शिशुओं के शुरुआती छह महीनों में ये सोचने की जरूरत नहीं पड़ती है कि आखिर उन्हें क्या खिलाएं या फिर क्या पीने के लिए दें। नवजात शिशु छह माह तक केवल मां का दूध ही पीते हैं। छह माह के बाद शिशुओं को दूध के साथ ही अन्य फूड्स दिए जाते हैं। कोशिश की जाती है कि उन्हें जो भी दिया जाए, वो उसे आसानी से पी लें। पेरेंट्स के मन में ये सवाल हमेशा रहता है कि आखिर बच्चे के लिए हेल्दी ड्रिंक्स में क्या शामिल करें। शिशु का छह माह का हो जाने के बाद आपको उसे नए टेस्ट कराने की आजादी मिल जाती है। बच्चे भी नए स्वाद को पसंद करते हैं। ऐसे में आपको हेल्दी हैबिट्स डलवानी चाहिए ताकि उसे नए स्वाद की पहचान के साथ ही नई आदतों के बारे में भी पता चला। आइए जानते हैं कि शिशु के लिए हेल्दी ड्रिंक्स (Healthy drinks for baby) में क्या शामिल किया जा सकता है।
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शिशु के लिए हेल्दी ड्रिंक्स (Healthy drinks for baby)
सुपरमार्केट जाने पर बच्चों के लिए हेल्दी ड्रिंक्स के नाम पर आपको बहुत से प्रोडक्ट नजर आते होंगे। मन में ये सवाल भी आता होगा कि क्या वाकई ये बेबी को हेल्दी रखने के लिए जरूरी है। अगर आप ऐसा सोच रहे हैं, तो आपको सावधान हो जाना चाहिए और साथ ही अपने समय को भी बचाना चाहिए। बेबी के लिए हेल्दी ड्रिंक्स बाहर नहीं ढूंढने चाहिए। जानिए आपके बेबी के लिए हेल्दी ड्रिंक्स में क्या शामिल हो सकता है।
शिशु के लिए हेल्दी ड्रिंक्स: मिल्क (Milk)
ऐसा नहीं है कि बेबी छह माह बाद दूध पीना छोड़ देता है। दूध की जरूरत हर उम्र के लोगों को होती है। दूध में कैल्शियम के साथ ही विटामिन डी होता है, जो बोंस को मजबूती प्रदान करता है। आपको शिशु के लिए हेल्दी ड्रिंक्स (Healthy drinks for baby) में मिल्क यानी दूध को शामिल करना चाहिए। अगर बच्चे को दूध से एलर्जी है (Baby is allergic to milk), तो आप दूध के विकल्प के रूप में सोया मिल्क, बादाम मिल्क (Almond milk) या फिर नॉन डेयरी प्रोडक्ट (Non dairy products) का चयन कर सकते हैं। दो साल से कम के बच्चे को फ्लेवर्ड मिल्क जैसे कि चॉकलेट, स्ट्रॉबेरी आदि देने की गलती न करें क्योंकि इसमें एडेड शुगर होता है। एक बात का ध्यान रखें कि बिना डॉक्टर की सलाह के बच्चे के लिए किसी भी प्रोडक्ट का चयन न करें।
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बेबी के लिए हेल्दी ड्रिंक्स : पानी (Water)
बच्चों के लिए पानी का सेवन बहुत जरूरी है। अक्सर पेरेंट्स के मन में ये सवाल रहता है कि बेबी को कितना पानी देना चाहिए। अगर आपका बेबी एक साल का हो चुका है, तो आपको बच्चे को दिन में एक से दो कप तक पानी देना चाहिए। पानी में न तो कैलोरी होती है और न शुगर। पानी पीने से बच्चे कैविटी से बचें रहते हैं और साथ ही डिहायड्रेशन (Dehydration) से भी बचें रहते हैं। आप चाहे तो पानी में थोड़ा सा नींबू और बहुत थोड़ी सी शक्कर भी मिला सकते हैं ताकि पानी भी हेल्दी ड्रिंक बन जाए।
शिशु के लिए हेल्दी ड्रिंक्स: जूस में न हो कोई मिलावटशिशु के लिए हेल्दी ड्रिंक्स
