परिचय
कलौंजी (Black Seed ) क्या है?
कलौंजी भारतीय घरों में इस्तेमाल होने वाला मसाला है। पौराणिक समय से इसका इस्तेमाल दवाओं में भी किया जा रहा है। इंग्लिश में इसे ब्लैक सीड्स (Black seeds or Nigella Seeds) कहते हैं।
इसका बोटानिकल नाम ‘निजेला सेटाइवा’ (Nigella sativa) है, जो लैटिन शब्द नीजर (यानी काला) से बना है। ये Ranunculaceae परिवार से ताल्लुक रखती है।
इसके छोटे से दाने स्वास्थ्य के लिए कई तरह से फायदेमंद होते हैं। ये कई लवण और पोषण तत्वों से भरपूर होते हैं। आयुर्वेद में इसे संजीवनी बूटी बताया गया है।
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उपयोग
कलौंजी का उपयोग किस लिए किया जाता है? (Use of Black Seed)
एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidant):
हमारे शरीर में एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidant) बहुत अहम भूमिका निभाते हैं। ये शरीर में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) का ऑक्सीकरण होने से रोकते हैं।
इससे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नहीं बढ़ती है। इसके अलावा, एंटी-ऑक्सीडेंट शरीर की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाली क्षति से भी सुरक्षा प्रदान करते हैं।
दिल (Heart) को फिट रखता है :
कलौंजी शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल और ब्लड ट्राइगलिसराइड (Blood Triglyceride) को कम कर दिल से संबंधित बीमारियों (Heart disease) के होने के खतरे को कम करती है।
डायबिटीज (Diabetes) को करे कंट्रोल :
कलौंजी डायबिटीज को कंट्रोल करने में मददगार है। कुछ अध्ययनों के अनुसार इसके पाउडर का सेवन करने वाले लोगों में ब्लड शुगर लेवल में सुधार देखा गया। इसके अलावा ये डायबिटीज से ग्रसित लोगों में कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी नियंत्रित रखती है।
कैंसर (Cancer) से बचाव :
कई अध्ययनों में पाया गया है कि कलौंजी में कुछ ऐसे कंपाउंड होते हैं जो कैंसर की रोकथाम में मदद करते हैं। हालांकि, अभी इस पर और शोध किए जाने की जरूरत है।
सूजन (Swelling) को करे दूर :
कलौंजी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर की सूजन को दूर करने में मददगार हैं।
लिवर (Liver) को रखे फिट :
लिवर हमारे शरीर का एक बहुत महत्वपूर्ण अंग है। ये शरीर से टॉक्सिंस को बाहर निकाल इंफेक्शन (Infection) से सुरक्षित रखता है। एक शोध के अनुसार कलौंजी लिवर को किसी भी तरह की इंजरी और डैमेज से सुरक्षा प्रदान करती है।
वजन (Weight) कम करने में मददगार :
कई अध्ययनों में यह बात साबित हो चुकी है कि ब्लैक सीड बॉडी मास इंडेक्स (BMI) को कम करते हैं। जर्नल ऑफ डायबिटीज एंड मेटाबोलिक डिसऑर्डर में छपे एक शोध के अनुसार कलौंजी का तेल मोटापे को कम करने में लाभदायक है।
स्पर्म काउंट (Sperm count) बढ़ाने में लाभदायक :
एक शोध के अनुसार, असामान्य शुक्राणु और बांझपन (Fertility) वाले पुरुषों पर परीक्षण में पाया गया है कि चिरौंजी का तेल शुक्राणु की गतिशीलता में सुधार कर सकता है।
इन परेशानियों को भी करता है दूर :
- याद्दाश्त (Memory) और एकाग्रता बढ़ाए
- हाइड्रेशन के स्तर को बनाए रखने में मददगार
- नेचुरल पेनकिलर (दर्द निवारक)
- स्किन संबंधित परेशानियों को करे दूर
- सिरदर्द (Headache)
- दांत में दर्द
- पेट में कीड़े
- कंजंक्टिवाइटिस
- पैरासाइट्स
- डायजेस्टिव ट्रैक्ट इंफेक्शन
- रेस्पिरेटरी कंडिशन
- ऑस्टियोअर्थराइटिस (Osteoarthritis)
- रयूमेटाइड अर्थराइटिस (Rheumatoid arthritis)
कैसे काम करती है कलौंजी?
