कहते हैं ‘सब रोगों का एक ही समाधान, योग करो सुबह और शाम’… योग की चर्चा भले ही पिछले कुछ सालों से ज्यादा हो, लेकिन योग भारतीय संस्कृति में पांच हजार साल पुरानी पद्धति है। योग की मदद से शरीर को स्वस्थ्य रखने के साथ-साथ बीमारियों से भी बचा जा सकता है। आज इस आर्टिकल में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए योग (Yoga for Erectile Dysfunction) की चर्चा करेंगे और जानेंगे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए कौन-कौन से योगासन किये जा सकते हैं। लेकिन सबसे पहले जान लेते हैं इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (Erectile Dysfunction) से जुड़ी कुछ खास जानकारी।
क्या है इरेक्टाइल डिस्फंक्शन? (What is Erectile Dysfunction)
पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का अर्थ है सेक्स के दौरान उत्तेजित महसूस नहीं करना। ऐसा कई कारणों की वजह से हो सकता है। हालांकि कभी-कभी इरेक्शन की समस्या स्वास्थ्य के नज़रिए से चिंता का विषय नहीं होता, लेकिन अगर ऐसी परेशानी लगातार होती है, तो यह व्यक्ति के लिए चिंता का विषय है। दरअसल इरेक्टाइल डिसफंक्शन के ओर अगर ध्यान नहीं दिया जाए, तो यह धीरे-धीरे इनफर्टिलिटी (नपुंसकता) की ओर बढ़ सकता है। कैसे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए योग (Yoga for Erectile Dysfunction) लाभकारी साबित हो सकता है, यह समझेंगे।
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इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए योग: कौन-कौन से योगासन किये जा सकते हैं? (Yoga for Erectile Dysfunction)
योगासन अगर नियमित किये जायें, तो यह शरीर के लिए बेहद लाभकारी माने जाते हैं। अगर कोई व्यक्ति इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या से पीड़ित हैं, तो उनके लिए निम्नलिखित योगासन लाभकारी हो सकते हैं। इन योगासनों में शामिल है:
1. पश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana)
पश्चिमोत्तानासन को फॉरवर्ड बेंड पोज (Forward Bend Pose) भी कहा जाता है। इस योगासन को नियमित करने से पेल्विक मसल्स को रिलैक्स करने में मदद मिलती है। दरअसल लगातार कई घंटों तक एक ही पुजिशन (पोजीशन) में बैठने की वजह से ब्लड फ्लो पर नेगेटिव प्रभाव पड़ता है। इसलिए इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए योग की लिस्ट में पश्चिमोत्तानासन को शामिल करने की सलाह दी जाती है। इस योगासन से डिप्रेशन के शुरुआती स्टेज से भी लड़ा जा सकता है और आप इस तकलीफ से बाहर आ सकते हैं।
कैसे करें पश्चिमोत्तानासन?
पश्चिमोत्तानासन करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स फॉलो करें-
स्टेप 1- एक मैट बिछा लें। मैट पर बैठ जाएं और दोनों पैरों को सामने की ओर रखें। ध्यान रखें दोनों पैरों के बीच गैप ना हो। अब गर्दन, सिर और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें।
स्टेप 2- अब दोनों हथेलियों को घुटनों पर रखें।
स्टेप 3- अब अपने सिर को और बॉडी को आगे की ओर झुकाएं। ध्यान रखें कि आपका घुटना मोड़ें नहीं और हाथों की उंगलियों से पैरों की उंगलियों को पकड़ें।
स्टेप 4- अब डीप ब्रीदिंग करें, लेकिन धीरे-धीरे या रिलैक्स पुजिशन में सांस लें। अब सिर और माथे को घुटने के पास लाएं।
स्टेप 5- अब इसी पुजिशन में रहें और रिलैक्स करें।
स्टेप 6- कुछ सेकेंड स्टेप 4 की पुजिशन में रहें और फिर नॉर्मल पुजिशन में आ जाएं।
स्टेप 7- पश्चिमोत्तानासन आप 3 से 4 बार कर सकते हैं।
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2. उत्तानासन (Uttanasana)
उत्तानासन संस्कृत का शब्द है, जिसका अर्थ है खिंचाव या स्ट्रेचिंग। इस आसन से शरीर को अत्यधिक लाभ मिलता है। इस आसन को नियमित करने से एंग्जाइटी, सिरदर्द, इंसोम्निया, हाय ब्लड प्रेशर, अस्थमा, साइनोसाइटिस, ऑस्टियोपोरोसिस एवं डायजेशन को ठीक रखने के साथ-साथ इनफर्टिलिटी की समस्या भी दूर हो सकती है। इसलिए इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए योग करना चाहते हैं, तो उत्तानासन को अपनी योग लिस्ट में जरूर शामिल करें।
कैसे करें उत्तानासन?
