गर्भावस्था का समय प्रेग्नेंट पत्नी के लिए बहुत सेंसिटिव होता है। ऐसे समय में होने वाली मां में शारीरिक और मानसिक बदलावों से गुजर रही होती है। ये हॉर्मोन के बदलाव की वजह से होता है। ऐसे में उसके पार्टनर पर कई तरह की रेस्पॉन्सिबिलिटी आ जाती हैं कि वो किस तरह से गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु को सपोर्ट कर सके। प्रेग्नेंसी में पति की जिम्मेदारी (Husband’s responsibility in pregnancy) कई लिहाज से बढ़ जाती है उन्हीं में से एक है कि गर्भावस्था के दौरान प्रेग्नेंट बीवी से क्या बोलना चाहिए और क्या नहीं। जन्म लेने वाले बच्चे के होने वाले पिता को इस बारे में सोचना होगा कि प्रेग्नेंसी के दौरान ऐसी बातें बिलकुल न बोले जो पत्नी के मन को ठेस पहुंचाए। आखिर प्रेग्नेंसी में पति की जिम्मेदारी (Husband’s responsibility in pregnancy) है कि पत्नी को खुश रखें। ऐसी कोई बात मजाक में भी न मुंह से निकल जाए कि गर्भवती महिला को दुखी कर जाए।
“हैलो स्वास्थ्य” के इस आर्टिकल में जानते हैं कि प्रेगनेंसी में पति पत्नी को कैसे रहना चाहिए और ऐसी 10 बातें जो पति को गर्भावस्था के दौरान अपनी पत्नी से बिलकुल भी नहीं कहनी चाहिए।
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प्रेगनेंसी में पति पत्नी को कैसे रहना चाहिए?
प्रेगनेंसी में पति पत्नी को कैसे रहना चाहिए? तो जान लें कि ऐसे में पति की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। (Husband’s responsibility in pregnancy)पति भूलकर भी पत्नी की स्थिति की तुलना खुद से भूलकर भी न करें अरे! तुम परेशान न हो, मैं समझ सकता हूं कि तुम्हें कैसा महसूस हो रहा है? ये बात सुनने में अच्छी लग सकती है, लेकिन असलीयत तो यह है कि आपको सच में नहीं पता कि उन्हें गर्भावस्था में दौरान कैसा फील हो रहा है? ऐसा न कहकर आप कहें कि ‘मैं इमेजिन कर सकता हूं तुम्हारी फीलिंग’। यकीनन ये बात आपकी पत्नी को अच्छी लगेगी।
प्रेगनेंसी में पति पत्नी को कैसे रहना चाहिए : क्या न कहें?
ये बात सुनने में ही कितनी अजीब लगती है। अरे प्रेग्नेंट महिला को कभी भी भूख लग सकती है। ये उनके और आपके होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य से जुड़ा मामला है। आपको ये बात उन्हें बार-बार कहने की जरूरत नहीं है। प्रेग्नेंसी में पति की जिम्मेदारी (Husband’s responsibility in pregnancy) बनती है कि कुछ समय के अंतराल के बाद प्रेग्नेंट महिला से खुद ही पूछें कि उनका क्या खाने का मन कर रहा है? बताओ आज मैं तुम्हारे लिए खुद कुछ बनाता हूं।
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प्रेगनेंसी में पति पत्नी को कैसे रहना चाहिए : पति की जिम्मेदारी
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं बहुत इमोशनल हो जाती है। उन्हें जरा जरा सी बात में रोना आ सकता है। तुम क्यों रो रही हो? जैसा सवाल न करें। अपनी प्रेग्नेंट पत्नी से समय-समय पर उनसे जुड़ी समस्याएं पूछनी चाहिए। अगर वो रो भी दें तो उन्हें प्यार से हैंडल करें और एहसास दिलाएं कि आप हर पल उनके साथ हैं। प्रेग्नेंसी में पति की जिम्मेदारी (Husband’s responsibility in pregnancy) होती है कि पत्नी के इमोशनल लेवल में आने वाले उतार-चढ़ाव को समझे।
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प्रेगनेंसी में पति पत्नी को कैसे रहना चाहिए : शरीर को लेकर टिप्पणी न करें
ये बात ध्यान रखें कि आपकी प्रेग्नेंट बीवी पहले से ही अपनी बॉडी को लेकर सेल्फ कॉन्शियस है। आप इस तरह के प्रश्न करके उसे और ज्यादा परेशान न करें। बॉडी समय के साथ शेप में आ जाती है। ये कोई परेशानी वाली बात नहीं है जिसे पूछा जाए। ऐसे में प्रेग्नेंसी में पति की जिम्मेदारी (Husband’s responsibility in pregnancy) में बनती है कि गर्भवती महिला की बॉडी शेप से ज्यादा उसके सेहतमंद रहने पर जोर दें।
तुम्हें कितना पसीना आता है?
