backup og meta

घर में अगर कोई है एडिक्शन का शिकार, तो रखें इन बातों का विशेष ख्याल

घर में अगर कोई है एडिक्शन का शिकार, तो रखें इन बातों का विशेष ख्याल

अगर घर का कोई सदस्य किसी प्रकार के एडिक्शन (Addiction) का शिकार हो तो परिवार के बाकी लोगों का जीवन भी चुनौतिपूर्ण हो जाता है। ऐसे में कई बार लोगों को समझ नहीं आता कि वे पीड़ित के साथ कैसा व्यवहार करें और कैसा व्यवहार ना करें। साथ ही वे किस तरह से उनकी देखभाल करें ये भी एक बड़ी दुविधा होती है। वहीं कई बार एडिक्ट के साथ जीवन बिताते-बिताते कई बार लोग डिप्रेशन (Depression) का शिकार भी हो जाते हैं। ऐसे में ये बेहद जरूरी है कि अगर आप किसी एडिक्ट के साथ रह रहें तो अपना ख्याल रखें तभी आप एडिक्शन के शिकार व्यक्ति का भी ध्यान रख पाएंगे। एडिक्ट के साथ जीवन (Living with an addict) बिताते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए यह समझने से पहले हम जान लेते हैं एडिक्शन के बारे में।

एडिक्शन क्या है? (Addiction)

एडिक्शन एक डिजीज है जो दिमाग में परिवर्तन होने के कारण होती है। एडिक्शन का सामना कर रहे लोगों में डोपामाइन रिसेप्टर्स (Dopamine receptors) सक्रिय होते हैं और मस्तिष्क को बताते हैं कि ड्रग, एल्कोहॉल या कोई भी अन्य नशा एक इनाम की तरह है। समय के साथ मस्तिष्क बदलता है और इसकी आदत पड़ जाती है क्योंकि वह उपयोग किए जा रहे पदार्थ पर निर्भर हो जाता है।

मस्तिष्क में होने वाले इस तरह के महत्वपूर्ण परिवर्तनों के कारण एडिक्शन को एक क्रोनिक और लॉन्ग टर्म डिजीज (Chronic and long term disease) माना जाता है। यह डिसऑर्डर इतना पावरफुल हो सकता है कि आपके प्रियजन के लिए सब्सटेंस के उपयोग पर नियंत्रण करना मुश्किल हो सकता है।

हालांकि, एडिक्शन (Addiction) का इलाज संभव है। रिहेब इसका शॉर्ट टर्म सॉल्यूशन है वहीं काउंसलिंग और हेल्थ कोचिंग लॉन्ग टर्म ऑप्शन हो सकते हैं। रिकवरी के दौरान दोस्तों और परिवार का साथ और सहयोग जरूरी होता है। कई बार परिवार के लोग एडिक्ट के साथ जीवन (Living with an addict) जीते-जीते निराश हो सकते हैं। उनको ऐसा लग सकता है कि हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर ली है, लेकिन सफलता नहीं मिल रही है। आपको बता दें कि एडिक्शन का शिकार इंसान खुद पर अपना कंट्रोल खो देता है। वह जानते और समझते हुए बार-बार वही गलती दोहराता है। एडिक्शन से लड़ने और उसे हराने के लिए दोस्तों, परिवार और डॉक्टर सभी का साथ बेहद जरूरी है। एडिक्ट के साथ जीवन चुनौतिपूर्ण हो सकता है, लेकिन इसको आसान भी बनाया जा सकता है।

एडिक्ट के साथ जीवन जीना कितना चुनौतिपूर्ण हो सकता है? (Living with an addict)

एडिक्शन घर के लोगों और वातावरण को कई प्रकार से नुकसान पहुंचा सकता है। एडिक्ट के साथ जीवन थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इससे घर में रहने वाले लोगों को निम्न मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

  • निराशा और तनाव (Stress)
  • डिप्रेशन (Depression)
  • अपराधबोध
  • गुस्सा और शर्मिंदगी
  • आर्थिक समस्याएं
  • रूटीन और शेड्यूल में निरंतरता ना रहना
  • शारीरिक चोट पहुंचने का डर। कई बार एडिक्शन के शिकार लोग हिंसक हो जाते हैं और अपनों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।

और पढ़ें: डिप्रेशन का आयुर्वेदिक इलाज क्या है? आयुर्वेद के अनुसार क्या करें और क्या न करें?

