पानी हमारे जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण है, शायद ये बात किसी को बताने की जरूरत नहीं है। हमारे शरीर में अगर पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पहुंच पाता है, तो शरीर की कार्यप्रणाली बिगड़ जाती है। जब हमे प्यास लगती है, तो बिना किसी समस्या के हम पानी पी लेते हैं लेकिन बच्चों के लिए ये काम आसान नहीं होता है। छह माह तक शिशु मां का दूध पीता है, तो उसे अलग से पानी की जरूरत नहीं पड़ती है लेकिन छह माह के बाद जब बच्चा हल्के ठोस आहार खाना शुरू कर देता है, तो उसे कुछ मात्रा में पानी की जरूरत पड़ती है। जब बच्चा मां का दूध पीना बंद कर देता है या फिर कम कर देता है, तो उसे भी पर्याप्त मात्रा में पानी की जरूरत पड़ती है, जिसका ध्यान पेरेंट्स को रखना चाहिए। पेरेंट्स के मन में अक्सर ये सवाल रहता है कि हमको कैसे पता चलेगा कि बच्चे को प्यास लगी है या फिर बच्चे को कितनी मात्रा में पानी पिलाना चाहिए। बच्चों के लिए पानी का सेवन (Water intake for toddlers) कितना होना चाहिए, जानिए इस आर्टिकल से।
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बच्चों के लिए पानी का सेवन (Water intake for toddlers)
बच्चों के लिए पानी का सेवन (Water intake for toddlers) जरूरी होता है। कुछ पेरेंट्स इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं, जिसके कारण बच्चों में पानी की कमी भी हो जाती है। पानी शरीर का टेम्परेचर सही रखने के साथ ही डायजेशन में भी महत्वूर्ण भूमिका निभाता है। अगर बच्चे को सही मात्रा में पानी न पिलाया जाए, तो कब्ज की समस्या (constipation problem) भी हो सकती है। पानी ऊतकों को सुरक्षित करने का काम करता है। सीडीसी (Centers for Disease Control and Prevention) के अनुसार पानी में कैलोरी नहीं होती है और न शुगर होती है, इसलिए इसका सेवन करने से पहले अधिक सोचने की जरूरत नहीं होती है। पानी का स्वाद न होने के कारण बच्चे इसे आसानी से पी सकते हैं।
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बच्चों के लिए पानी का सेवन : कितना पानी है जरूरी?
आपने ये तो जान लिया कि सभी उम्र के लोगों के लिए पानी जरूरी होता है लेकिन ये जानना कठिन है कि आखिर बच्चे को कितना पानी पिलाना चाहिए। आप बच्चे की उम्र के अनुसार उसे पानी पिलाएं। अगर बच्चे की उम्र एक साल है, तो बच्चे को एक कप पानी दें। अगर बच्चे की उम्र दो साल की है, तो बच्चे को दिन भर में दो कप पानी जरूर दें। बच्चा दिनभर में कितनी एक्टिविटी करता है, उसी के अनुसार उसे पानी पिलाना चाहिए। अगर बच्चा दिनभर अधिक खेलता है या फिर पसीना अधिक आता है, तो ऐसे में बच्चे को अधिक पानी पिलाना चाहिए। आपको एक से तीन साल तक के बच्चे को दो से चार कप पानी रोजाना पिलाना चाहिए। बच्चों को कुछ मात्रा में पानी दूध के साथ ही अन्य फ्लूड्स या फिर अन्य खाद्य पदार्थों से भी मिलता है। अगर आपको रोजाना बच्चे को दो से चार कप पानी पिलाते हैं, तो उनके शरीर में पानी की कमी नहीं होगी और पर्याप्त मात्रा में पानी भी मिल जाएगा।
बच्चों के लिए वॉटर इनटेक कब होता है जरूरी?
अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (The American Academy of Pediatrics) के अनुसार 1 से 2 साल के बच्चे को दिन में दो से तीन कप के साथ ही दो से पांच साल तक के बच्चों को दो से 2 1/2 कप पानी देना चाहिए। आप बच्चे को खाने के साथ ही दूध का सेवन करा सकते हैं बाकी दिन में थोड़ी-थोड़ी में दूध दे सकते हैं। अगर बच्चा खुद पानी मांगता है, तो भी आप उसे थोड़ी मत्रा में पानी पिला सकते हैं। गर्मियों में पानी पिलाने का ध्यान जरूर रखें क्योंकि इस मौसम में शरीर से अधिक पसीना निकलता है और शरीर में पानी की कमी की संभावना भी बढ़ जाती है। बच्चों के लिए पानी का सेवन (Water intake for toddlers) हर मौसम में जरूरी होता है। आप इस बारे में डॉक्टर से भी राय ले सकते हैं।
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शरीर में हो जाए पानी की कमी, तो दिख सकते हैं ये लक्षण
शरीर में पानी की कमी के कारण डिहायड्रेशन की समस्या हो जाती है। डिहायड्रेशन (Dehydration) के कारण बच्चे कमजोर हो सकते हैं। अगर बच्चे को दस्त या फिर उल्टी की समस्या हो गई है, तो ऐसे में शरीर में पानी की कमी तेजी से होती है और बच्चे को डिहायड्रेशन की समस्या (Dehydration problem) भी हो सकती है। वयस्कों की तुलना में बच्चों को डिहायड्रेशन का खतरा अधिक होता है क्योंकि बच्चे एक साथ अधिक मात्रा में पानी नहीं पी सकते हैं। यहां हम आपको बच्चे में डिहायड्रेशन के कुछ लक्षणों के बारे में जानकारी दे रहे हैं। जानिए एक से 3 साल के बच्चे के शरीर में पानी की कमी होने पर क्या लक्षण दिख सकते हैं।
- लो एनर्जी (Low energy)
- यूरिन कम होना या यूरिन का पीला रंग
- होंठों का सूखना
- स्किन का ठंडा होना
- रोने पर आंसू न आना
- हार्ट रेट का बढ़ जाना
अगर डिहायड्रेशन की समस्या लंबे समय तक रहती है, तो उसे स्वास्थ्य संबंधी कॉम्प्लीकेशंस का सामना करना पड़ सकता है। आपको बच्चे को नियमित रूप से पानी का सेवन कराना चाहिए। अगर बच्चे में किसी प्रकार के कॉम्प्लीकेशंस या उपरोक्त दिए गए लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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अगर आपका बच्चा अधिक मात्रा में पानी पी लेता है, तो भी समस्या खड़ी हो सकती है। बेहतर होगा कि आप बच्चे को हमेशा पानी न देती रहे। खाने के साथ ही पानी पीना भी जरूरी होता है लेकिन बैलेंस रखना भी जरूरी है। बच्चे को पानी के रूप में स्वीट ड्रिंक्स देने की भूल न करें। आपको बच्चे को लिक्विड के रूप में पानी और दूध देना है। ऐसा करने से बच्चे के शरीर में पानी की कमी नहीं होगी। बच्चो को आप घर पर बना जूस भी दे सकते हैं लेकिन आपको इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि अधिक मात्रा में जूस का सेवन न कराएं। अगर बच्चा फल आसानी से खा सकता है, तो ये बेहतर विकल्प है। फलों के माध्यम से बच्चों में फाइबर्स की मात्रा (Amount of fibers) भी पहुंचती है, जो डायजेशन को बेहतर बनाने में मदद करती है। अगर आपको फिर भी बच्चों के लिए पानी का सेवन (Water intake for toddlers) से संबंधित अधिक जानकारी चाहिए, तो आप डॉक्टर से पूछ सकते हैं।
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हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता। इस आर्टिकल में हमने आपको बच्चों के लिए पानी का सेवन (Water intake for toddlers) संबंधित जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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