प्रेग्नेंट पत्नी के शरीर में जो कुछ भी हो रहा है, वो हॉर्मोन के बदलाव के कारण हो रहा है। अगर आप ऐसे प्रश्न करेंगे तो हो सकता है उन्हें बुरा लग जाए। ऐसे समय में आपको पत्नी को खुबसूरती का एहसास दिलाना है। प्रेग्नेंसी में पति की जिम्मेदारी (Husband’s responsibility in pregnancy) है कि पार्टनर के शरीर में बदलाव हो या फिर स्वेटिंग एक समय बाद सब नॉर्मल हो जाएगा। आप अपनी पत्नी से कह सकते हैं कि तुम्हारा चेहरा बहुत ग्लो कर रहा है। ये बात उनके चेहरे पर मुस्कुराहत ला देगी।
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प्रेगनेंसी में पति पत्नी को कैसे रहना चाहिए : ये कहने से बचें
हो सकता है कि आप जो कह रहे हो, वो बात सही हो, लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान आपको ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए। प्रेग्नेंसी के समय महिलाएं कुछ चिड़चिड़ी और मूडी हो जाती हैं। ऐसा शरीर में आने वाले बदलाव के कारण होता है। प्रेग्नेंसी में पति की जिम्मेदारी (Husband’s responsibility in pregnancy) होनी चाहिए कि उन्हें इस बात के लिए पॉइंट गलती से भी न करें। हो सकता है कि आप उनके गुस्से का शिकार बन जाएं।
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दूसरे बच्चे के बारे में तुम्हारा क्या ख्याल है?
दूसरा बच्चा! क्या आप सच में क्रेजी हो गए हैं? प्रेग्नेंट पत्नी से उसकी प्रेग्नेंसी के मिडिल में सेकेंड बेबी के बारे में भूलकर भी बात न करें। इस वक्त वो बहुत ही अलग फीलिंग के साथ ग्रो कर रही हैं। उनका जबाव गुस्से के साथ ही मिलेगा। पत्नी को पहले इस स्टेज से आराम से गुजरने दीजिए। फिर कभी आराम से उनसे ये बात पूंछ सकते हैं। इस प्रेग्नेंसी में पति की जिम्मेदारी (Husband’s responsibility in pregnancy) या प्रेग्नेंसी में हसबैंड की रिस्पॉन्सिबिलिटी होनी चाहिए कि पहले उसे इस फेज को आराम से निकालने के लिए सपोर्ट करें न कि दूसरी प्रेग्नेंसी प्लानिंग।
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क्या क्रीम से स्ट्रेच मार्क्स चले जाएंगे?
महिलाओं को ये बात कभी भी पसंद नहीं आती कि कोई उनके स्ट्रेच मार्क्स के बारे में बात करें। आपको समझना चाहिए कि प्रेग्नेंसी कोई मजाक नहीं है। जो कुछ भी उनके साथ अभी हो रहा है, आप उसमें उनकी मदद करें। इस तरह के सवाल से उनका मन खराब हो सकता है। अगर कुछ बातें आप उन पर छोड़ देंगे तो बेहतर होगा।
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प्रेग्नेंसी में पति की जिम्मेदारी कि न कहे ऐसा
ये बात सच है कि आप पत्नी की बहुत केयर करते हैं, लेकिन कुछ बातें उनके मन को चोट पहुंचा सकती हैं। ईवनिंग वॉक पर जाते समय उनसे तेज चलने के लिए न कहें। वो अपनी कंफर्ट के हिसाब से ही चलेंगी। आपको उनका हाथ पकड़कर चलना चाहिए।
प्रेग्नेंसी के दौरान पति-पत्नी के बीच की बॉन्डिंग बढ़ जाती है। अगर पति बिना सोचे समझे अपनी प्रेग्नेंट पत्नी से कुछ कहता है तो हो सकता है कि इस बॉन्डिंग पर गलत असर पड़ जाए। इस दौरान आपको बहुत ही सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि आप ही उन्हें पूरी तरह से प्रोटेक्ट और सपोर्ट कर रहे होते हैं। प्रेग्नेंसी में पति की जिम्मेदारी (Husband’s responsibility in pregnancy) बढ़ जाती हैं। इन जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए आप ऊपर बताई गई बातों पर ध्यान दें, आखिर प्रेग्नेंसी में पति की जिम्मेदारी (Husband’s responsibility in pregnancy) पत्नी को इमोशनली सपोर्ट देना भी है।
ध्यान दें
हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से आप समझ गए होंगे कि प्रेगनेंसी में पति पत्नी को कैसे रहना चाहिए? उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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