अपर एब्डॉमेन के राइट साइड में दर्द या फिर लिवर के अपने सामान्य आकर से बड़े हो जाने, जी मिचलाना (Nausea), उल्टी (Vomiting) आना या फिर कब्ज (Constipation) की समस्या होने पर चेलेडोनियम (Chelidonium) लेने की सलाह दी जाती है। फैटी लिवर की वजह से खाने-पीने की इच्छा नहीं होती है और कमजोरी भी अत्यधिक महसूस होता है। ऐसे में फैटी लिवर के लिए होम्योपैथिक इलाज में चेलेडोनियम (Chelidonium) बेस्ट मानी जाती है।
2. लायकोपोडियम (Lycopodium)
फैटी लिवर का होम्योपैथी से ट्रीटमेंट (Homeopathic treatment for Fatty liver) लायकोपोडियम से भी किया जाता है। दरअसल फैटी लिवर की समस्या होने पर अगर पेशेंट को एसिडिटी (Acidity) की समस्या, पेट फूलने (Bloating) की समस्या या फिर जलन (Burning) जैसी स्थिति होने पर डॉक्टर लायकोपोडियम (Lycopodium) लेने की सलाह देते हैं।
3. कैल्केरिया कार्ब (Calcarea carb)
फैटी लिवर के लिए होम्योपैथिक इलाज (Homeopathic treatment for Fatty liver) में शामिल होम्योपैथी मेडिसिन कैल्केरिया कार्ब (Calcarea carb) बेहद लाभकारी माना जाता है। अगर मरीज को क्रोनिक कॉन्स्टिपेशन (Chronic constipation) हो, तो ऐसी स्थिति में कैल्केरिया कार्ब (Calcarea carb) रामबाण माना जाता है।
4. नक्स वोमिका (Nux Vomica)
फैटी लिवर के लिए होम्योपैथिक इलाज के लिए नक्स वोमिका (Nux Vomica) सबसे प्रचलित होम्योपैथी दवाओं में से एक है। दरअसल अगर पेशेंट को लोवर एब्डॉमेन (Lower abdomen) में दर्द हो, स्टूल (Stool) पास होने में दर्द महसूस होने पर नक्स वोमिका (Nux Vomica) ही प्रिस्क्राइब की जाती है।
5. कार्डुअस मैरिऐनस (Cardus Maryenus)
फैटी लिवर के लिए होम्योपैथिक इलाज (Homeopathic treatment for Fatty liver) कार्डुअस मैरिऐनस से भी किया जाता है। अगर पेशेंट को जी मिचलाना, पेट भरा-भरा महसूस होना, मुंह का स्वाद बिगड़ना या फिर लिवर सिरॉसिस (Liver Cirrhosis) जैसी तकलीफों को दूर करने के लिए कार्डुअस मैरिऐनस (Cardus Maryenus) लेने की सलाह दी जाती है।
इन 5 दवाओं से फैटी लिवर के लिए होम्योपैथिक इलाज (Homeopathic treatment for Fatty liver) किया जाता है। हालांकि जरूरत पड़ने पर अन्य होम्योपैथी दवा भी प्रिस्क्राइब की जा सकती हैं।
नोट: ये होम्योपैथी दवाएं केमिस्ट के पास आसानी से मिल जाती है, लेकिन अगर आप फैटी लिवर (Fatty liver) की समस्या से परेशान हैं तो बिना डॉक्टर के सलाह लिए इन दवाओं का सेवन ना करें। यहां सिर्फ दवाओं का नाम और उनसे जुड़ी जानकारी दी गई हैं। हेल्थ एक्सपर्ट (Health condition) पेशेंट की सेहत को और मेडिकल हिस्ट्री (Medical history) को ध्यान में रखकर दवा लेने की सलाह देते हैं।
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फैटी लिवर के लिए होम्योपैथिक इलाज के साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं? (Side effects of Homeopathic medicine)
फैटी लिवर के लिए होम्योपैथिक इलाज इसलिए कारगर माना जाता है, क्योंकि जिन दवाओं के सेवन की सलाह दी जाती है, वो प्राकृतिक चीजों से तैयार की जाती हैं। इसलिए होम्योपैथी मेडिसिन के सेवन से कोई शारीरिक परेशानी वैसी नहीं होती है, लेकिन संभव है कि अगर आपको एलर्जी की समस्या ज्यादा रहती है या आप एलर्जिक हैं, तो आपको एलर्जी (Allergy) की समस्या हो सकती है।
फैटी लिवर की समस्या से बचने के लिए लाइफ स्टाइल कैसी होनी चाहिए?