कुकिंग ऑयल फैट, बच्चे के डायट का एक अनिवार्य हिस्सा है, जोकि बच्चे के मानसिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आप बच्चे को कौन से ऑयल में फूड कुक कर के दे रहे हैं, यह बात भी बहुत महत्वपूर्ण है। कई फैट शरीर में विटामिन ए (Vitamin A), डी, ई और विटामिन के को अवशोषित करने का काम करते हैं। वसा भी दो तरह के होते हैं, जिन्हें हम गुड फैट (Good Fat) और बेड (Bad Fat) फैट कहते हैं। खराब फैट बच्चों में मोटापा (Obesity), अधिक वजन, (Heart disease) के खतरे को बढ़ा सकते हैं। हेल्दी फैट के लिए, हेल्दी कुकिंग ऑयल के चुनाव के समय कुकिंग फैट्स एंड ऑयल में सैच्युरेटेड फैट्स (Saturated fats) भी शामिल हों। आपको फिश ऑयल, आमंड ऑयल (Almond Oil), एवोकाडो ऑयल (Avocado oil), कोकोनट ऑयल (Coconut oil), सोयाबीन ऑयल (Soybean oil), कैनोला ऑयल (Soybean oil) और जैतून के तेल (olive oil) का इस्तेमाल करना चाहिए।
इस बारे में एनएफएक्स के फिटन कोच एंड डायट प्लानर आदित्य सिंह का कहना है कि खाने में सही कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल बहुत जरूरी है, इसका प्रभाव सीधे आपके हेल्थ से जुड़ा हुआ होता है। सही कुकिंग ऑयल का चनाव कई बातों को ध्यान में रखते हुए करना चाहिए, जैसे उसमें सभी विटामिन और पोषक तत्व भी जरूर हों। हेल्दी कुकिंग ऑयल के चुनाव के समय कुकिंग फैट्स एंड ऑयल में सैचुरेटेड फैट्स (Saturated fats) भी शामिल हैं। सैचुरेटेड फैट्स में ज्यादातर एनिमल प्रोडक्ट (Animal Products) शामिल होते हैं। यह कुछ प्रकार के पौधों में भी पाए जाते हैं। वैसे तो खाना पकाने में उपयोग किए जाने वाले सैचुरेटेड फैट्स में शामिल हैं: बटर (butter), नारियल का तेल ( Coconut oil) और ताड़ का तेल (Palm Oil)। हालांकि सैचुरेटेड फैट्स स्वाद में भी सही होते हैं, यानि कि आप इसे आसानी से खा सकते हैं। लेकिन उन्हें कम मात्रा में सेवन किया जाना चाहिए, क्योंकि इसके अधिक सेवन से कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) का स्तर भी बढ़ सकता है, जो हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
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दूध व डेयरी उत्पाद (Dairy Product)
बच्चाें का विकास और डायट में बहुत गहरा संबंध है। दूध और डेयरी प्रोडक्ट (Dairy Product) में विटामिन ए (Vitamin A), विटामिन डी (Vitamin D), विटामिन बी (Vitamin B), विटामिन बी2 (Vitamin B2), (Vitamin D)बी12 और कैल्शियम (Calcium) की कमी को पूरा करते हैं। इसके लिए जरूरी है बच्चे की डायट में रोज दूध या दूध से बने डेयरी उत्पाद दे सकते हैं।
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मीट (Meat)
नॉनवेज जैसे कि मीट और फिश में भी विटामिन बी 12 (Vitamin B12) और आयरन (Iron) की उच्च मात्रा पायी जाती है। आयरन से भरपूर आहार का सेवन करने से बच्चों में खून की कमी भी नहीं होती है। यदि आपका बच्चा वजिटेरियन है, तो आपको अपने डायट में सोया, सेम, अंडे, दूध, पनीर, दही, मशरूम, नट्स आदि को शामिल करना चाहएि।
11 साल के बच्चे का बैलेंस्ड डायट चार्ट (Diet plan for 11 year old child)
बच्चाें का विकास और डायट में बहुत गहरा संबंध है। बढ़ती उम्र के बच्चे के साथ उनकी शारीरिक जरूरते भी बदल जाती हैं। 11 साल के बच्चे का बैलेंस्ड डायट चार्ट की बात करें, तो उनकी डायट (Diet) में हर तरह के फूड, फल और सब्जियां होनी चाहिए। जिसे आप उन्हें विभिन्न रूप में दे सकते हैं, जैसे कि:
ब्रेकफास्ट में (Breakfast)
बच्चे को सुबह के नाश्ते में सबसे पहले एक सेब -दूध (Apple-Milk), केला-दूध या अंडा दूध दें। इसके अलावा हैवी ब्रेकफास्ट (Heavy Breakfast)में पनीर का परांठा या सैंडविच या बेसन का चीला या इडली या पोहा या अंडे की ऑमलेट आदि दे सकते हैं।