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ध्यान रखने योग्य कुछ बातें:
- यदि बच्चे का खाने का मन न हो तो उसके साथ खाना खाने के लिए बहुत जोर जर्बदस्ती न करें। इससे उसे उल्टी हो सकती है। जो थोड़ा बहुत खा रखा है, वो भी निकल जाएगा।
- सुनिश्चित करें कि उन्हें भरपूर आराम मिले।
- उन्हें हल्के वजन के कपड़े पहनाएं।
- बच्चे के कमरे का सही तापमान बनाए रखें, न ज्यादा ठंडा और न ज्यादा गर्म।
- यदि 2-3 दिनों तक बुखार लगातार 102-103 से ऊपर रहता है, तो आपको तुरंत बाल रोग विशेषज्ञ को फोन करना चाहिए।
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पहले दो या 3 दिन बच्चे को सूप, ग्लूकोज पानी और जूस जैसे लिक्विड फूड दें। नियमित अंतराल पर छोटे-छोटे भोजन दें, हर 2 घंटे में जिसे धीरे-धीरे हर 4 घंटे तक बढ़ाया जा सकता है। ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें जो सॉफ्ट होने के साथ पाचन में भी आसान हो, जैसे कि दूध, केला, पपीता, संतरा, मुसंबी, खरबूजे आदि जैसे नरम फल। खिचड़ी या मैश किए हुए दही चावल या नरम उबली हुई सब्जियां भी शामिल की जा सकती हैं। आहार में प्रोटीन की मात्रा बढ़ानी चाहिए, इसलिए दूध, अंडे और दाल जैसे उच्च पोषक तत्व प्रोटीन प्रदान करने में महत्वपूर्ण है।
वसायुक्त भोजन, मसालेदार और अत्यधिक रेशेदार भोजन को पचाना मुश्किल होता है और इससे बचना चाहिए। यह भी याद रखना बहुत महत्वपूर्ण है कि बुखार के दौरान विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी, कैल्शियम, आयरन और सोडियम जैसे कुछ पोषक तत्वों की आवश्यकता बढ़ जाती है। कुछ मामलों में संक्रमण के आधार पर उल्टी, दस्त, खांसी और सर्दी भी हो सकती है। लक्षणों को कम करने और बच्चे को सहज महसूस कराने के लिए इन सभी स्थितियों को डॉक्टर से संपर्क करें।