खुश रहने के तरीके और जीवन में खुश होना, हर किसी के लिए इसके मायने और इसका मतलब अलग-अलग हो सकता है। किसी के लिए शायद यह शांति के साथ सोना हो, तो किसी के लिए अपने दोस्तों के साथ समय बिताना भी हो सकता है। वहीं, कुछ लोगों के लिए खुशी का मतलब अपने सपनों को साकार करना भी हो सकता है। पर ऐसे ढेरों नियम हैं, जिनका नियमित पालन कर आप अपनी आदतों में कुछ बदलाव ला सकते हैं। जो आपको आपकी खुशी तक पहुंचने में मदद करेंगी।
जानिए खुश रहने के तरीके, जो आसान बनाएंगे आपका जीवन
खुश रहने के तरीके: ‘क्या करना है’ से पहले तय कीजिए ‘क्या नहीं करना’
यदि आप यह नहीं जानते हैं कि आपको जीवन में क्या करना चाहिए, तो सबसे पहले आप उन चीजों की लिस्ट बनाएं, जो आप नहीं करना चाहते हैं। इस तकनीक को रिवर्स एंजिनियरिंग भी कहा जाता है। ऐसा करने से आप वो सारी चीजें करने से बचेंगे, जो आपको नहीं पसंद है और अंततः खुशी प्राप्त करेंगे।
[mc4wp_form id=’183492″]
और पढ़ेंः क्या गुस्से में आकर कुछ गलत करना एंगर एंजायटी है?
सिर्फ पॉजिटिव यादें ही बनाएं
हम सभी के जीवन में सकारात्मकता और नकारात्मकता दोनों ही होती हैं। हम अपने दिमाग के हर हिस्से को खास तरीके से ट्रेन कर सकते हैं। यदि हमारा दिमाग नकारात्मक चीजों को याद रखने में अच्छा है, तो वह सकारात्मक चीजों को भी उतना ही याद रख सकता है। ऐसे में आपको बस अपने दिमाग को थोड़ी ट्रेनिंग देने की जरुरत है।
विनम्र तरीके से बातचीत करें
जब हम दूसरों के प्रति दयालु होते हैं, तब हम अपने बारे में बेहतर महसूस कर सकते हैं। हम दूसरों के लिए अच्छे काम कर सकते हैं और अच्छी सोच रख सकते हैं। उनसे प्रेमपूर्वक मिल सकते हैं। हम एक-दूसरे के साथ सम्मान के साथ व्यवहार कर सकते हैं। इसलिए किसी से कड़वा या कठोर बोलने से बेहतर मीठा और विनम्र होकर बातचीत करें। आप दूसरे लोगों के साथ जितना विनम्र रहेंगे, आपका मन उतना ही शांत महसूस कर सकता है।
खुश रहने के तरीके – थोड़ा पसीना बहाएं, थोड़ी कसरत कर आएं
व्यायाम सिर्फ आपके शरीर के लिए नहीं है, आपके मन के लिए भी फायदेमंद है। नियमित व्यायाम से आत्म-सम्मान और खुशी को बढ़ाने वाली भावनाएं भी बढ़ती हैं। कसरत करने से चिंता और अवसाद के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। आपने कहीं न कहीं सुना भी होगा कि योग और ध्यान मन का परमात्मा से मिलन के रास्ते की तरफ ले जाता है। तो अगर अगली बार से आप जब भी कभी तनाव या उलझन महसूस करें, तो कुछ मिनट के लिए शांत हो जाएं और ध्यान लगाने की कोशिश करें। ध्यान लगाने से मन शांत होता है और शांत मन से आप अपनी सभी समस्याओं को सुलझाने का रास्ता आसानी से खोज सकते हैं।
और पढ़ें: पार्टनर को डिप्रेशन से निकालने के लिए जरूरी है पहले अवसाद के लक्षणों को समझना
पोषक आहार बनाएं रखें
आपको यह बताने की कोई जरूरत नहीं कि भोजन आपके स्वस्थ तन और मन के लिए कितना जरूरी है। पौष्टिक भोजन का आपके संपूर्ण शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। ऐसे में उन्हीं खाद्य पदार्थ का सेवन करें, जो आपके शरीर के साथ-साथ आपके मन को भी खुश करे। यानी तन खुश तो मन भी खुश। अब तन को खुश रखने के लिए आपको उसे हेल्दी फूड्स खिलाने की जरूरत तो पड़ेगी ही।
किसी की प्रशंसा करने से कभी न चूकें
