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जानिए क्या है एडिक्शन और कैसे पाया जा सकता है इससे छुटकारा?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 05/07/2022

    जानिए क्या है एडिक्शन और कैसे पाया जा सकता है इससे छुटकारा?

    एडिक्शन (addiction) को हम बुरी आदत या लत भी कह सकते हैं। हर व्यक्ति को किसी न किसी चीज की आदत होती है जैसे चाय या कॉफी की लत,  अधिक काम करने की लत आदि। लेकिन, इसे हम अधिकतर अल्कोहल या नशीली दवाइयों से जोड़ कर देखते हैं। हालांकि, जुआ खेलना, बार-बार कुछ खाने की आदत को भी एडिक्शन (addiction) कहा जा सकता है। यह एक मनोवैज्ञानिक और शारीरिक अक्षमता है जिसके कारण हम किसी केमिकल, दवाई या चीज का सेवन करने या किसी गतिविधि से खुद को रोक नहीं पाते। फिर चाहे, इससे हमें कितना भी शारीरिक या साइकोलॉजिकल नुकसान हो रहा हो।

    यह एक क्रोनिक बीमारी है। शुरुआत में हम खुद अपनी इच्छा से एडक्टिव (addictive) चीज का सेवन या गतिविधि को करते हैं, लेकिन धीरे-धीरे यह हमारी बुरी आदत बन जाती है। एडिक्शन को छोड़ना पूरी तरह से संभव है। जानिए एडिक्शन (addiction) के बारे में विस्तार से। 

    एडिक्शन (addiction) की शुरुआत किन फैक्टर्स से होती है? कैसे व्यक्ति इसकी चपेट में आ जाता है?

    जब आप किसी एडक्टिव (addictive) चीज का सेवन करना शुरू करते हैं, तो यह शारीरिक और साइकोलॉजिकल रूप से आपको अच्छा लगने लगता है। इसके बाद आपका मन इन पदार्थों का अधिक सेवन करने का करता है। समय के साथ यह इच्छा बढ़ती जाती है और इस एडिक्शन (addiction) को छोड़ना मुश्किल हो जाता है। जानिए कैसे शुरुआत होती है इसकी:

    एडिक्शन

    दिमाग 

    कुछ लोग एक बार जब एडक्टिव (addictive) चीजों या गतिविधियों का प्रयोग करते हैं। खुद पर नियंत्रण कर के वो दुबारा उनका प्रयोग नहीं करते। लेकिन, अधिकतर लोग इनके आदि हो जाते हैं। ऐसा कुछ हद तक हमारे दिमाग के फ्रंटल लोब्स के कारण होता है। फ्रंटल लोब्स संतुष्टि की भावना का अनुभव देरी से देते हैं। हमारे दिमाग के कुछ अन्य हिस्से भी एडिक्शन (addiction) में सहयोग करते हैं, जैसे एंटीरियर सिंगुलेट कोर्टेक्स (anterior cingulate cortex) और न्यूक्लियस अकुम्बेंस (nucleus accumbens) जो आनंददायक संवेदनाओं से जुड़े होते हैं। इससे एडक्टिव (addictive) पदार्थों और व्यवहारों के संपर्क में आने पर व्यक्ति की प्रतिक्रिया बढ़ जाती है। नशे के अन्य संभावित कारणों में मस्तिष्क में रासायनिक असंतुलन और मानसिक विकार जैसे की स्किजोफ्रीनिया (schizophrenia) या बायपोलर विकार भी शामिल हैं। 

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    अर्ली एक्सपोजर

    एक्सपर्ट्स का ऐसा मानना है कि एडिक्शन (addiction) में  नशे की लत वाले पदार्थों को छोटी उम्र में और बार-बार लेना महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 

    एडिक्शन के लेवल (level of addiction)

    एडिक्शन के कुछ लेवल (level of addiction) होते हैं जो इस प्रकार है:

    • अनुभव : जिज्ञासा और अनुभव लेने के लिए किसी (एडक्टिव ) चीज का सेवन करना या किसी ऐसी गतिविधि में शामिल होना।
    • सामाजिक या नियमित: सामाजिक स्थितियों में नियमित रूप से इनका सेवन करना या गतिविधि में शामिल होना
    • समस्या या जोखिम: परिणामों को नजरअंदाज करके बार-बार और अधिक मात्रा में इनका सेवन।
    • निर्भरता: संभव नकारात्मक परिणामों के बावजूद,  रोज इन चीजों का सेवन करना या गतिविधि में शामिल होना।

    कितनी तरह के एडिक्शन (Types of addiction) होते हैं?

