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बच्चों को फ्लू से बचाने में मदद करती है वैक्सीग्रिप वैक्सीन, लेकिन इसके साइड इफेक्ट्स भी जान लें

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 13/12/2021

    बच्चों को फ्लू से बचाने में मदद करती है वैक्सीग्रिप वैक्सीन, लेकिन इसके साइड इफेक्ट्स भी जान लें

    वैक्सीग्रिप वैक्सीन (Vaxigrip vaccine) का उपयोग बच्चों को इंफ्लुएंजा से बचाने के लिए किया जाता है। इस वैक्सीन के जरिए फ्लू के डेड वायरस का छोटा डोज दिया जाता है। जो बॉडी में बीमारियों के प्रति इम्यूनिटी डेवलप करता है। इस बात का ध्यान रखें कि वैक्सीग्रिप वैक्सीन उसी समय रहने वाले वायरस इंफेक्शन का इलाज नहीं करती है। वैक्सीग्रिप वैक्सीन डॉक्टर या नर्स के द्वारा मसल्स में दी जाती है।

    इसे कोल्ड सीजन के शुरू होने के पहले दिया जाता है जब फ्लू वायरस फैलना शुरू होता है। एक वैक्सीन एक साल का प्रोटेक्शन प्रदान करती है। इससे बचने के लिए आपको हर साल अपना और बच्चे का वैक्सिनेशन कराना होगा क्योंकि हर साल फ्लू वायरस का नया स्ट्रेन सामने आ जाता है। बच्चों के साथ ही बड़ों के लिए भी यह वैक्सीन तब जरूरी हो जाती है जब उम्र ज्यादा हो या क्रोनिक हेल्थ प्रॉब्लम्स हों जैसे कि डायबिटीज, हार्ट फेलियर, किडनी डिजीज और क्रोनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज।

    वैक्सीन से बच्चों और बड़ों दोनों को माइल्ड साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, लेकिन फ्लू से प्रभावित होने से अच्छा वैक्सिनेशन करवाना है। इंफ्लुएंजा की वजह से हर साल कई मौतें होती हैं।

    वैक्सीग्रिप वैक्सीन के फायदे (Benefits of Vaxigrip Vaccine)

    इंफ्लुएंजा (Influenza) एक वायरल इंफेक्शन (Viral infection) है जो कि रेस्पिरेटरी सिस्टम (Respiratory system) जैसे कि नाक, गले और फेफड़ों पर अटैक करता है। ज्यादातर लोगों में यह अपने आप ठीक हो जाता है। हालांकि, कुछ लोगों में इस बीमारी का रिस्क ज्यादा होता है जिनमें बुजुर्ग, बच्चे, प्रेग्नेंट महिलाएं, ऐसे लोग जिन्हें क्रोनिक लॉन्ग टर्म कंडिशन्स हैं जैसे कि अस्थमा (Asthma), हार्ट डिजीज (Heart disease) और डायबिटीज़ (Diabetes)। इसके साथ ही जिन लोगों का इम्यून सिस्टम वीक होता है। इनको इंफ्लूएंजा वैक्सीन प्रोटेक्शन प्रदान कर सकती है।

    चूंकि, फ्लू वायरस हर साल बदलता है इसलिए हर साल नए वैक्सिनेशन की जरूरत होती है। पहले ही आपके शरीर में पहले ली गई वैक्सीन की वजह से एंटीबॉडीज हों। यह 100 प्रतिशत इफेक्टिव नहीं है, लेकिन फिर भी यह इंफ्लुएंजा (Influenza) के प्रति बेस्ट प्रोटेक्शन प्रदान करती है और इससे बीमारी की गंभीरता कम हो जाती है। इंफ्लुएंजा (Influenza) से हर साल बड़ी संख्या में मौत होती हैं। इसलिए अगर आपको लगता कि आपको इस बीमारी का रिस्क हो सकता है तो वैक्सीन लेना सही विकल्प है।

    और पढ़ें : क्या बच्चों के लिए फ्लू और कोविड वैक्सीन एक ही है : जानें इस पर एक्सपर्ट की राय

    वैक्सीग्रिप वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स क्या हैं? (Vaxigrip Vaccine Side effects)