बच्चे के लिए जिस तरह से हेल्दी ड्रिंक्स के रूप में पानी और दूध महत्वपूर्ण है, ठीक उसी तरह से फल भी जरूरी है। फलों में जरूरी विटामिन के साथ ही मिनिरल्स भी होते हैं। आप बच्चों को प्योर जूस दे सकते हैं। अपने बेबी को पैक्ड जूस पिलाने की भूल न करें। पैक्ड जूस में एडेड शुगर होती है। आप घर में एप्पल (Apple), ऑरेंज, क्रेनबेरी या फिर अनार का जूस बनाकर पिला सकते हैं। आप बच्चे को सिपी कप में दिन में एक बार या दो बार जूस पीने के लिए दे सकते हैं। ध्यान रखें कि बेबी को आधा कप से ज्यादा जूस न दें। अगर बच्चे को जूस बहुत पसंद और वो इसे दिनभर पीना पसंद करते हैं, तो आप जूस में पानी डालकर उसे डायल्यूट कर सकते हैं। ज्यादा जूस बच्चे के पेट में समस्या पैदा कर सकता है या फिर कैविटी का खतरा भी बढ़ सकता है। हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता।
शिशु के लिए हेल्दी ड्रिंक्स : स्मूथीज है बेहतर विकल्प
बेबी की अच्छी हेल्थ के लिए आप उसे स्मूथीज बना कर भी दे सकते हैं। आप दूध में कुछ मात्रा में आइस मिक्स करके दे सकते हैं। आप चाहे तो ऑरेंज, बनाना या रास्पबेपी में आइस और योगर्ट डालकर मिक्स कर बेबी को दे सकते हैं। ऐसा आप वेजीटेबल्स के साथ भी कर सकते हैं। ये बच्चों को पोषण देने के साथ ही पेट को भरती हैं। अगर बच्चे को कोई फल या फिर सब्जी पसंद नहीं आ रही है, तो उसे जबरदस्ती खिलाने की कोशिश बिल्कुल न करें।
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आर्टिफिशियल शुगर वाली सॉफ्ट ड्रिंक्स को कहे ‘न’
अगर आप सोच रहे हैं कि बच्चों को सॉफ्ट ड्रिंक बहुत पसंद है और जब आप उन्हें देती हैं, तो उन्हें बेहद पसंद आता है, तो आप बच्चे को के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। बेहतर होगा कि आप इनसे दूरी बनाएं। स्वीट ड्रिंक्स या एडेड शुगर ड्रिंक्स के कारण बच्चों की डायट पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इस कारण से बच्चों का वेट गेन हो सकता है और साथ ही हेल्थ भी खराब हो सकती है। आप छोटे बच्चों को सॉफ्ट ड्रिंक्स, फ्लेवर्ड मिनिरल वॉटर, एनर्जी और स्पोर्ट्स ड्रिंक देने से बचें। आप मीठें में सिर्फ बच्चों को फलों का जूस दे सकते हैं। स्पोर्ट्स ड्रिंक्स और एनर्जी ड्रिंक्स में कुछ मात्रा में कैफीन भी होती है। बच्चों के लिए कैफीन सुरक्षित नहीं होती है। कैफीन का सेवन बच्चों की नींद में परेशानी पैदा कर सकता है। साथ ही बच्चों को कॉन्संट्रेशन में भी दिक्कत हो सकती है, इसलिए आपको अधिक सावधानी रखने की जरूरत है।
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शिशु के लिए हेल्दी ड्रिंक्स : इन बतों का रखें ध्यान
बच्चों को हेल्दी ड्रिंक्स में आप मुख्य रूप से पानी और दूध दें। फिर उसके बाद आप वेजीटेबल्स या फिर फ्रूट्स के मिल्क में मिलाकर भी ड्रिंक तैयार कर सकते हैं। बाहरी या फिर सुपरमार्केट में दिखने वाले प्रोडक्ट के लेबल पर बहुत सारे दावे किए जाते है लेकिन आपको अपने बेबी की अच्छी सेहत के लिए घर के बने हेल्दी ड्रिंक्स ही देने चाहिए। गर्मी के मौसम में बेबी को समय-समय पर पानी पिलाते रहें वरना शरीर में पानी की कमी भी हो सकती है। अगर बच्चे को किसी प्रकार की समस्या हो जाए, तो बिना देरी किए डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
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