एडिक्ट (Addict) व्यक्ति की देखभाल करते वक्त इन बातों का रखें

एडिक्ट (Addict) की देखभाल करने के लिए जरूरी है कि आप प्रेम और सहयोग का वातावरण बनाए रखें और नीचे दी गई बातों का विशेष ध्यान रखें।

दयालु रहें (Be kind)

अपने व्यवहार और विचारों से उनके प्रति दया और प्रेम को ही दर्शाएं। भले ही आप उनकी हरकतों से थोड़ा परेशान हो गए हो। उनका अपमान न करें। ना ही अपशब्दों का उपयोग करें। उन्हें एक्सेप्ट करें और इस बीमारी से निकलने में उनकी मदद करें। कई बार घर में एडिक्ट के साथ जीवन बिताते-बिताते लोग इतने परेशान हो जाते हैं कि उन्हें भला बुरा कहना और गलत व्यवहार करना शुरू कर देते हैं, ऐसा ना करें।

और पढ़ें: ब्रेकअप के मानसिक तनाव से बचने के लिए जानें ब्रेकअप करने के 6 वजह

उनकी बातों को सुनें

कई बार एडिक्शन का शिकार व्यक्ति (Addict) इतना हताश हो जाता है कि वो सुइसाइड (Suicide) जैसा कदम भी उठा सकता है। ऐसे में जरूरी है कि उससे बात करें, उसकी बातों को समझें ताकि वो कैसा अनुभव कर रहा है वह बता सके और अपना मन हल्का कर सके। याद रखें एडिक्शन का कारण मष्तिष्क में होने वाले परिवर्तन हैं। इसके लिए पीड़ित को हमेशा जिम्मेदार ना ठहराएं।

बाउंड्रीज सेट करें

अगर आप देखते हैं कि एडिक्ट अपने बिहेवियर में सुधार नहीं कर रहा है और लगातार उन्हीं गलतियों को दोहरा रहा है जिनके लिए मना किया गया है, तो उससे कुछ समय के लिए दूरी बनाकर देखें। कई बार अपनों के दूर जाने के डर से लोग खुद में सुधार लाने की कोशिश करते हैं, लेकिन उसकी तरफ पूरी तरह ध्यान देना बंद न कर दें। क्योंकि वह एक मरीज है इसका भी ध्यान रखें।

और पढ़ें: क्या आप भी है स्टेशनरी एडिक्टिव?

उन्हें मोटिवेट करते रहें

मोटिवेशन (Motivation) का हर इंसान पर पॉजिटिव असर होता है। इसलिए उन्हें एडिक्शन से लड़ने के लिए मोटिवेट करते रहें। उन्हें ऐसे लोगों के बारे में बताएं जो एडिक्शन को मात देकर अब एकदम स्वस्थ्य जीवन जी रहे हैं।

इन बातों का अपनाकर एडिक्ट के साथ जीवन को आसान बनाया जा सकता है।

एडिक्ट (Addict) व्यक्ति के साथ रह रहे हैं तो इन बातों का रखें ध्यान

अपने परिवार को सुरक्षित रखें

अगर आपके परिवार में ऐसे लोग हैं जिनको एडिक्ट के बिहेवियर से तकलीफ पहुंच सकती है जैसे कि बच्चे और बूढ़े या पालतू जानवर तो उन्हें सुरक्षित रखें। आप घर में सबकी सुरक्षा के लिए कुछ रूल्स भी बना सकते हैं। जिन्हें एडिक्शन का शिकार व्यक्ति भी फॉलो करें इसका विशेष ध्यान रखें।

और पढ़ें: मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं कुछ ऐसे करती हैं हमें प्रभावित, जानिए कैसे करें इससे बचाव!

