हेल्दी लाइफ स्टाइल बॉडी को हेल्दी रखने के लिए बेहद जरूरी है। लेकिन बदलते वक्त में कुछ बदलाव की वजह से हेल्दी रहना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। हालांकि हेल्दी लाइफ स्टाइलमेंटेन करना और उससे जुड़े नियमों का पालन करना मुश्किल जरूर है पर नामुमकिन नहीं है। अब देखिये ना बदलती जीवनशैली का असर मांसपेशियों पर पड़ना तय माना जाता है, जिस वजह से मांसपेशियों में दर्द की शिकायत शुरू हो जाती है। सिर्फ यही नहीं बल्कि कई ऐसी शारीरिक परेशानी भी है, जिसका नकारात्मक प्रभाव जांघों पर पड़ता है, जिससे जांघ में दर्द (Thigh pain) की तकलीफ शुरू हो जाती है। इस आर्टिकल में समझेंगे जांघों में दर्द के कारण क्या है? क्यों होती है थाइज पेन? और इस पीड़ा से कैसे बचा जाए?
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जांघ में दर्द (Thigh pain) की तकलीफ क्या है?
जांघ के दर्द के कई कारण हो सकते हैं, जैसे मांसपेशियों में दर्द, मसल्स का फटना या फ्रैक्चर होना। जांघ का दर्द शरीर के किसी अन्य हिस्से में होने वाली परेशानी की वजह से भी हो सकती है। सामान्य से लगने वाली यह पीड़ा गंभीर रूप भी ले सकती है। इसलिए इस आर्टिकल में आगे जानेंगे जांघ में दर्द होने पर क्या लक्षण देखे जा जा सकते हैं।
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जांघ में दर्द के क्या लक्षण हैं?
जांघों में दर्द होने पर निम्नलिखित लक्षण देखे जा सकते हैं या आप खुद महसूस भी कर सकते हैं। इन लक्षणों में शामिल है?
- खुजली होना
- झुनझुनी महसूस होना
- चलने में कठिनाई होना
- थाई का सुन्न होना
- जलन का अहसास होना
- दर्द वाले स्थान या उसके आस पास वाली जगहों पर सूजन आना
- पैरों में लगातार दर्द होना
इन लक्षणों के अलावा अन्य लक्षण भी महसूस किये जा सकते हैं।
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जांघ में दर्द के कारण क्या हैं?
जांघों में दर्द हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ लोगों में यह परेशानी अचानक से शुरू हो सकती है, तो कुछ लोगों में यह तकलीफ धीरे-धीरे शुरू होती है। यहां जान लेते हैं कि जांघ के दर्द का कारण क्या है-
- थाइज में शरीर के अन्य हिस्सों की तुलना में ज्यादा मांस होते हैं। प्रायः एक्सरसाइज, कूदने या किसी कारण चोट लगने की वजह से थाइज में पेन की परेशानी शुरू हो सकती है।
- शरीर में पोटैशियम, कैल्शियम, सोडियम और मैग्नेशियम जैसे तत्वों की कमी होना।
- डिहाइड्रेशन की समस्या होना।
- जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करना।
- एक ही पुजिशन में ज्यादा वक्त तक रहना।
- किडनी स्टोन की समस्या होने पर थाइज पेन की संभावना होना।
- ब्लड क्लॉटिंग की वजह से जांघों में दर्द की समस्या होना।
- फ्रैक्चर होने की वजह से भी जांघों में दर्द की तकलीफ हो सकती है।
जांघों में दर्द का निदान कैसे किया जाता है?
दर्द की इस तकलीफ को दूर करने के लिए हेल्थ एक्सपर्ट निम्नलिखित टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं। जैसे:
- मसल्स में होने वाले खिंचाव की परेशानी को समझने के लिए सीटी स्कैन (CT Scan) या एमआरआई (MRI) करवाने की सलाह देते हैं।
- हड्डियों की जांच के लिए एक्स-रे (X-Ray) करवाने की सलाह देते हैं।
- ब्लड क्लॉटिंग की स्थिति को समझने के लिए अल्ट्रासाउंड स्कैन (Ultrasound scan) किये जा सकते हैं।
- नसों की स्थिति को समझने के लिए इलेक्ट्रोग्राफी (Electrography) या नर्व कंडक्शन स्टडी (Nerve Conduction study) की जा सकती है।
इन ऊपर बताये टेस्ट के अलावा डॉक्टर पेशेंट की मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी लेते हैं और आवश्यकता अनुसार अन्य टेस्ट की भी सलाह दे सकते हैं।
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जांघ में दर्द की तकलीफ को दूर करने के लिए क्या है इलाज?
