हेपेटाइटिस ए (Hepatitis A) की बीमारी एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है जोकि लिवर इन्फेक्शन का कारण बनती है। यह बीमारी हेपिटाइटिस वायरस (Hepatitis Virus) के कारण होती है। इस वायरस के कारण संक्रमण फैलता है और लिवर में सूजन की समस्या पैदा होती है। हेपिटाइटिस ए (Hepatitis A) वायरस का शरीर में प्रवेश खराब खानपान या फिर खराब पानी के कारण हो सकता है। यह व्यक्ति को संक्रमित करता है लेकिन इस कारण से परमानेंट लिवर डैमेज नहीं होता है। अगर अच्छी हाइजीन, खानपान के समय सावधानी रखी जाए, तो इस वायरस के संक्रमण से बचने में आसानी होती है। अगर समय पर हेपेटाइटिस ए वैक्सीन (Hepatitis A Vaccine) लगवाई जाए, तो भी इस बीमारी से बचने में काफी हद तक सुरक्षा मिलती है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको एवाक्सिम वैक्सीन (Avaxim vaccine) के बारे में जानकारी देंगे और साथ ही इससे जुड़ी सावधानियां भी बताएंगे।
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हेपेटाइटिस ए वैक्सीन (Hepatitis A Vaccine) क्या है?
जैसे कि हमने आपको बताया कि हेपिटाइटिस ए (Hepatitis A) सीरियस लिवर डिजीज है। यह खराब खान-पान के कारण व्यक्ति को या बच्चे को संक्रमित कर सकती हैं। इस बीमारी के कारण थकान की समस्या, भूख में कमी होना, पेट दर्द की समस्या, ज्वाइंडिस या पीलिया की समस्या हो सकती है। ऐसे में त्वचा का पीला होना, यूरिन का रंग गहरा होना और स्टूल के रंग में बदलाव हो सकता है। 6 साल से कम उम्र के बच्चों में बीमारी के लक्षण नजर नहीं आते हैं। अगर कोई भी व्यक्ति बीमारी से संक्रमित है, तो वह दूसरे व्यक्ति को भी इस बीमारी से संक्रमित कर सकता है, भले ही उसमें लक्षण दिखें या न दिखें। कभी-कभी ये बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है। हेपेटाइटिस ए (Hepatitis A) वैक्सीन कब बच्चों को लगवानी चाहिए और इसका डोज कितना होना चाहिए, इस बारे में डॉक्टर से जानकारी जरूर लें। जानिए एवाक्सिम वैक्सीन (Avaxim vaccine) के बारे में जानकारी।
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एवाक्सिम वैक्सीन (Avaxim vaccine) क्या है?
एवाक्सिम वैक्सीन (Avaxim vaccine) इंजेक्शन हेपेटाइटिस ए (Hepatitis A) के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। ये वैक्सीन सीरियस लिवर डिजीज (Liver disease) से बचाने का काम करता है। हेपेटाइटिस ए (Hepatitis A) वायरस यानी कि एचपीवी (HPV) के कारण लिवर इन्फेक्शन (liver infection) की समस्या हो जाती है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से संक्रमित पानी के माध्यम से फैल सकता है। अगर समय पर टीका लगवा लिया जाए, तो सुरक्षा प्रदान हो सकती है। इस टीके के 2 शॉर्ट्स को 6 महीने के अंतर पर लगाया जा सकता है। डॉक्टर या नर्स ही इंजेक्शन लगाते हैं। 12 से 18 महीने की उम्र में बच्चों को इंजेक्शन लगवा सकते हैं, जो बच्चे समय पर इंजेक्शन नहीं लगवा पाए हैं, उन्हें बाद में भी हेपेटाइटिस ए (Hepatitis A) वैक्सीन दी जा सकती है। बच्चे को कितने शॉट देने हैं या फिर कौन से ब्रांड की वैक्सीन लगवानी है, आपको इस बारे में डॉक्टर से जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।
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एवाक्सिम वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स (Avaxim vaccine side effects)
