फाइबर की कमी से बच्चों में कब्ज की समस्या (constipation on kids)
बच्चों के लिए फाइबर फूड (Fiber food for kids) बहुत जरूरी होता है, ये तो आप जान ही गए होंगे लेकिन क्या आपको पता है कि बच्चों में फाइबर की कमी से कब्ज की समस्या भी हो सकती है। चार से पांच साल के बच्चों में कब्ज की समस्या आम हो सकती है। वैसे तो जो बच्चे फॉर्मुला मिल्क पीते हैं, उनमे भी कब्ज की समस्या हो सकती है। फॉर्मुला मिल्क आसानी से डायजेस्ट नहीं हो पाता है इसलिए कब्ज की समस्या हो सकती है। जब बच्चों के आहार में लगातार बदलाव किया जाता है तो भी उन्हें कब्ज की समस्या से जूझना पड़ सकता है। बच्चों के आहार में जब भी बदलाव करना है तो अचानक से न करें बल्कि धीमे-धीमे आहार में बदलाव करें। जब तक बच्चे दूध का सेवन करते हैं, उनका पाचन आसानी से हो जाता है लेकिन ठोस आहार की शुरूआत करने पर उन्हें पेट संबंधि समस्याओं से भी जूझना पड़ सकता है। आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
अगर आपके बच्चे ने दूध के साथ ही ठोस आहार लेना शुरू कर दिया है तो ये बहुत जरूरी है कि आप उसे फाइबर युक्त खाना भी दें। फाइबर की उचित मात्रा बच्चों को कब्ज की समस्या से बचा सकती है। साथ ही जो बच्चे कम मात्रा में पानी पीते हैं, उन्हें भी कब्ज की समस्या हो सकती है। शरीर में कम मात्रा में लिक्विड पहुंचने से बच्चों में कॉन्स्टिपेशन की समस्या हो सकती है। आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से भी परामर्श कर सकते हैं।
और पढ़ें: जानिए क्या है पाचन संबंधी विकार ( Digestive Disorder) और लक्षण ?
बच्चों को कितने फाइबर की होती है जरूरत है
यह जानने के लिए कि आपके टॉडलर को फाइबर (Fiber) की कितनी जरूरत है, इस फॉर्मूले का पालन करें: आपके बच्चे की उम्र + पांच = यह प्रत्येक दिन उसे जितने फाइबर ग्राम की जरूरत है। इसलिए अगर आपका बच्चा दो साल का है, तो उसे रोजाना सात ग्राम फाइबर की जरूरत होती है। अपने बच्चे के आहार में इसके हिस्से को बढ़ाते समय, धीरे-धीरे फाइबर से भरे खाद्य पदार्थों को बढ़ाएं, जो आप उसे हर दिन देते हैं। साथ ही उसे फाइबर को सुचारू रूप से चलाने के लिए बहुत सारे तरल पदार्थ पीने के लिए प्रोत्साहित करें।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड किडनी डिजीज (Kidney disease) के अनुसार 1 से 18 साल के बच्चों को एक दिन में 6 से 31 ग्राम तक फाइबर की जरूरत होती है। हम आपको यहां पर कुछ फूड के साथ ही उनसे मिलने वाली फाइबर की मात्रा के बारे में भी बता रहे हैं, ताकि आप बच्चों को उनका पसंदीदा फूड दे सके।
ओटमील (oatmeal) से करें दिन की शुरूआत
अगर आपको ये समझ नहीं आ रहा है कि बच्चे कि दिन कि शुरूआत किस फूड से करनी चाहिए तो हम आपको यहां कुछ फूड के नाम बताने जा रहे हैं जो बच्चे के शरीर में फाइबर की कमी को पूरा करने का काम करेगा। बच्चे के दिन की शुरूआत आप उसे ओटमील या दलिया खिलाकर कर सकती हैं। बच्चों को नमकीन दलिया बहुत पसंद आती है और साथ ही ये शरीर को पोषण देने का काम करती है। अगर फाइबर की मात्रा की बात करें तो प्रति कप ओटमील (oatmeal) में लगभग 4 ग्राम फाइबर शामिल होता है। अगर बच्चे को दालचीनी या किशमिश पसंद है तो आप ओटमील में इसे डाल सकती हैं।
सेब का सेवन
बच्चों के लिए फाइबर फूड (Fiber food for kids) में सेब और केला ले सकते हैं। आप बच्चों को दिन में एक सेब जरूर खिलाएं। एक सेब में 3.6 ग्राम फाइबर होता है। अगर बच्चे को पीनट बटर (1.6 ग्राम के) पसंद है तो आप एप्पल के साथ उसे दें ताकि फाइबर की मात्रा बढ़ जाए। आप बच्चे को एक मीडियम साइज केला यानी बनाना भी दे सकते हैं। मीडियम साइज बनाना में 3.1 ग्राम फाइबर होता है। एक बात का ध्यान रखें कि बच्चे को जबरदस्ती खिलाने की कोशिश न करें। बच्चे जबरदस्ती खिलाने पर वॉमिट कर सकते है। आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि बच्चे को क्या खाना पसंद है और क्या नहीं। आप चाहे तो बच्चे के लिए ऐसी डिश भी बना सकती हैं, जो उसे पसंद आए। आप चाहे तो बच्चे को सेब की खीर भी बनाकर दे सकती हैं।
और पढ़ें: बच्चों के लिए सिंपल बेबी फूड रेसिपी, जिन्हें सरपट खाते हैं टॉडलर्स