    ऐसा माना जाता है कि पूरी दुनिया में हर तीन में से एक व्यक्ति किसी न किसी लत का शिकार है। यह एडिक्शन (addiction) किसी भी चीज या बेहेवियर के रूप में हो सकती है। एडिक्शन के कुछ प्रकार इस तरह हैं (types of addiction):

    अल्कोहल:  शराब एक पुरानी बीमारी की तरह है। अगर इसका सेवन नियंत्रण से बाहर हो, तो कई मामलों में यह घातक हो सकती है । यह कार्य और जिम्मेदारियों के अलावा मनुष्य के शारीरिक, मानसिक, सामाजिक या पारिवारिक स्वास्थ्य में हस्तक्षेप करती है।

    तंबाकू: तंबाकू में निकोटिन पाया जाता है, जो कई रोगों का कारण बन सकता है जैसे गले का कैंसर। इसके कारण हर साल हजारों लोग अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं।

    मारिउआना : मारिउआना अवैध दवाओं में से एक है, जो व्यापक रूप से उपयोग की जाती है। किशोरों और युवाओं में इसका इस्तेमाल आम है क्योंकि इसे अक्सर सॉफ्ट दवा माना जाता है। इससे भी शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से नुकसान होता है।

    कोकीन : कोकेन एक ड्रग है, जो साइकोएक्टिव पदार्थों के समूह से संबंधित है। अर्थात, यह सेंटर नर्वस सिस्टम को मुख्य रूप से मस्तिष्क में उत्तेजक प्रभाव पैदा करता है। कोकीन टॉलरेंस जल्दी विकसित होती है जिसका अर्थ है कि यह अधिक एडक्टिव (addictive) है।

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    ऐसे कुछ पदार्थ या बेहेवियर जो एडिक्शन (addiction) को बढ़ाते हैं:

    निकोटीन, ड्रग्स और शराब के अलावा, अन्य सामान्य बेहेवियर एडक्टिव (addictive) इस प्रकार हैं:

    • कॉफी या कैफीन: कॉफी या कैफीन का अधिक सेवन भी हमारे शरीर पर बुरा असर डालता है।
    • जुआ: जुए की लत का प्रभाव इंसान की वित्तीय मामलों और इसके साथ ही रिश्तों पर पड़ता है।
    • क्रोध :क्रोध से मनुष्य खुद के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के साथ ही अपने रिश्तों और भी खराब कर लेता है।
    • ईटिंग डिसऑर्डर : ईटिंग डिसऑर्डर के कारण भी कई समस्याएं होती है जैसे वजन का बढ़ना, मोटापा आदि।
    • टेक्नोलॉजी जैसे गेमिंग :कई किशोर इन दिनों अपना ज्यादा समय वर्चुअल दुनिया में रहने में बिताते हैं। इससे न केवल उनके स्वास्थ्य या सोशल लाइफ पर बुरा असर पड़ता है, बल्कि वो अपनी जिम्मेदारियों को भी पूरा नहीं कर पाते। 
    • काम: काम करना अच्छा है लेकिन जब यह काम आपकी लत बन जाए, तो यह आपके लिए बुरा साबित हो सकता है। इसके कारण आप न तो खुद को समय दे पाएंगे न ही अपने चाहने वालों को। जिसके कारण आप न केवल अपने स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचांएगे बल्कि आप जीवन में भी अकेला महसूस करेंगे

    इस बारे में फोर्टिस हॉस्पिटल के चीफ इंंटेंसेविस्ट, मुंबई के डॉक्टर संदीप पाटिल का कहना है कि  एंग्जायटी डिसऑर्डर के आज के समय में अधिकतर लोग शिकार हो रहे हैं, जो उनकी हेल्थ के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। उल्टा कई और गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है। स्ट्रेस से निकलने के लिए अच्छी  लाइफस्टाइल का होना बहुत जरूरी है। मेडिटेशन  को मेंटल हेल्थ के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।  इसके अलावा डायट में कई ऐसे फूड को शामिल कर सकते हैं, जो आपकी अच्छी नींद में मदद करता है। इससे शरीर में कई ऐसे हॉर्मोन रिलीज होते हैं, जो अच्छी नींद में सहायक माने जाते हैं।

    इन एडिक्शन (addiction) से निपटने के लिए क्या करना चाहिए?