    अक्सर वैक्सीग्रिप वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स को मेडिकल अटेंशन की जरूरत नहीं पड़ती है। यह अपने आप ठीक हो जाते हैं, लेकिन कई बार ये खतरनाक हो सकते हैं। अगर बच्चे में इसके साइड इफेक्ट्स लंबे समय तक रहते हैं और ठीक नहीं होते, तो इसके बारे में डॉक्टर से सलाह लें।

    • सिर में दर्द
    • कमजोरी
    • वैक्सीन लगने वाली जगह पर दर्द, सूजन और लालिमा
    • दर्द या मांसपेशियों में दर्द
    • दस्त
    • थकान
    • बुखार
    • बेचैनी या बीमार महसूस होना
    • सिर दर्द
    • जी मिचलाना
    • कांपना
    • पसीना आना
    • इंजेक्शन के स्थान पर कोमलता, लालिमा, या कठोर गांठ बनना
    • उल्टी करना

    वैक्सीग्रिप वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स जो परेशानी का कारण बन सकते हैं उनमें निम्न शामिल हैं।

    • तंत्रिका दर्द, सुन्नता, या झुनझुनी
    • रैशेज

    वैक्सीग्रिप वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स में से निम्न होने पर तत्काल मेडिकल हेल्प लें:

    • दौरे पड़ना
    • एक गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया के लक्षण (जैसे, सूजे हुए चेहरे या गले, पित्ती, या सांस लेने में कठिनाई)

    और पढ़ें: बच्चों के लिए फ्लू का टीका क्यों होता है जरूरी औ रखनी चाहिए कौन सी सावधानियां?

    वैक्सीग्रिप वैक्सीन (Vaxigrip Vaccine) कैसे काम करती है?

    वैक्सीग्रिप वैक्सीन एक इनएक्टिवेटेड वैक्सीन (Inactivated vaccine) है। जिसमें डेड वायरस का उपयोग किया जाता है। यह एंटीबॉडीज का निमार्ण करके इम्यूनिटी को डेवलप करने में मदद करती है। यह एक प्रकार का प्रोटीन होता है इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है जो वैक्सीन में उपलब्ध वायरस की वजह से होता है।

    वैक्सीग्रिप वैक्सीन (Vaxigrip Vaccine) का डोज मिस होने पर क्या करना चाहिए?

    अगर आप वैक्सीग्रिप वैक्सीन का डोज मिस कर देते हैं या बच्चों को इसे लगवाना भूल जाते हैं, तो इस बारे में डॉक्टर से सलाह लें। इस वैक्सीन को नर्स या डॉक्टर के द्वारा दिया जाता है। इसे खुद से लेने या बच्चों को देने की कोशिश ना करें।

    बच्चों को वैक्सीग्रिप वैक्सीन (Vaxigrip Vaccine for kids) देने से पहले इन बातों का ध्यान रखें

    • अगर बच्चे को इंजेक्शन लगाने से पहले या बाद में बेहोश होना, चक्कर आना या किसी प्रकार का तनाव होता है, तो इसके बारे में डॉक्टर को बताएं।
    • अगर आपके बच्चे ने हाल ही में कोई वैक्सीन ली है, या कोई दवा ले रहे हैं, तो इसके बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं। इम्यूनोलॉजिकल रिस्पॉन्स कम हो सकता है
    • जब व्यक्ति इम्यूनोसप्रेसेंट ट्रीटमेंट जैसे कि कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स या साइटोटॉक्सिक ड्रग्स लेता है।
    • डॉक्टर को बताएं अगर बच्चे को किसी प्रकार का ब्लीडिंग डिसऑर्डर है।
    • बच्चों को वैक्सिनेशन पर ले जाने से पहले डॉक्टर बताना चाहिए अगर उनका इम्यून सिस्टम कमजोर है। जैसे कि इम्यूनोडेफिसिएंशी होना या दवा लेने से इम्यून सिस्टम पर प्रभाव होना।

    और पढ़ें: बच्चों के लिए पोलियो वैक्सीन : इस्तेमाल करने से पहले जान लें इससे जुड़ी जानकारी

    इस स्थिति में बच्चों को नहीं दी जानी चाहिए वैक्सीग्रिप वैक्सीन

    वैक्सीग्रिप वैक्सीन दूसरी दवाओं के साथ इंटरैक्शन कर सकती है?

