स्क्रॉमब्रॉइड फिश पॉइजनिंग या हिस्टामाइन फिश पॉइजनिंग एक सिंड्रोम है, जो फिश खाने के बाद हो सकता है। जब फिश हाय लेवल हिस्टामाइन से कंटामिनेटेड हो जाती है, तो मुंह में जलन की समस्या, वॉमिटिंग, सिरदर्द, चक्कर, रैशेज आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कुछ लोगों में समस्या कुछ देर बाद ठीक हो जाती है वहीं कुछ केसेज में हफ्ते भर लक्षण दिखाई पड़ते हैं। जब कुछ फिशेज को प्रॉपरली रेफिजरेट नहीं किया जाता है, तो बैक्टीरिया मांस के अंदर जाते हैं, हिस्टामाइन बनने लगता है। अगर मछली को अच्छी तरह से पकाया जाता है, तो भी ये समस्या खत्म नहीं होती है। कुछ लोगों में मछली का सेवन करने के बाद ऐसे लक्षण नहीं दिखते हैं।
हेपेटाइटिस ए (Hepatitis A) के कारण इन्फेक्शन
दूषित भोजन या पानी पीने से हेपेटाइटिस ए वायरस शरीर में प्रवेश कर जाता है। वायरस का संक्रमण शुरुआत में हल्के लक्षणों के साथ शुरू होता है। दूषित भोजन या पानी के सेवन के दो से चार सप्ताह के बाद बीमारी के लक्षण दिखना शुरू होते हैं। एक से दो सप्ताह में ट्रीटमेंट के बाद बीमारी ठीक हो जाती है।
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कब करें डॉक्टर से संपर्क?
उपरोक्त संक्रामक बीमारियां संक्रमित भोजन के सेवन, हाथों की सफाई न होने से, दूषित पानी के सेवन से या फिर कच्चा नॉनवेज खाने से हो सकती हैं। जब शरीर में वायरस या बैक्टीरिया का इन्फेक्शन फैलता है, तो तुरंत लक्षण नजर नहीं आते हैं। अगर आपको लगातार उल्टी हो रही हो या दस्त की समस्या से दो से तीन दिनों तक परेशान हैं, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। ऐसे में आपको पेट में दर्द और ऐंठन की समस्या, मसल्स पेन और कमजोरी का एहसास भी होगा। शरीर में पानी की लगातार कमी शरीर को खतरे में डाल सकती है। जितनी जल्दी हो सके, डॉक्टर को दिखाएं और बीमारी का इलाज कराएं।
खाने से होने वाले इन्फेक्शन से है बचना, तो इन बातों का रखें ध्यान
- हाथों की सफाई न होने से व्यक्ति आसानी से संक्रमित हो सकता है। ऐसे में हाथों की खाना बनाने के पहले और खाने के पहले सफाई बहुत जरूरी है।
- घर में जो भी सब्जियां या फल लाएं, उन्हें पहले अच्छे से पानी से साफ करें। सब्जियों को अच्छी तरह से पकाकर ही खाएं।
- कच्चा मांस खाना संक्रमण को न्यौता देने के बराबर है। आप मांस को पहले अच्छी तरह से पानी से साफ करें और फिर खाएं।
- डायरिया या दस्त होने पर तरल पदार्थ के नुकसान के कारण डिहाइड्रेशन होने का खतरा बहुत बढ़ जाता है। आपको पानी का लगातार सेवन करना चाहिए।
- डिहाइड्रेशन (Dehydration) से बचने के लिए आप पानी में इलेक्ट्रॉल घोलकर भी पी सकते हैं। ये दस्त में राहत देने का काम करेगा।
- खाने में ऑयली और स्पाइसी फूड बंद कर दें और हल्का तरल भोजन ही लें।
- लो फैट और आसानी से पचने वाले भोजन को खाने में शामिल करें।
- मांस, अंडे और दूध का इस्तेमाल करने से पहले आपको खास सावधानी की जरूरत है। इसे पकाकर ही इस्तेमाल करें।
- बच्चे जब भी बाहर से खेलकर आएं, उन्हें हाथ-पैरों को अच्छी तरह से धुलने की सलाह दें।
- खाना ताजा ही खाएं। घर के बाहर न खाएं। बाहर का खाना दूषित होने की संभावना अधिक होती है। रेडी-टू-ईट फूड से संक्रमण फैलने का खतरा अधिक हो सकता है। खाने को एल्युमियम फॉइल में न रखें। अधिक समय तक खाना इस तरह से रखने पर खराब होने के चांसेज बढ़ जाते हैं।
- पानी हमेशा साफ पिएं। कुछ जर्म्स पानी को उबालने के बाद भी खत्म नहीं होते हैं। आपको इस बारे में डॉक्टर से बात करनी चाहिए कि पानी को कैसे साफ करें?