अच्छा पोषण बच्चे की वृद्धि के लिए बहुत जरूरी है। यदि बच्चे ने अपनी भूख खो दी है तो यह एक बड़ा चिंता का विषय हो सकता है। यदि बच्चा स्वस्थ और खुश दिखाई देता है तो उनके स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में चिंतित होने की जरूरत नहीं होती। इस बारे में डायटीशियन डॉ राशी गर्ग का मानना है कि अच्छे पोषण के लिए बच्चों में खाने को लेकर स्वस्थ नजरिया बनाना बहुत जरूरी है। उन्हें विभिन्न माध्यमों से हेल्दी फूड के महत्व के बारे में बताना बेहद आवश्यक है। इसी के साथ पेरेंट्स को इन बातों का ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे को एक बार में सब कुछ जबरदस्ती खिलाने की कोशिश न करें। कुछ समय के अंतराल में थोड़ा-थोड़ा कर के खिलाएं।
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डॉ गर्ग के बताए इन उपायों से बच्चों में एक अनुशासन भी बना रहेगा और उसका अच्छा पोषण संबंधी आवश्यकता भी पूरी होती रहेगी। माता-पिता खाना खाते समय बच्चे को भी साथ खिलाएं। रोटी से ज्यादा उनमें सब्जियों के प्रति रुचि बनाएं ताकि स्वाद के प्रति उनमे जागरूकता आए। इसके लिए आपको चुकंदर, पालक या गोभी के परांठे जैसे डिशेस का इस्तेमाल करें। क्योंकि बच्चे को खाना खिलाने का उद्देश्य उसे मोटा करने से ज्यादा स्वस्थ और सक्रिय बनाए रखना होना चाहिए। उनमें खाने के साथ पानी भी पर्याप्त मात्रा में पीने की आदत भी डालें।
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बच्चे को खाना खिलाने के टिप्स
प्यार से खाना खिलाएं :
बच्चों के साथ हर वक्त प्यार से ही बात करने की कोशिश करें। जब बच्चे खाना खा रहे हों तो खासतौर पर अपने गुस्से पर नियंत्रण रखना चाहिए। उस समय कोई उन्हें टोके या डाटे नहीं। नहीं तो वे उदास होकर खाना छोड़ सकते हैं।
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उसके खानपान पर नजर रखें:
आपका बच्चा बाहर क्या खाता है? या क्या खाया और दिन में कितना पानी पिया है आदि बातों पर नजर रखें तो आप उनका खानपान बेहतर संभाल पाएंगे। उनके खान पान पर ध्यान देने पर उनके लिए अच्छा पोषण का रूटीन बना पाएंगे।
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टाइम टेबल बनाएं :
बच्चे को अच्छा पोषण देना उनके विकास की एक मुख्य आवश्यकता है। थोड़ा डिसिप्लिन भी जरूरी है। यह बात उनके खाना पर भी लागू होती है। खाने के संबंध में ‘कैसा’ ‘क्या’ के अलावा ‘कब’ और ‘कितना’ जैसे प्रश्नों का जवाब ढूंढने की कोशिश करें। उन्हें कितनी बार खाना है? इन सबका समय तय होगा तो सिर्फ आपको ही नहीं उन्हें भी आसानी होगी।
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खाने का सलीका भी मायने रखता है :
घर पर आप अपने बच्चे के चम्मच, कांटे पर नजर रखती होंगी। उसे चबाकर खाने को कहती ही होंगी। लेकिन खाने के सलीके में सिर्फ इतना ही नहीं आता। उन्हें डाइनिंग टेबल पर ही खाना है, टीवी देखते हुए नहीं खाना है, सबके साथ खाना खाना है आदि बातें उनके भोजन संबंधी नजरिए को स्वस्थ बनाए रखेंगी। अच्छा पोषण में ये भी बहुत मायने रखती है।
कोई राय नहीं कि अच्छा पोषण को ध्यान में रखते हुए बच्चे को खाना खिलाना मां के लिए एक दिमागी कसरत है। किसी बच्चे को खाने में सब्जियां ज्यादा पसंद नहीं होती, तो किसी को मसाले। कोई राइस पसंद करता है, तो कोई सिर्फ दही पर गुजारा करने को आमादा मिलेगा। अपने बच्चे की थाली में आहार का जो संतुलन आप देखना चाहती हैं, उन पर छोड़ेंगी तो कतई साकार नहीं होगा।
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