    नीचे बताई गई दवाओं के साथ इस वैक्सीन को लेना सीरियस साइड इफेक्ट्स के साथ ही इस वैक्सीन के असर को प्रभावित कर सकता है।

    • माइकोफेनोलेट मोफेटिल (Mycophenolate mofetil)
    • अजाथियोप्रिन (Azathioprine)
    • साइक्लोफॉस्फमाइड (Cyclophosphamide)
    • मर्केप्टॉप्यूरिन (Mercaptopurine)

    वैक्सीग्रिप वैक्सीन (Vaxigrip Vaccine) के बारे में 4 जरूरी बातें

    • आपका डॉक्टर ऊपरी बांह की मांसपेशियों में इंजेक्शन के रूप में वैक्सीग्रिप एडल्ट वैक्सीन का इंजेक्शन लगाएगा। वहीं बच्चों को यह वैक्सीन पैर में दी जाती है।
    • आपको फ्लू से बच्चे को बचाने के लिए हर साल टीकाकरण कराना होगा।
    • वैक्सीन को काम करने में 2 सप्ताह तक का समय लग सकता है। इसलिए, यदि आप अपने टीकाकरण के तुरंत पहले या बाद में फ्लू के संपर्क में आते हैं तो सावधानी बरतें।
    • टीका कॉमन कोल्ड से आपको सुरक्षा प्रदान नहीं करेगा, भले ही इसके कुछ लक्षण फ्लू के समान हों।

    बच्चों के लिए इस वैक्सीन का डोज कितना है? (Vaxigrip Vaccine Dosage)

    वैक्सीग्रिप वैक्सीन

    • 6 महीने से 35 महीने के बच्चे को 0.25 mL का सिंगल डोज दिया जाता है।
    • 36 महीने के बच्चे को 0.5mL का सिंगल डोज दिया जाता है।
    • कुछ बच्चों को एक महीने के बाद सेकेंड डोज की जरूरत पड़ सकती है। इस बारे में डॉक्टर से संपर्क करें।

    और पढ़ें : कौन सी हैं बच्चों के लिए जरूरी वैक्सीन?

    बड़ों को वैक्सीग्रिप वैक्सीन (Vaxigrip vaccine) देते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

    बच्चों को वैक्सीग्रिप वैक्सीन (Vaxigrip vaccine) से संबंधित जानकारी के बाद जान लीजिए बड़ों को इस वैक्सीन को लेते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

    • वैक्सीग्रिप वैक्सीन को प्रेग्नेंसी के दौरान सेफ माना जाता है। ज्यादातर स्टडीज में डेवलपिंग बेबी के लिए इसके रिस्क कम या नहीं बताए गए हैं, लेकिन फिर भी इस बारे में डॉक्टर की राय अवश्य लें।
    • वैक्सीग्रिप वैक्सीन (Vaxigrip vaccine) ड्राइविंग की योग्यता को प्रभावित नहीं करती। इसलिए आप ड्राइव कर सकते हैं, लेकिन अगर वैक्सीन लेने की वजह से बुखार आ रहा है तो ड्राइव ना करें।
    • यह वैक्सीन लिवर और किडनी डिजीज के मरीजों को प्रभावित करती है या नहीं इस बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है। अगर आप किडनी या लिवर डिजीज के मरीज हैं तो इस बारे में डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
    • इस बारे में जानकारी नहीं है कि यह वैक्सीग्रिप वैक्सीन (Vaxigrip vaccine) के साथ एल्कोहॉल का सेवन सुरक्षित है या नहीं इसलिए इस बारे में डॉक्टर से जरूर पूछें।
    • यह वैक्सीन ब्रेस्टफीडिंग के दौरान ली जा सकती है या नहीं इस बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है। इस बारे में डॉक्टर से राय लें।

    उम्मीद करते हैं कि आपको वैक्सीग्रिप वैक्सीन (Vaxigrip vaccine) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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