आपने कई बार अपने आस-पास किसी न किसी को खुद से बात करते हुए देखा होगा। संभव है आपको यह देखकर जरूर अजीब लगा होगा। जब आप ऐसे किसी व्यक्ति को देखते हैं तो आपके दिमाग में यही सवाल आता है क्या खुद से बात करना एक बीमारी है? कहीं वो पागल तो नहीं? कई बार हमारे अंदर दूसरों से अलग लक्षण दिखाई देते हैं। कुछ लोग इस आदत से आश्चर्य होते हैं, कुछ लोग इसे शर्मनाक मानते हैं। यदि आपको लगता है की आप खुद से बात नहीं करते हैं तो आपको गलत लगता है। हम सभी में से प्रत्येक व्यक्ति को खुद से बात करने की आदत होती है। जैसे, कि कभी आपके कार की चाबी नहीं मिल रही , उस वक्त आप खुद से कहते हैं चाबी नहीं मिल रही यार..शीशे के सामने आकर आप खुद से कहते हैं, क्या मैं अच्छी लग रही हूं?’।यह एक प्रकार का संवाद ही है जो आपने अपने आपसे किया। लेकिन ये चीजें बहुत से लोग करते हैं। इसलिए आपको ये साधारण लग सकता है। आइए जानते हैं क्या खुद से बात करना वाकई किसी प्रकार की बीमारी है।