कैसे करें पैरानॉयड पर्सनेल्टी डिसऑर्डर (Paranoid Personality Disorder) का उपचार?
पैरानॉयड पर्सनेल्टी डिसऑर्डर वाले लोग अक्सर किसी भी तरह का इलाज तलाश नहीं करते क्योंकि वे इसे किसी समस्या के रूप में देखते ही नहीं है। उन्हें दूसरों पर विश्वास नहीं होता और इसी वजह से कई मरीज उपचार के लिए नहीं जाते। अगर किसी तरह वो एक डॉक्टर तक पहुंच भी गए तो डॉक्टर के तरीके पर भी सवाल उठा सकते हैं।
विशेषज्ञों की मानें तो पैरानॉयड पर्सनेल्टी डिसऑर्डर के केस में साइकोथेरेपी ही सबसे सफल उपचार का तरीका है। इस तरह के उपचार के अंतर्गत डॉक्टर मरीज के अंदर विश्वास, सहानुभूति और आत्म-सम्मान बढ़ाने के साथ-साथ सामाजिक बनने पर जोर डालते हैं। आमतौर पर इस डिसऑर्डर के इलाज के लिए दवा का उपयोग नहीं किया जाता है। हालांकि, एंटी-डीप्रेस्सेंट और एंटी-साइकोटिक जैसी दवाएं भी डॉक्टर के परामर्श पर रोगियों को दी जाती हैं।
पैरानॉयड पर्सनेल्टी डिसऑर्डर वाले कुछ लोग इस बीमारी से अच्छी तरह लड़ते हैं और नौकरी करने और शादी करने के साथ ही नॉर्मल जीवन जी पाते हैं। बाकी केस में इस बीमारी के मरीज नॉर्मल जीवन नहीं जी पाते। इस बीमारी के निदान के लिए बिना देर किए अपने डॉक्टर का सही मार्गदर्शन लें।
पैरानॉयड पर्सनेल्टी डिसऑर्डर और जीवनकाल
आगे की जिंदगी में पैरानॉयड पर्सनेल्टी डिसऑर्डर के असर किस तरह से कम हो सकते हैं, यह व्यक्ति से व्यक्ति निर्भर करता है। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि प्रभावित व्यक्ति आगे ट्रीटमेंट लेने के लिए तैयार है या नहीं। अगर वह ट्रीटमेंट लेता है तो उसके सामान्य व्यवहार करने की संभावना रहती है। इसके बाद वे सामान्य व्यक्ति की तरह जॉब कर सकते हैं और रिश्ते निभा सकते हैं। हालांकि, शोधकर्ता बताते हैं कि पैरानॉयड पर्सनेल्टी डिसऑर्डर के मामले में जिंदगीभर ट्रीटमेंट लेना आवश्यक है, क्योंकि इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। इसके लक्षण जिंदगीभर होते हैं बस ट्रीटमेंट लेकर उन्हें सामान्य किया जा सकता है।