कलौंजी कई लवण और पोषक तत्वों का स्त्रोत है। इसमें कई तरह के अमीनो एसिड (Amino acid) और प्रोटीन (Protein) पाए जाते हैं। यह आयरन, सोडियम, कैल्शियम (Calcium), पोटैशियम और फाइबर (Fiber) से भरपूर होती है। इन्हीं गुणों की वजह से कलौंजी हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होती है।
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सावधानियां और चेतावनी
कितना सुरक्षित है कलौंजी का उपयोग? (Use of Black seed)
कलौंजी का सीमित मात्रा में सेवन करना ही ठीक है। इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है। कलौंजी पाउडर और कलौंजी के तेल को दवाई के तौर पर कुछ समय तक लेना सुरक्षित है, लेकिन अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट या हर्बलिस्ट से परामर्श करें, यदि :
- अगर आप प्रेग्नेंट हैं या ब्रेस्टफीडिंग (Breastfeeding) कराती हैं तो डॉक्टर से कंसल्ट किए बिना इसका सेवन न करें। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की इम्यूनिटी (Immunity) काफी कमजोर होती है, ऐसे में कुछ भी लेने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए।
- अगर आप किसी दवाई का सेवन कर रहे हैं।
- अगर आपको दूसरी दवाओं या फिर हर्ब्स (Herbs) से एलर्जी है।
- आपको कोई दूसरी तरह की बीमारी, डिसऑर्डर या मेडिकल कंडीशन है।
- जिन लोगों का ब्लड प्रेशर लो (Low Blood Pressure) होता है वो इसका सेवन न करें। इससे उनका ब्लड प्रेशर अत्यधिक लो होने की संभावना है।
- आपको किसी तरह की एलर्जी (Allergy) है, जैसे किसी खास तरह के खाने से, डाई से, प्रिजर्वेटिव या फिर जानवर से।
दवाइयों की तुलना में हर्ब्स लेने के लिए नियम ज्यादा सख्त नहीं हैं। बहरहाल, यह कितना सुरक्षित है इस बात की जानकारी के लिए अभी और भी रिसर्च किए जाने की जरूरत है।
इस हर्ब को इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरे और फायदों को अच्छी तरह से समझ लें। हो सके तो अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसे इस्तेमाल करें।
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साइड इफेक्ट्स
कलौंजी से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं? (Side effects of Black seed)
- डर्मेटाइटिस
- स्किन एलर्जी (Skin allergy)
- पेट खराब
- उल्टी (Vomiting)
- कब्ज (Constipation)
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जरूरी नहीं सभी में ये साइड इफेक्ट्स दिखाई दें। कुछ लोगों में इससे अलग साइड इफेक्ट्स भी दिख सकते हैं। अगर आपको इसकी अधिक जानकारी चाहिए तो एक बार किसी चिकित्सक या हर्बलिस्ट से कंसल्ट करें।
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डोसेज
कलौंजी को लेने की सही खुराक
- अस्थमा के पेशेंट्स दो ग्राम कलौंजी को 12 हफ्ते तक ले सकते हैं या फिर 500 मिली ग्राम ब्लैक सीड ऑयल (Black seed oil) को दिन में दो बार चार हफ्ते तक लिया जा सकता है।
- डायबिटीज पेशेंट्स 1 ग्राम ब्लैक सीड पाउडर (Black seed powder) को एक साल तक दिन में दो बार ले सकते हैं।
- हाय ब्लड प्रेशर वाले 0.5-2 ग्राम ब्लैक सीड पाउडर को रोजाना एक साल तक ले सकते हैं या फिर 100-200 मिली ग्राम ब्लैक सीड ऑयल को 8 हफ्ते तक लें।
- स्पर्म काउंट को बढ़ाने के लिए 2.5 मिली लीटर ब्लैक सीड ऑयल (Black seed oil) को दो महीने तक दिन में दो बार लें।
यहां दी हुई जानकारियों का इस्तेमाल डॉक्टरी सलाह के विकल्प के रूप में न करें। डॉक्टर या हर्बलिस्ट की राय के बिना इस दवा का इस्तेमाल नहीं करें।
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उपलब्धता
किन रूपों में उपलब्ध है?
- जेल
- कच्ची कलौंजी
- पाउडर
- कैप्सूल
- ऑयल
- टिंचर (अर्क)
अगर आप कलौंजी के सेवन से जुड़े सवालों का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हालांकि अगर इसके सेवन से आपको कोई परेशानी या एलर्जी महसूस होती है, तो इस बारे में अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। डॉक्टर आपके हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखकर इसके सेवन की सलाह देंगे।
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