मदद मांगने के लिए तैयार रहें

आपको अपने करीबी दोस्तों, पड़ोसियों और एक ही शहर में रहने वाले रिश्तेदारों को इस बारे में बताना होगा कि आपको कभी भी मदद की जरूरत पड़ सकती है। एडिक्शन के शिकार लोग खुद की जान को खतरे में डालने के साथ ही अपने परिवार के सदस्यों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए आपको कभी भी मदद की जरूरत पड़ सकती है। मेडिकल इमरजेंसी नंबर, डॉक्टर्स और यहां तक कि पुलिस का नंबर भी अपने पास रखें।

रुपए के उपयोग पर नजर रखें

एडिक्ट व्यक्ति रुपए होने पर वही चीजें सबसे ज्यादा खरीदते हैं जिनकी उनको लत होती है। इससे उनके पास से क्रेडिट कार्ड, एटीएम कार्ड ले लें। साथ ही बैंक में भी इंफॉर्म कर दें कि अगर कोई ट्रांजेक्शन होता है तो आपको सूचित करें। उनके लिए किसी दूसरे बैंक में जॉइंट अकाउंट भी आप खुलवा सकते हैं।

उन्हें ट्रीटमेंट लेने के लिए लगातार प्रोत्साहित करते रहें (Treatment is very necessary )

उनसे लगातार बात करते हुए उन्हें ट्रीटमेंट प्रोग्राम और थेरिपीज लेने के लिए प्रोत्साहित करते रहे। कई बार इन ट्रीटमेंट्स का असर कम या देर से दिखाई देने पर लोग हताश होकर ट्रीटमेंट लेना बंद कर देते हैं। ऐसा न होने दें। ट्रीटमेंट की मदद से ही इस बीमारी को हराया जा सकता है।

और पढ़ें: पुरुषों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारणों के बारे में जान लें, ताकि देखभाल करना हो जाए आसान

अपनी केयर पर भी ध्यान दें (Self care is very important)

यह पीड़ित की केयर कर रहे व्यक्ति और पूरे परिवार के लिए कठिन समय होता है। इस दौरान लोग खुद की केयर करना छोड़ देते हैं। अपने लिए समय निकालें। अच्छा खाएं, थोड़ी एक्सरसइज करें और आराम करें। तभी आप दूसरे व्यक्ति की देखभाल अच्छी तरह कर पाएंगे।

उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और एडिक्ट के साथ जीवन (Living with an addict) कैसे बिताया जाए इससे संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

 

डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

How to Cope with Living with an Addict/https://www.discoverynj.org/cope-living-addict/ Accessed on 6th May 2021

Chapter 2 Impact of Substance Abuse on Families/https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK64258/Accessed on 6th May 2021

Treatment Approaches for Drug Addiction DrugFacts/https://www.drugabuse.gov/publications/drugfacts/treatment-approaches-drug-addiction/Accessed on 6th May 2021

Alcohol and Drug Addiction Happens in the Best of Families/https://store.samhsa.gov/product/Alcohol-and-Drug-Addiction-Happens-in-the-Best-of-Families/SMA12-4159/Accessed on 6th May 2021

Current Version

06/05/2021

Manjari Khare द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील

Updated by: Manjari Khare


संबंधित पोस्ट

गुस्सा शांत करना है तो करें एक्सरसाइज, जानिए और ऐसे ही टिप्स

Suicidal Tendency: सुइसाइड टेंडेंसी (आत्महत्या) क्या है?


के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

डॉ. प्रणाली पाटील

फार्मेसी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 06/05/2021

ad iconadvertisement

Was this article helpful?

ad iconadvertisement
ad iconadvertisement