    एडिक्शन (addiction) से छुटकारा पाने के लिए आपको अपना सही उपचार कराना चाहिए। नशीली दवाओं की लत (सब्सटांस यूज़ डिसऑर्डर) का निदान करने के लिए गहन मूल्यांकन की आवश्यकता होती है। इनके निदान के लिए डॉक्टर आपको ब्लड, यूरिन या अन्य टेस्टस के लिए कह सकते हैं। एडिक्शन (addiction) से निपटने के लिए इन उपचारों का प्रयोग किया जा सकता है:

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    एडिक्शन का उपचार (treatment of addiction) बहुत ही निजी होता है और अक्सर इसमें रोगी को अपने दोस्तों, प्रियजनों और परिवार के सहारे की जरूरत पड़ती है। इसके उपचार में अधिक समय ले सकता है या यह जटिलतापूर्ण हो सकता है। इसके उपचार के लिए इन तरीकों को अपनाया जाता है।

    डिटॉक्सिफिकेशन (Detoxification)

    मेडिकली-असिस्टेड डेटॉक्स आपको एडक्टिव (addictive) पदार्थ को सुरक्षित वातावरण में छुटकारा दिलाने में मदद सकता है। यह इसलिए लाभदायक है, क्योंकि कई बार किसी एडक्टिव (addictive) सब्सटांस से छुटकारा पाना बहुत भयानक और जीवन के लिए नुकसानदायक हो सकता है। डिटॉक्स एडिक्शन (addiction) के अंडरलाइंग व्यवहार के कारणों का इलाज नहीं करता है, यह आमतौर पर इसका प्रयोग अन्य उपचारों के साथ मिला कर उपयोग किया जाता है।

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    कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (Cognitive Behavioural therapy)

    कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी कई तरह की एडिक्शन के उपचार (treatment of addiction) के लिए लाभदायक है जैसे फूड एडिक्शन (food addiction), अल्कोहल एडिक्शन (alcohol addiction)। यह न केवल आपको अपने अनहेल्दी व्यवहार पैटर्न को पहचानने में मदद कर सकता है, बल्कि यह आपको ट्रिगर्स की पहचान करने और उनसे छुटकारा पाने में भी मदद कर सकती है।

    रैशनल इमोटिव बिहेवियर थेरेपी (Rational Emotive Behaviour Therapy)

    REBT आपके नकारात्मक विचारों को पहचानती है और आपको अच्छा महसूस करने में मदद करती हैं। इसका उद्देश आपको यह महसूस करने में सहायता करना है कि रैशनल थिंकिंग की शक्ति आपके भीतर निहित है और इसका बाहरी स्थितियों या तनाव से कोई संबंध नहीं है।

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    12-स्टेप फैसिलिटेशन (12-Step Facilitation)

    यह तरीका अल्कोहल और सब्स्टांस एब्यूज के उपचार में लाभदायक है। यह समूह चिकित्सा का एक रूप है, जिसमें यह मानते हैं कि लत के कई नकारात्मक परिणाम हैं जो सामाजिक, भावनात्मक, आध्यात्मिक और शारीरिक हो सकते हैं

    दवाईयां 

    जब दवाइयों को बेहेवियर थेरेपी के साथ मिला कर प्रयोग किया जाता है, तो यह बहुत लाभदायक सिद्ध होती हैं। यह दवाईयां क्रेविंग को दूर करती हैं, मूड सुधारती हैं और एडक्टिव (addictive) बेहेवियर को कम करती है। 

    लाइफस्टाइल का एडिक्शन (addiction) से छुटकारा पाने में क्या रोल है?

    अगर आप एडिक्शन (addiction) से बाहर निकलना चाहते हैं तो आपको खुद में परिवर्तन लाना होगा। केवल दवाई या थेरिपी ही नहीं बल्कि आपको एक स्वस्थ जीवनशैली अपनानी होगी। जानिए, आपको क्या परिवर्तन करने चाहिए अपनी लाइफस्टाइल में:

    हेल्दी डायट

    एडिक्शन (addiction) से बाहर निकलने के लिए सबसे जरूरत बदलाव है सही आहार। सही और संतुलित आहार से आप अपनी स्ट्रेस और कम कर पाएंगे और आपको कई शारीरिक, मानसिक और इमोशनल लाभ होंगे। कुछ चीजों का खास ध्यान रखें जैसे नाश्ते को नजरअंदाज न करें, अपने आहार में फल, सब्जियों, साबुत अनाज आदि को अवश्य शामिल करें। अगर आपको अपने आहार को लेकर कोई संदेह है तो किसी नूट्रिशनिस्ट या डायटीशियन की सलाह लें।

    addiction

    नियमित रूप से व्यायाम 

    व्यायाम को अपने जीवन का हिस्सा बना लें। इससे न केवल आप स्वस्थ रहेंगे, बल्कि इससे आपके दिमाग के फील गुड केमिकल में भी बढ़ोतरी होगी। जिससे आपका तनाव दूर होगा और मूड सुधरेगा।