कई अध्ययनों से पता चलता है कि दिमाग को शांत रख के काम करने से आप अधिक संतुष्ट और प्रसन्न महसूस कर सकते हैं। अपनी खुशी को बढ़ाने के लिए और किसी का दिन खुशनुमा बनाने के लिए उसे एक कॉम्प्लिमेंट देना बहुत ही अच्छा तरीका है। प्रशंसा से लोगों को काम करने में उत्साह आता है। अब जब भी ऑफिस या कहीं बाहर जाएं, तो किसी न किसी एक व्यक्ति और उसके कार्य की प्रशंसा जरूर करें। ताकि, आपके कुछ शब्दों से उस व्यक्ति को भी खुश रहने के तरीके का लाभ आपके जरिए मिल सके।
और पढ़ें: बार-बार दुखी होना आखिर किस हद तक सही है, जानें इसके स्वास्थ्य पर प्रभाव
खुश रहने के तरीके – मुस्कुराना जरूरी है
मुस्कुराहट हमें अच्छा महसूस कराती है, लेकिन यह अधिक प्रभावी तब हो जाती है। जब हम सकारात्मक विचारों के साथ इसका उपयोग करते हैं। सिर्फ एक मुस्कान ही आपके दुखों को कम करने के लिए काफी है। मुस्कान एक कठिन परिस्थिति को कम करने का सबसे आसान जरिया भी माना जा सकता है। इसके लिए आप अपने दोस्तों के समूह के बीच में कोई भी मजाक भरी बातें या जोक कह सकते हैं। अगर जब भी आपके ऑफिस में आपको कोई जूनियर कार्य में किसी तरह की गलती करे, तो उस पर गुस्सा होने की बजाय उसे मुस्करा कर उसकी गलती को सही करने का प्रयास करें।
अच्छी नींद भी है जरूरी
दिन भर के शारीरिक और मानसिक थकान को दूर करने के लिए आपको अच्छी नींद की जरूरत सबसे अधिक हो सकती है। एक वयस्क व्यक्ति के लिए दिन में छह से आठ की नींद लेना जरूरी माना जाता है। सोने के दौरान ब्रेन और शरीर के मसल्स खुद को रिपेयर करने और तरो-ताजा होने का कार्य करते हैं। वहीं, अगर आपकी नींद पूरी नहीं होती है, तो मूड भी चिड़चिड़ा हो सकता है। जो किसी भी बने-बनाए कार्य को बिगाड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसलिए नींद से किसी तरह का समझौता न करें। अगर किसी कारण आपको रात में सोने के कम घंटे मिलते हैं, तो दिन में भी आप थोड़े-थोड़े समय के लिए झपकी ले सकते हैं।
आभार व्यक्त करें
अगर किसी ने आपकी किसी भी तरह की मदद की है, तो उसका आभार जरूर अदा करें। ऐसा करने से आपके मन में उस व्यक्ति द्वारा किए गए एहसान का बोझ महसूस नहीं होगा और मन भी हल्का महसूस करेगा।
खुश रहने के तरीके – हर दिन किसी एक व्यक्ति की मदद करें
चाहें आप घर पर हैं, ऑफिस में हैं या कहीं किसी रास्ते पर टहल रहे हों। उस दौरान किसी न किसी एक व्यक्ति की मदद जरूर करें। जैसे अगर आप घर में हैं, तो आप घर के काम-काज में मां, पत्नी, बहन या किसी भी अन्य सदस्य की मदद कर सकते हैं। हो सके, तो घर से बाहर निकलते समय अपने साथ एक टिफिन भी ले जाएं, ताकि आप किसी जरूरतमंद को खाना भी खिला सकें।
यह सिर्फ आप पर निर्भर करता है कि आप कैसे अपने लिए खुश रहने के तरीके ढूंढना चाहते हैं।
और पढ़ें: असफलता का ‘डर’ भगाने से ही जाएगा, जानें इस डर को कैसे भगाएं दूर
क्या अकेलेपन में भी खुश रहा जा सकता है?
कुछ लोगों को जहां अपने आस-पास लोगों का एक समूह देखने से खुशी का अनुभव होता है, वहीं ऐसे भी लोगों की कमी नहीं है, जिन्हें अकेलेपन में खुशी का एहसास होता है। तो अगर आप भी इन्हीं में से कोई एक हैं, तो इसे लेकर किसी तरह की चिंता या शर्म महसूस न करें। बस इस बात का ध्यान रखें कि अगर आपको अकेले रहना अच्छा लगता है, तो अकेले रहें। आप अपने पसंदीदा जगह पर अकेले घूम भी सकते हैं और अकेले ही अपना पसंदीदा कार्य भी कर सकते हैं।
हम आशा करते हैं कि आपको खुश रहने के तरीकों के बारे में पर्याप्त जानकारी मिल गई होगी। बस इस बात का ध्यान रखें कि हर किसी के लिए खुशी का मतलब और उसे पाने का तरीका अलग-अलग हो सकता है। आपको खुद पर किसी तरह का दबाव नहीं बनाना चाहिए। अगर आपको इसके बाद भी किसी तरह की शंका या सवाल है, तो आप मनोचिकित्सक की मदद ले सकते हैं।