आर्थ्रोसिस और अर्थराइटिस दोनों ही हड्डी (Bones), स्नायु (Ligaments) और जोड़ों (Joints) से जुड़ी समस्या है। इन दोनों ही बीमारियों के कारण जोड़ों में अकड़न (Joint stiffness) और जोड़ों में दर्द (Joints pain) की समस्या होती है, आर्थ्रोसिस और अर्थराइटिस दोनों अलग-अलग बीमारी है। नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ अर्थराइटिस एंड मुस्कुलोस्केलेटल एंड स्किन डिजीज (National Institute of Arthritis and Musculoskeletal and Skin Diseases) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार ऑस्टियोअर्थराइटिस (Osteoarthritis [OA]) का ही दूसरा नाम आर्थ्रोसिस है, जो अर्थराइटिस का ही एक प्रकार है और सबसे सामान्य है। आर्थ्रोसिस शरीर के किसी भी जोड़ों में हो सकता है। जैसे हाथों, गर्दन, घुटनों और कूल्हों के जोड़ों में दर्द की शिकायत रहना। उम्र बढ़ने के साथ-साथ ये तकलीफें भी बढ़ने लगती हैं। ऐसी स्थिति होने पर मरीज अलग-अलग लक्षण भी महसूस कर सकते हैं, जिनके बारे में इस आर्टिकल में आगे जानेंगे।
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आर्थ्रोसिस और अर्थराइटिस के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Arthrosis and Arthritis)
अगर किसी व्यक्ति को आर्थ्रोसिस और अर्थराइटिस दोनों की समस्या रहती है, तो जोड़ों में अकड़न (Joint stiffness) महसूस होना और जोड़ों में दर्द (Joints pain) की तकलीफ बनी रहती है। इनदोनों परेशानियों के साथ-साथ अर्थराइटिस होने पर निम्नलिखित लक्षण देखे जा सकते हैं। जैसे:
- जोड़ों में सूजन होना।
- जोड़ों के आसपास की त्वचा लाल होना।
- जॉइन्ट्स मूवमेंट में परेशानी होना।