यूरिक एसिड खून में पाया जाने वाला वेस्ट प्रोडक्ट है। यह तब बनता है जब हमारा शरीर कुछ केमिकल्स को तोड़ता है, जिन्हें प्यूरीन (Purines) कहा जाता है। अधिकतर यूरिक एसिड खून में घुल जाता है और किडनी के माध्यम से पास हो कर यूरिन में मिल कर शरीर से बाहर निकल जाता है। लेकिन अगर हमारा शरीर किन्हीं कारणों से बहुत अधिक मात्रा में यूरिक एसिड बनाता है और उसे शरीर से बाहर नहीं निकाल पाता तो मनुष्य बीमार पड़ सकता है। शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ाने के लिए कई फैक्टर्स जिम्मेदार हो सकते हैं जैसे अधिक एल्कोहॉल का सेवन (Access Alcohol), जेनेटिक्स (Genetics), हायपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism), इम्यून-सप्रेसिंग ड्रग्स (Immune-suppressing drugs), मोटापा (Obesity), अधिक प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन (Purine-Rich Diet) आदि। शरीर में यूरिक एसिड के हाय लेवल को हायपरयुरिसीमिया (hyperuricemia) कहा जाता है। यूरिक एसिड के इलाज के लिए अन्य तरीकों के साथ ही होम्योपैथिक तरीके भी अपनाए जाते हैं। आज हम उन्हीं होम्योपैथिक तरीकों के बारे में बताने वाले हैं। यूरिक एसिड के लिए होम्योपैथिक इलाज (Homeopathic Treatment for Uric Acid) के बारे में जानें विस्तार से।