    नए दोस्त बनाएं 

    अगर आपको कोई लत है तो इसका श्रेय आपके दोस्तों या प्रियजनों को भी जा सकता है। क्योंकि हो सकता है कि आपकी कंपनी में केवल वही लोगों हों, जो एडक्टिव (addictive) हों। ऐसे में अब आपको कुछ अच्छे दोस्त बनाने होंगे, जो आपको एडिक्शन (addiction) से बाहर आने और सकारात्मक रहने में मदद कर सके।

    अपने शौक करें पूरे 

    अपनी पुरानी लाइफस्टाइल को छोड़ कर अपने नए शौक को समय दें और वो सब करें जो आप करना चाहते हैं। जैसे पेंटिंग करना, किसी खेल में भाग लेना, डांस करना आदि। इससे भी आप अपना ध्यान एडिक्शन (addiction) से हटा पाएंगे।

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    आराम करें 

    अधिकतर लोग ड्रिंकिंग या अन्य ड्रग्स का सेवन इसलिए शुरू करते हैं। क्योंकि, वो रिलैक्स करना चाहते हैं और धीरे-धीरे यह उनकी आदत बन जाती है। अब बदले हुए लाइफस्टाइल में आपको बिना ड्रग्स या अल्कोहल के रिलैक्स करना सीखना होगा।

    ईमानदार रहें

    एडिक्शन (addiction) का शिकार लोग खुद और अपने साथ ईमानदार नहीं होते। लेकिन, अगर आप एडिक्शन (addiction) से दूर होना चाहते हैं तो आपको ईमानदार रहने की जरूरत है।

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    एडिक्शन (addiction) से छुटकारा पाने के लिए खुद को कैसे मोटिवेट कर सकते हैं?

    एडिक्शन (addiction) से छुटकारा पाने के लिए मोटीवेट होने के लिए आपको सबसे पहले वो कारण ढूंढना होगा, जिसके कारण आप इसे छोड़ना चाहते हैं। जैसे आप अपने परिवार की सुरक्षा के लिए ऐसा करना चाहते हैं, किसी बीमारी की वजह से या किसी अन्य कारण से। एक स्ट्रांग कारण आपको एडिक्शन से छुटकारा पाने में आपकी मदद और आपको मोटीवेट करेगा।

    प्रियजनों का सहारा लें

    जब आपने एडिक्शन (addiction) से छुटकारा पाने का निर्णय ले लिया हो, तो इसके बारे में अपने प्रियजनों को अवश्य बताएं। वो आपके इस कार्य में आपको न केवल मदद करेंगे बल्कि उनके सपोर्ट से आप को मोटिवेशन भी मिलेगी।

    खुद को इनाम दें

    आमतौर पर लोग एडक्टिव (addictive) चीजों का सेवन इसलिए करते हैं क्योंकि वो रिलेक्स रहना चाहते हैं। लेकिन, अगर आपने इसे छोड़ने का निर्णय ले लिया है और इसका पूरी तरह से पालन कर रहे हैं तो खुद को पुरस्कृत करना न भूलें। अपने लिए वो सब लें जिनकी आपको जरूरत हो। अपने शौक भी पूरा करें, इससे भी आप मोटीवेट होंगे।

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    अपने भविष्य के बारे में सोचें

    एडिक्शन (addiction) के दौरान हम न तो अपने वर्तमान के बारे में सोच पाते हैं ना ही भविष्य के बारे में। यही नहीं,  एडिक्शन (addiction) के दौरान इंसान किसी भी व्यक्ति के बारे में नहीं सोच पाता। इसका असर उनके भविष्य और उनके परिवार पर होता है। लेकिन, एडिक्शन (addiction) से छुटकारा पाने के दौरान या बाद में आप अपने भविष्य और परिवार के बारे में सोचने के साथ ही अपनी जिम्मेदारियों को पूरा कर सकते हैं। इससे भी आप मोटीवेट होंगे।

    यदि आप या कोई प्रिय व्यक्ति नशे की लत से जूझ रहे हैं, तो आपको अकेले लड़ाई लड़ने की जरूरत नहीं है। मेडिकल प्रोफेशनल से बात करें। ऐसे कई सफल उपचार उपलब्ध हैं, जो आपकी लत को दूर करने में आपकी मदद कर सकते हैं।

    डिस्क्लेमर

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