हेपेटाइटिस ए (Hepatitis A) का टीकाकरण करवाने के बाद कुछ साइड इफेक्ट भी दिख सकते हैं। यह जरूरी नहीं है कि टीका लगवाने के बाद सभी लोगों में साइड इफेक्ट्स नजर आएं, लेकिन कुछ लोगों को दुष्प्रभाव का सामना भी करना पड़ सकता है। वैक्सीन लगवाने के बाद साइड इफेक्ट्स में सिरदर्द होना, पेट में दर्द, थकान का एहसास होना, सिर दर्द होना, भूख में कमी होना, उल्टी का एहसास (Feeling of vomiting) आदि महसूस हो सकता है। जिस स्थान पर इंजेक्शन लगाया गया है, वहां पर सूजन और दर्द का एहसास भी हो सकता है। अगर आपके बच्चे को किसी प्रकार की भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो बेहतर है कि आप इस बारे में डॉक्टर को जानकारी दें। इंजेक्शन को लेने से पहले डॉक्टर को यह भी बताएं कि आपको क्या एलर्जी की समस्या है? या फिर अगर आप पहले हेपेटाइटिस ए (Hepatitis A) का टीका लगवा चुके हैं और आपको एलर्जी की समस्या हो चुकी है,तो इस बारे में डॉक्टर को जानकारी जरूर दें।
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प्रेग्नेंसी या फिर ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सुरक्षित है वैक्सीन?
प्रेग्नेंसी या फिर ब्रेस्टफीडिंग के दौरान किसी भी वैक्सीन या फिर दवा का सेवन करना सुरक्षित है या फिर नहीं, इस बात की जानकारी होनी चाहिए। वैक्सीन को प्रेग्नेंसी या फिर ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सुरक्षित माना जाता है। वैक्सीन लगवाने के पहले इस बारे में डॉक्टर से जानकारी लेना बहुत जरूरी है।
एवाक्सिम वैक्सीन में लिवर बैक्टीरिया या फिर वायरस नहीं होता है। ये इंएक्टिवेटेड वैक्सीन है। यैलो फीवर वैक्सीन देने के दौरान इस वैक्सीन को भी दिया जा सकता है। आपने जो भी वैक्सिनेशन करवाया हो, उस बारे में डॉक्टर को जानकारी जरूर दें।
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एवाक्सिम वैक्सीन लगवाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान!
- अगर बच्चे को कोई मेडिकल समस्या है, तो एवाक्सिम वैक्सीन (Avaxim vaccine) लगवाने से पहले इस बारे में डॉक्टर को जानकारी जरूर दें। ऐसा करने से बच्चे को गंभीर बीमारी से बचाया जा सकता है।
- अगर आपका बच्चा किसी प्रकार की दवाओं का सेवन कर रहा है, तो भी इस बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं। हो सकता है कि डॉक्टर आपको दवाओं का सेवन बंद करने की सलाह भी दे सकते हैं।
- वैक्सीन के किसी इंग्रीडिएंट से एलर्जी होने पर भी डॉक्टर को जानकारी जरूर दें। अगर एलर्जी की समस्या होने पर दोबारा वैक्सीन ली जाती है, तो बच्चे को गंभीर समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है।
एवाक्सिम वैक्सीन (Avaxim vaccine) को सुरक्षित वैक्सीन माना जाता है लेकिन वैक्सीन को लगवाते समय सुरक्षा का खास ख्याल रखना भी जरूरी है। अगर आप सभी बातों का ध्यान रखते हुए वैक्सीन लगवाते हैं, तो काफी हद तक आप हेपेटाइटिस बीमारी से बचा जा सकता है। अगर आपने कभी भी इस बीमारी के लिए वैक्सीन नहीं लगवाई है और अचानक से आपको बीमारी के लक्षण दिख रहे हैं, तो बिना देरी किए डॉक्टर को जरूर बताएं। समय रहते बीमारी का इलाज आसान होता है। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। वैक्सीन के किस ब्रांड का चयन करना है, इस बारे में भी डॉक्टर से ही जानकारी लें।
इस आर्टिकल में हमने आपको हेपेटाइटिस ए वैक्सीन एवाक्सिम वैक्सीन (Avaxim vaccine) के बारे में बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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