कुशिंग सिंड्रोम का निदान करना थोड़ा मुश्किल हैं। क्योंकि वजन बढ़ना (Weight gain) और थकान जैसे लक्षण अन्य स्वास्थ्य स्थितियों के कारण भी हो सकते हैं और कुशिंग सिंड्रोम के लिए कोई एक कारण जिम्मेदार नहीं है। डॉक्टर आपकी मेडिकल हिस्ट्री और लक्षणों के बारे में पूछेगा। साथ ही आपको यदि कोई अन्य बीमारी है और आप उसकी दवा ले रहे हैं तो उसके बारे में भी बताएं। आपसे पूछे गए सवालों और लक्षणों के आधार पर यदि डॉक्टर को कुशिंग सिंड्रोम का संदेह होता है तो फिजिकल एग्जाम (Physical exam) के बाद आगे वह कुछ टेस्ट के लिए कहेगा ताकि कुशिंग सिंड्रोम को लेकर स्थिति स्पष्ट हो जाए।
डेक्सामेथासोन सप्रेशन टेस्ट- आपको 11:00 बजे कम डोज वाली स्टेरॉयड गोली लेनी होगी और फिर सुबह ब्लड टेस्ट (Blood test) करके देखा जाता है कि आपका शरीर अब कितना कोर्टिसोल बना रहा है।
लेट नाइट स्लाइवरी कॉर्टिसोल लेवल- इस टेस्ट में आपके लार यानी स्लाइवा में कोर्टिसोल (Cortisol) का लेवल मापा जाता है। जैसा की नाम से ही पता चल रहा है यह टेस्ट रात में किया जाता है।
24 घंटे यूरिनरी फ्री कोर्टिसोल टेस्ट- यह सामान्य टेस्ट में आपके यूरीन को 24 घटे कि लिए एकत्र किया जाता है ताकि पता चल सके कि इसमें कोर्टिसोल कितना है।
यदि आपको कुशिंग सिंड्रोम (Cushing Syndrome) है तो आपका डॉक्टर आपको स्पेशलिस्ट के पास भेजेगा। जहां वह स्थिति को और स्पष्ट करने के लिए और ब्लड टेस्ट (Blood Test) और इमेजिंग स्कैन कर सकता है।
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उपचार
कुशिंग सिंड्रोम का उपचार (Treatment for Cushing Syndrome)
कुशिंग सिंड्रोम का इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि आपको यह सिंड्रोम किस कारण से हुआ है। आपका डॉक्टर बढ़े हुए कोर्टिसोल लेवल का स्तर सामान्य करने के लिए दवा दे सकता है। कुछ दवाएं एड्रिनल ग्लैंड (Adrenal gland) में कोर्टिसोल के उत्पादन या पिट्यूटरी ग्लैंड में एड्रेनोकोर्टिकोट्रोपिक हार्मोन (Adnocorticotopic Hormone) के उत्पादन को कम करती है। कुछ अन्य दवाएं आपके टिशू पर कोर्टिसोल के प्रभाव को रोकती है।
आप यदि कोर्टिकोस्टेरॉयड (Corticosteroids) का सेवन कर रहे हैं तो आपकी दवा और उसके डोज में बदलाव की जरूरत है, लेकिन आप खुद से इसमें बदलाव न करें।
यदि कुशिंग सिंड्रोम का कारण ट्यूमर है तो डॉक्टर सर्जरी के जरिए ट्यूमर को हटाने को कहेगा। लेकिन ट्यूमर यदि हटाया नहीं जा सकता तो डॉक्टर रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy) या कीमोथेरेपी (Chemotherapy) से इसका उपचार करता है।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।