उत्तानासन करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स फॉलो करें-
स्टेप 1- सबसे पहले योगा मैट बिछा लें और मैट पर स्ट्रेट खड़े हो जाएं और दोनों हाथ को अपने हिप्स पर रखें
स्टेप 2- कमर को बेंड करते हुए आगे की ओर झुकें।
स्टेप 3- बॉडी का बैलेंस बनायें रखें।
स्टेप 4- हिप्स और टेलबोन को पीछे की ओर ले जाएं
स्टेप 5- अब धीरे-धीरे हिप्स को ऊपर की ओर उठायें। इस दौरान थाइज पर दबाव ज्यादा बढ़ेगा।
स्टेप 6- अपने हाथ को पीछे की ओर रखें। इस दौरान आपके पैर पैरलल होने चाहिए
स्टेप 7- अब आपका चेस्ट पैर को स्पर्श करना चाहिए
स्टेप 8- सिर को नीचे की ओर झुकाये रखें। और इस पुजिशन में 15 से 30 सेकेंड तक रहें
स्टेप 9- अब धीरे-धीरे बॉडी नॉर्मल पोज में लाएं।
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3. बद्ध कोणासना (Baddha Konasana)
बद्ध कोणासना किसी भी उम्र के व्यक्ति कर सकते हैं, लेकिन अगर आप इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए योग को लेकर अपनी शंका दूर करना चाहते हैं, तो यह इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के शिकार हुए लोगों के लिए रामबाण की तरह है। इस योगासन से ब्लड सर्क्युलेशन बेहतर होता है, किडनी से जुड़ी परेशानी, प्रोस्टेट ग्लैंड की समस्या, अस्थमा, फ्लैट फीट, हाय ब्लड प्रेशर एवं नपुंसकता (Infertility) की समस्या से निजात दिलाने में आपकी सहायता करता है।
कैसे करें बद्धा कोणासना?
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए योग में शामिल बद्धा कोणासना करना बेहद आसान है। इसे निम्नलिखित स्टेप को फॉलो करते हुए किया जा सकता है। जैसे:
स्टेप 1- योगा मैट बिछाएं और मैट पर कमर को सीधी पुजिशन में रखते हुए बैठ जाएं।
स्टेप 2- अपने पैरों को बाहर की ओर फैलाएं।
स्टेप 3- दोनों एड़ियों को एक-दूसरे से जॉइन करें।
स्टेप 4- अब अपने हाथों से दोनों पैरों को जॉइन करते हुए होल्ड करें।
स्टेप 5- अब बटरफ्लाई की तरह दोनों पैरों के घुटनों को एकसाथ ऊपर ले जाएं और फिर नीचे लाएं।
स्टेप 6- आप इस आसन को 5 मिनट तक कर सकते हैं।
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4. जानुशीर्षासन (Janu Sirsasana)
जिन लोगों ने योग की शुरुआत हाल के दिनों में किया है, उनके लिए ये सबसे आसान योग है। योगा एक्सपर्ट्स के अनुसार इस आसन को सिर्फ 1 मिनट तक ही करना चाहिए। इस आसान से योग के कई फायदे हैं और जो सबसे महत्वपूर्ण है, वो है इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या झेल रहे लोगों के लिए इसके फायदे। अगर आप इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए योग करना चाहते हैं, लेकिन आपने कभी योग नहीं किया है, तो यह आसन आपके लिए बेहद लाभकारी हो सकता है। इस योग के फायदे के लिए इस योग को नियमित रूप से करें।
कैसे करें जानुशीर्षासन?
जानुशीर्षासन के लिए निम्नलिखित स्टेप्स फॉलो करें। जैसे:
स्टेप 1- योगा मैट पर बैठ जाएं और पैरों को अपने सामने की ओर फैलाएं।
स्टेप 2- बैक बोन सीधी रखें।
स्टेप 3- अपने हाथों को सेमीसर्कल बनाते हुए पैर की उंगलिओं को पकड़ें।
स्टेप 4- डीप ब्रीदिंग करें और बॉडी को रिलैक्स रखें।
स्टेप 5- आप इस योगासन को 5 मिनट तक कर सकते हैं।
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5. धनुरासन (Dhanurasana)
इस आसन को धनुष या धनुषासन एवं इंग्लिश में बो पोज (Bow Pose) भी कहते हैं। दरअसल इस आसन को करने के दौरान बॉडी का पुजिशन धनुष के आकार का हो जाता है। योग गुरुओं की मानें, तो हठ योग के 12 आसनों में से एक है धनुरासन। इस आसन को नियमित करने से रीढ़ की हड्डी को स्ट्रॉन्ग बनाने में मदद मिलती है और बॉडी फैलक्सिबल होती है। पुरुषों को इस आसन का विशेष लाभ मिलता है। इसलिए इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए योग (Yoga for Erectile Dysfunction) की लिस्ट में इस आसन को भी शामिल किया गया है।
कैसे करें धनुरासन?
