क्यों होता है हिस्ट्रियोनिक पर्सनालिटी डिसऑर्डर? (What causes histrionic personality disorder?)
हिस्ट्रियोनिक पर्सनालिटी डिसऑर्डर होने का मुख्य कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। विशेषज्ञों की मानें तो यह समस्या जीन्स और बचपन में सीखे गए व्यवहार की वजह से भी हो सकती है। आकड़ों के अनुसार यह समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा पाई गई है। पर कई विशेषज्ञ ऐसा भी मानते हैं कि अगर पुरुष इस डिसऑर्डर के बारे में खुल के बात करें तो महिलाओं की तुलना में यह समस्या उनमें ज्यादा मिलेगी। यह समस्या पुरुषों में इसीलिए कम पाई जाती है क्योंकि पुरुष इस पर बात ही नहीं करते और इसे नजरंदाज करते हैं। हिस्ट्रियोनिक पर्सनालिटी डिसऑर्डर आमतौर पर किशोरावस्था से लेकर 25 साल तक के लोगों में ज्यादा पाया जाता है।
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हिस्ट्रियोनिक पर्सनालिटी डिसऑर्डर के बारे में किस तरह पता लगाया जा सकता है? (How is histrionic personality disorder diagnosed?)
यदि उपरोक्त बताए लक्षण नजर आते हैं तो डॉक्टर मेडिकल हिस्ट्री लेते हैं। इसके बाद शारीरिक परीक्षण कर मूल्यांकन करते हैं। हालांकि इस रोग का पता लगाने के लिए कोई परीक्षण नहीं किया जाता है। डॉक्टर लक्षणों के कारण के रूप में शारीरिक बीमारी का पता लगाने के लिए विभिन्न नैदानिक परीक्षणों का उपयोग कर सकते हैं। यदि डॉक्टर को लक्षण का कोई शारीरिक कारण नहीं मिलता है, तो वह व्यक्ति को साइकेटरिस्ट या सायकोलॉजिस्ट के पास जाने की सलाह दे सकते हैं। साइकेटरिस्ट और सायकोलॉजिस्ट किसी व्यक्ति में पर्सनैलिटी डिसॉर्डर का पता लगाने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए साक्षात्कार और मूल्यांकन उपकरण का उपयोग करते हैं।
कैसे लड़ें हिस्ट्रियोनिक पर्सनालिटी डिसऑर्डर से? (How to treat histrionic personality disorder)
हिस्ट्रियोनिक पर्सनालिटी डिसऑर्डर को मनोवैज्ञानिक आधार पर ही ठीक किया जा सकता है। इस समस्या को पूरी तरह से दूर करने में लगने वाला समय इस बात पर निर्भर करता है कि इस समस्या के लक्षण रोगी को कितने समय से हैं और कितने गंभीर हैं। मनोवैज्ञानिक मुख्य रूप से रोगी के व्यवहार, उसके रूप-रंग और उसके विचारों पर जांचते हैं। उसके बाद ही वो हिस्ट्रियोनिक पर्सनालिटी डिसऑर्डर के रोगियों को कोई उपचार या दवाई रिकमेंड करते हैं।
आमतौर पर हिस्ट्रोनिक पर्सनालिटी डिसऑर्डर के रोगियों को नहीं लगता कि उन्हें किसी तरह के इलाज की जरूरत है। ये लोग दिनचर्या को नापसंद करने की प्रवृत्ति रखते हैं, जिस वजह से इनका ट्रीटमेंट प्लान करना मुश्किल होता है। हालांकि अगर इन लोगों में फेल रिलेशनशिप के चलते डिप्रेशन या किसी अन्य कारण से उन्हें उनकी सोच या व्यवहार परेशान करता है तो ये मदद ले सकते हैं। हिस्ट्रियोनिक पर्सनालिटी डिसऑर्डर के ट्रीटमेंट में साइकोथेरेपी की सलाह दी जाती है। इस ट्रीटमेंट का उद्देश्य विचारों और व्यवहार से जुड़ी प्रेरणाओं और आशंकाओं को उजागर करने में मदद करना है।