बच्चों में फेलियर से थ्राइव (Failure to Thrive) का मतलब स्टैंडर्ड ग्रोथ के पैमाने को न छू पाना होता है। बच्चों में फेलियर से थ्राइव (Failure to Thrive) कोई डिजीज या फिर डिसऑर्डर नहीं होता है। ये एक प्रकार की स्थिति होती है, जिसमें बच्चे को पूरा पोषण नहीं मिल पाता है। या तो बच्चे को किसी कारण से पोषण प्राप्त नहीं होता है या फिर वो कुपोषित हो सकते हैं। उम्र के हिसाब से जो बच्चे स्टैंडर्ड वेट से कम होचे हैं, उन बच्चों में फेलियर से थ्राइव (Failure to Thrive) कि सिचुएशन को देखा जा सकता है। बच्चे के जन्म के बाद डॉक्टर बच्चे के वजन, ऊंचाई, उम्र और लिंग की तुलना नेशनल एवरेज के अनुसार करता है। जिन बच्चों का वजन आइडियल वेट से कम होता है, वो बच्चे तय मानक या पैमाने में सफल नहीं हो पाते हैं। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बच्चों में फेलियर से थ्राइव (Failure to Thrive) कि स्थिति या सिचुएशन के बारे में जानकारी देंगे और साथ ही अहम बातें भी बताएंगे।