लड प्रेशर की समस्या अनहेल्दी लाइफ स्टाइल के कारण से ज्यादा हो रही है। हालांकि ऐसा नहीं है कि ब्लड प्रेशर का इलाज नहीं किया जा सकता, दरअसल थोड़ी सी देखरेख इस लाइफ स्टाइल डिजीज से आपको बचा सकती है और ब्लड प्रेशर नॉर्मल (Normal blood pressure) रहने से कई गंभीर बीमारियों से भी बचा जा सकता है। इसलिए आज ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) से जुड़ी जानकारियों के साथ-साथ ब्लड प्रेशर मॉनिटर (Blood pressure monitor) के बारे में भी समझेंगे। दरअसल ब्लड प्रेशर मॉनिटर की मदद से आप समय-समय पर ब्लड प्रेशर चेक कर सकते हैं।

    ब्लड प्रेशर मॉनिटर (Blood pressure monitor)

    हेल्दी व्यक्ति के शरीर का नॉर्मल ब्लड प्रेशर 120/80 mmHg होता है, लेकिन अगर किसी कारण से ब्लड प्रेशर लेवल 140/90 mmHg या फिर इससे ज्यादा बढ़ने लगे तो व्यक्ति को हाय ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। ब्लड प्रेशर की समस्या हाय या लो हो सकती है। इसलिए ब्लड प्रेशर मॉनिटर (Blood pressure monitor) की मदद से ब्लड प्रेशर समय-समय पर चेक करना चाहिए। ब्लड प्रेशर मॉनिटर पर अलग-अलग रीडिंग्स को समझना बेहद जरूरी है, क्योंकि तभी आप समझ सकते हैं कि आपको हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) की समस्या है या लो ब्लड प्रेशर (Low Blood Pressure) की समस्या।

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    ब्लड प्रेशर मॉनिटर (Blood pressure monitor) पर दिखने वाले डिजिट्स को कैसे समझें?

    ब्लड प्रेशर मॉनिटर (Blood pressure monitor)

    ब्लड प्रेशर मॉनिटर पर ब्लड प्रेशर लेवल के बारे में जान लेते हैं। जैसे:

    • 90/60mmHg या इससे कम- ब्लड प्रेशर 90/60mmHg या इससे कम रहता है, तो इसका अर्थ है लो ब्लड प्रेशर की समस्या। हालांकि लो ब्लड प्रेशर से कोई परेशानी तो नहीं होती है, लेकिन बीपी कम (Low Blood Pressure) होने की स्थिति में आप बेहोश हो सकते हैं या आपको चक्कर आ सकता है। ज्यादा दिनों तक ऐसी परेशानी किसी अन्य हेल्थ कंडिशन की स्थिति पैदा कर सकती है।
    • 90/60mmHg से 120/80mmHg- यह नॉर्मल ब्लड प्रेशर माना जाता है। जिन लोगों का ब्लड प्रेशर 90/60mmHg से 120/80mmHg के बीच रहता है, तो उनमें हार्ट डिजीज (Heart Disease) और स्ट्रोक (Stroke) का खतरा कम रहता है। ऐसे में हेल्दी लाइफ स्टाइल मेंटेन करने से ब्लड प्रेशर को नॉर्मल बनाये रखने में मदद मिल सकती है।
    • 120/80mmHg से 140/90mmHg- ब्लड प्रेशर अगर 120/80mmHg से 140/90mmHg के बीच रहे, तो ऐसी स्थिति प्री-हाय ब्लड प्रेशर pre-high blood pressure कहलाती है। ऐसी स्थिति भविष्य में हाय ब्लड प्रेशर की संभावनाओं को बढ़ाने का काम करती है। प्री-हाय ब्लड प्रेशर से नॉर्मल ब्लड प्रेशर के लिए हेल्दी लाइफ स्टाइल मेंटेन करना बेहद जरूरी माना जाता है।
    • 140/90mmHg या इससे ज्यादा- ब्लड प्रेशर अगर 140/90mmHg या इससे ज्यादा बढ़ने लगे तो इसे हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) यानी हायपरटेंशन (Hypertension) कहा जाता है। ऐसी स्थिति सीरियस हेल्थ प्रॉब्लम की ओर इशारा करती है। डॉक्टर्स बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को नॉर्मल करने के लिए दवा प्रिस्क्राइब कर सकते हैं और आपको विशेष ध्यान रखने की सलाह भी देते हैं।
    • 180/90mmHg या इससे ज्यादा- ब्लड प्रेशर का 180/90mmHg या इससे ज्यादा होने की स्थिति अत्यधिक गंभीर मानी जाती है। ऐसी स्थिति पेशेंट के लिए एमरजेंसी भी हो सकती है।

    ब्लड प्रेशर मॉनिटर (Blood pressure monitor) की मदद से आप बॉडी के ब्लड प्रेशर लेवल को आसानी से समझ सकते हैं। आर्टिकल में आगे समझेंगे ब्लड प्रेशर कैसे चेक करें।

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    ब्लड प्रेशर मॉनिटर की मदद से बीपी कैसे चेक करें?