धनुरासन करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स फॉलो करें। जैसे:
स्टेप 1- सबसे पहले योग मैट बिछा लें और मैट पर पेट के बल लेट जाएं। पैरों को आपस में जॉइन करते हुए हाथों को भी पैरों के पास लाएं।
स्टेप 2- अब धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ते हुए हाथों को अपने एंकल पर रखें।
स्टेप 3- अब डीप ब्रीदिंग करते हुए सांस अंदर की ओर भरें और सीने को ऊपर की ओर उठायें।
स्टेप 4- अब सामने की ओर देखें और चेहरे पर पॉजिटिव भाव रखें।
स्टेप 5- तकरीबन 20 सेकेंड तक इसी पुजिशन में रहें।
स्टेप 6- आप 5 से 7 बार इस आसन को कर सकते हैं।
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6. कुंभकासन (Kumbhakasana)
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए योग में कुंभकासन को भी शामिल किया जा सकता है। पुश अप्स पुरुषों का सबसे पसंदीदा एक्सरसाइज होता है, ठीक उसी तरह कुंभकासन पसंदीदा योगासन है। इस आसन से पूरे बॉडी को स्ट्रॉन्ग बनाने में मदद मिलती है और आपका स्टेमिना भी बढ़ता है। यह आसन पुरुष और महिलाओं दोनों के लिए लाभकारी माना जाता है, लेकिन इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या से बचने के लिए या अगर इस परेशानी ने दस्तक दे दी है, तो भी कुंभकासन आपके लिए लाभकारी आसनों में से एक है।
कैसे करें कुंभकासन?
इस आसन को करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स फॉलो करें। जैसे:
स्टेप 1- योगा मैट बिछा लें और इसपर पेट के बल लेट जाएं।
स्टेप 2- जिस तरह से पुश अप्स करते हैं, ठीक वैसे ही बॉडी की पुजिशन ले लें।
स्टेप 3- हथेलियों और पैरों की उंगलियों पर शरीर का भार देते हुए बॉडी को ऊपर की ओर ले जाएं और कुछ सेकेंड होल्ड करते हुए आराम से नीचे आ जाएं।
स्टेप 4- आप इसे 5 से 7 बार नियमित कर सकते हैं।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए योग (List of Yoga for Erectile Dysfunction) की लिस्ट में ऊपर बताये योगासनों को नियमित शामिल किया जा सकता है। हालांकि बेहतर होगा इन आसनों को करने से पहले आप अपने डॉक्टर एवं योगा एक्सपर्ट से जरूर सलाह लें।
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योग करने के पहले किन-किन बातों का ध्यान रखें?
अगर आप बिग्नर हैं, तो आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे:
- सबसे पहले योगा एक्सपर्ट से योग करने के तरीकों को समझें।
- खाने के 2 से 3 घंटे के बाद ही योग करें। वैसे बेहतर होगा अगर आप सुबह के वक्त योग करें।
- आरामदायक कपड़ें पहनें।
- योग करने के दौरान अपने साथ टॉवेल जरूर रखें। इससे पसीना पोछने में आसानी होगी।
- हेल्दी डायट फॉलो करें।
- अगर योग करने के दौरान असहज महसूस हो, तो एक्सपर्ट से कंसल्ट करें।
इन छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर योग का लाभ उठाया जा सकता है, जिससे हेल्दी रहना आसान हो जाता है।
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इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के कारण क्या हैं?
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं। जैसे:
- प्राइवेट पार्ट में ब्लड फ्लो ठीक की कमी या ब्लड सर्क्युलेशन ठीक तरह से नहीं होना।
- हॉर्मोन से जुड़ी समस्या।
- सर्जरी या चोट लगना।
इन ऊपर बताये कारणों के अलावा मेंटल हेल्थ (Cause of Erectile Dysfunction) ठीक नहीं की वजह से भी ऐसा हो सकता है, जिसके निम्नलिखित कारण हो सकते हैं। जैसे:
- किसी बात को लेकर चिंतित रहना
- डिप्रेशन की समस्या
- रिलेशनशिप से जुड़ी समस्या
इन कारणों की वजह से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या हो सकती है, लेकिन डॉक्टर से रेग्यूलर कंसल्ट कर और बताये गए योगासनों को करने से इस परेशानी को आसानी से दूर किया जा सकता है। अगर आप इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए योग (Yoga for Erectile Dysfunction) या इस समस्या से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।