जांघों में दर्द की परेशानी को दूर करने के लिए सबसे पहले घरेलू उपाय अपनाने की सलाह दी जाती है। घरेलू उपायों में शामिल है:
- आइस पैक यानी बर्फ से दर्द वाले हिस्से की सिकाई करना।
- कई बार हेल्थ एक्सपर्ट हॉट बैग से सिकाई करने की सलाह देते हैं।
- ओवर-द-काउंटर मिलने वाली दवाएं जैसे दवाएं।
- (Acetaminophen)एवं आईब्रूफेन (Ibuprofen) के सेवन की सलाह देते हैं। (वैसे इन दवाओं का सेवन अपनी इच्छा अनुसार नहीं करना चाहिए। हैलो स्वास्थ्य आपको इन दवाओं का सेवन बिना डॉक्टर के सलाह के सेवन करने की सलाह नहीं देता है, क्योंकि इन दर्द की दवाओं का भविष्य में शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।)
- वजन संतुलित रखें, क्योंकि बढ़ते वजन की वजह से भी थाइज पेन की समस्या हो सकती है।
- फिजियोथेरपी से ऑस्टिओआर्थराइटिस की तकलीफ भी दूर होती है और साथ ही इससे मांसपेशियों से जुड़ी परेशानी या दर्द से राहत मिलता है।
- बैंडेज (गर्म पट्टी) का इस्तेमाल करें। इससे भी दर्द और सूजन से आराम मिल सकता है।
- बॉडी को एक्टिव रखें। बिल्कुल भी सुस्त न रहें।
इन ऊपर बताये तरीकों से थाइज में होने वाले दर्द को दूर किया जा सकता है।
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थाइज से जुड़ी तकलीफों से बचने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करना लाभकारी माना जाता है। इसलिए इस आर्टिकल में आगे जानेंगे जांघ के लिए किये जाने वाले वर्कऑउट्स के बारे में।
थाइज के लिए वर्कऑउट्स:-
थाइज को स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए और दर्द जैसी तकलीफों से बचाने के लिए निम्नलिखित एक्सरसाइज किये जा सकते हैं। जैसे:
एयर साइक्लिंग एक्सरसाइज (Air Cycling Exercise)-
एयर साइक्लिंग करना बेहद आसान है और इस वर्कआउट को बिना किसी मशीन के भी किये जा सकते हैं। इस वर्कआउट को करने के लिए सबसे पहले एक मैट बिछा लें। अब पीठ के बल लेट जाएं या पीठ को जमीन की सतह से ऊपर की ओर रखें और दोनों पैरों से हवा में पैडल मारें। इस वर्कआउट को आप 10 से 12 मिनट तक दुहरा सकते हैं। इस एक्सरसाइज को नियमित करने से पैरों के साथ-साथ जांघों के लिए भी बेहतर माना जाता है।
फायर हाईड्रेन्ट एक्सरसाइज (Fire Hydrant Exercise)-
इस एक्सरसाइज से आप थाइज के फैट को कम कर सकते हैं। इस वर्कआउट को करने के लिए सबसे पहले मैट बिछा लें और उसके बाद उस पर घुटने के बल बैठ जाएं। अब अपने हाथों को अपने सामने की ओर लाएं और फ्लोर पर रखें। अब अपने रीढ़ की हड्डी को स्ट्रेट रखें। अब दोनों पैरों को फैलाएं और फिर पास लाएं। इस प्रक्रिया को को आप 10 से 12 मिनट तक दोहराहएं।
साइड लेग लिफ्ट्स एक्सरसाइज (Side Leg Lift Exercise)-
मोटी और एक्स्ट्रा फैट वाले थाइज को पतला करने का सबसे बेस्ट वर्कआउट माना जाता है साइड लेग लिफ्ट्स व्यायाम है। साइड लेग लिफ्ट्स वर्कआउट करने के लिए आप सबसे पहले जमीन पर एक मैट बिछा लें। अब उस मैट पर दाहिनी ओर करवट लेकर लेट जाएं और अपने दाएं हाथ से सिर को सपोर्ट दें। अब अपने बाएं हाथ को अपनी कमर पर रखें और गर्दन को सीधा रखते हुए सामने की ओर देखें। बॉडी को स्ट्रेट रखें अब एक पैर को ऊपर की ओर ले जाएं और फिर वापस लाएं। अब इसी प्रक्रिया को बाईं करवट लेकर करें और पूरे प्रोसेस को दोहराहएं। आप 10 से 12 मिनट तक इस एक्सरसाइज को कर सकते हैं।
साइड लंज एक्सरसाइज (Side Lunges exercise)-
यह एक्सरसाइज काफी प्रभावी माना जाता है। एक-एक कर घुटनों के बल बैठकर और सामने की ओर दोनों हाथों को जॉइन कर आगे बढ़ना है। इस एक्सरसाइज से पूरे पैर की एक्सरसाइज होती है।
रनिंग (Running)-
जांघों को पतला और स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए दौड़ना भी सबसे अच्छा व्यायाम माना जाता है। नियमित रनिंग से थाइज के एक्स्ट्रा फैट को कम कर सकते हैं। फैट फ्री थाइज रहने से कोई परेशानी नहीं हो सकती है।
इन पांच अलग-अलग वर्कऑउट्स को आप बिना किसी मशीन की मदद से घर पर ही कर सकते हैं और थाइज से जुड़ी परेशानियों से बच सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें जरूरत से ज्यादा वर्कआउट करने से भी जांघों में दर्द की समस्या हो सकती है।
अगर आप मांसपेशियों के दर्द या जांघों में दर्द (Thigh pain) से परेशान रहते हैं या रहती हैं, तो इससे जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।