    ब्लड प्रेशर मॉनिटर सहायता से बॉडी का बीपी आसानी से चेक किया जा सकता है। ब्लड प्रेशर चेक करना इसलिए भी आसान होता है, क्योंकि इसमें इंजेक्शन या ऐसे ही किसी ऐसे इक्विप्मन्ट की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे शरीर को नुकसान पहुंचे। ब्लड प्रेशर मॉनिटर (Blood pressure monitor) से शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है और आप आसानी से बीपी घर बैठे चेक भी कर लेते हैं।

    ब्लड प्रेशर मॉनिटर दो अलग-अलग तरह की होती है।

    1. डिजिटल, पोर्टेबल ऑटोमेटेड यूनिट (Digital, portable automated unit)
    2. स्फिग्मोमैनोमीटर (Sphygmomanometer)

    घर पर ब्लड प्रेशर चेक करने के लिए डिजिटल, पोर्टेबल ऑटोमेटेड यूनिट (Digital, portable automated unit) का इस्तेमाल किया जाता है, जबकि हेल्थ एक्सपर्ट या हॉस्पिटल में स्फिग्मोमैनोमीटर (Sphygmomanometer) का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है।

    ब्लड प्रेशर मॉनिटर 1: डिजिटल, पोर्टेबल ऑटोमेटेड यूनिट (Digital, portable automated unit)

    ब्लड प्रेशर मॉनिटर (Blood pressure monitor)

    डिजिटल, पोर्टेबल ऑटोमेटेड यूनिट में डिस्प्ले होता है। डिस्प्ले से एक रबर की पतली ट्यूब कफ से जुड़ी होती है। कफ कपड़े जैसे दिखने वाले हिस्से को कहते हैं, जिसे अपर आर्म्स पर ब्लड प्रेशर मॉनिटर करने के लिए लपेटा जाता है। ब्लड प्रेशर चेक करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करें। जैसे:

    स्टेप 1: रिलैक्स होकर बैठ जाएं।

    स्टेप 2: अब अपने हाथ के ऊपरी हिस्से पर कफ लपेटें।

    स्टेप 3: डिस्प्ले पर दी गई बटन को प्रेस करें।

    स्टेप 4: अब कुछ सेकेंड्स तक रुकें।

    स्टेप 5: ब्लड प्रेशर मॉनिटर पर दिखने वाले नंबर अपने आप रुक जाएंगे।

    स्टेप 6: जो डिस्प्ले पर नंबर देखेगा वही बॉडी का ब्लड प्रेशर होगा।

    ध्यान रखें ब्लड प्रेशर मॉनिटर (Blood pressure monitor) पर आप ब्लड प्रेशर लेवल दिखने के साथ-साथ पल्स रेट भी दिखता है।

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    ब्लड प्रेशर मॉनिटर 2: स्फिग्मोमैनोमीटर (Sphygmomanometer)

    ब्लड प्रेशर मॉनिटर (Blood pressure monitor)

    स्फिग्मोमैनोमीटर का इस्तेमाल विशेष रूप से अस्पतालों में किया जाता है। यह भी ठीक डिजिटल, पोर्टेबल ऑटोमेटेड यूनिट की तरह ही काम करती है, लेकिन इसे नॉन मेडिकल फिल्ड के लोगों के लिए इस्तेमाल करना थोड़ा कठिन हो सकता है। स्फिग्मोमैनोमीटर (Sphygmomanometer) में ब्लड प्रेशर मॉनिटर (Blood pressure monitor) करने का तरीका अलग होता है। इससे ब्लड प्रेशर मॉनिटर करने के लिए हाथों के ऊपरी हिस्से पर कफ लपेटा जाता है और फिर ट्यूब से जुड़े हुए बैलून जैसी दिखने वाली डिवाइस में लगी हुई नट को टाइट की जाती है। अब स्टेथॉस्कोप (Stethoscope) के एक गोलाकार हिस्से को नस के पास लगाई जाती है और दूसरे हिस्से को हेल्थ एक्सपर्ट अपने कान में लगाते हैं। अब बैलून जैसे हिस्से को बार-बार प्रेस किया जाता है और फिर थोड़ी कुछ सेकेंड्स के लिए होल्ड किया जाता है। अब इसी से फाइनल रीडिंग ली जाती है।

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    घर पर ब्लड प्रेशर मॉनिटर (Blood pressure monitor) करने के दौरान किन-किन बातों का रखें ध्यान?

    घर पर ब्लड प्रेशर मॉनिटर करने के दौरान निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। जैसे:

    1. बॉडी को रिलैक्स करें और सीधे बैठ जाएं। पैरों को फ्लोर पर रखें और हाथ को अपने चेस्ट के पास।
    2. कफ को कपड़े के ऊपर ना लगाएं। बेहतर होगा कफ को त्वचा से स्पर्श होने दें।
    3. ब्लड प्रेशर चेक करने के लिए डीप ब्रीदिंग करें और फिर नॉर्मल सांस लें।
    4. ब्लड प्रेशर चेक करने के दौरान किसी से बात ना करें।
    5. ब्लड प्रेशर चेक करवाने के पहले टॉयलट जाएं। दरअसल ब्लैडर के प्रेशर की वजह से ब्लड प्रेशर लेवल भी बदल सकता है।
    6. बीपी चेक करवाने के आधे घंटे पहले एक्सरसाइज या योग ना करें और स्मोकिंग भी ना करें।
    7. आप अलग-अलग समय पर ब्लड प्रेशर चेक करें और उसे लिख लें और जब डॉक्टर के पास कंसल्टेशन के लिए जायें, तो इसे जरूर दिखयें।

    इन बातों को ध्यान में रखकर आप आसानी से ब्लड प्रेशर घर पर ही चेक कर सकते हैं।

    अगर आपको हाय या लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो डॉक्टर से कंसल्ट करें। क्योंकि बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर दिल से जुड़ी बीमारियों को दावत दे सकता है, तो लो ब्लड प्रेशर किसी हेल्थ कंडिशन को। इसलिए इसे इग्नोर ना करें और डॉक्टर से सलाह लें।

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    डिस्क्लेमर

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