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हुई है सिजेरियन डिलिवरी, ऐसे करें टांकों की देखभाल!

हुई है सिजेरियन डिलिवरी, ऐसे करें टांकों की देखभाल!

सिजेरियन डिलिवरी से शिशु को जन्म देने वाली महिलाओं को स्टिचिस से संबंधित कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। छींकते और हंसते वक्त कई बार इन स्टिचिस में तेज दर्द का अहसास भी होता है। ऐसे में डॉक्टर किसी भी काम को न करने की सलाह देते हैं। क्योंकि कई बार टांकों के फूलने या सूजने का डर बना रहता है। कई मामलों में टांके टूट भी जाते है, जिसमें असहनीय दर्द होता है। अगर इन टांकों की देखभाल न की जाएं तो इंफेक्शन का खतरा भी हो सकता है। सर्जरी के बाद घाव को भरने के लिए एक समय चहिए होता है, जिसमें टांके अपने आप भर जाते हैं। टांकों को किसी भी तरह की परेशानी से बचाने के लिए कई सावधानी बरतने की जरूरत होती है। आज हम आपको कुछ ऐसी बातों के बारे में बता रहे हैं जिनका अगर आप ध्यान रखेंगे तो यह घाव जल्दी भर सकते हैं। आइए जानते हैं सिजेरियन के बाद देखभाल (Care after cesarean) से जुड़े जरूरी टिप्स…

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सिजेरियन के बाद देखभाल (Post-caesarean care)

सिजेरियन के बाद देखभाल: साफ- सफाई का रखें ध्यान (Take care of cleanliness)

स्टिचिस के आसपास के एरिया को दिन में एक बार पानी से जरूर धोएं। नहाते वक्त भी ऐसा किया जा सकता है लेकिन, इस बात का ध्यान रखें कि आसपास जोर लगाकर रगड़ना नहीं। एक बार आसपास के एरिया को पानी से धोने के बाद तौलिए से उस हिस्से का साफ कर लें। यदि स्टिचिस पर ड्रेसिंग की हुई है तो आप नहीते वक्त उसे हटा सकते हैं। एक बात का ध्यान रखें जब तक आपका डॉक्टर न कह दें तब तक आप बाथटब में न नहाएं और न ही स्वीमिंग पूल में जाए। आमतौर पर सर्जरी के तीन हफ्तों तक के लिए इसकी मनाही की जाती है।

सिजेरियन के बाद देखभाल (Care after cesarean): कार में बैठने पर सीट बेल्ट का उपयोग संभलकर करें

डिलिवरी के बाद बॉडी को निष्क्रिय नहीं रखना है। इससे क्लोटिंग की समस्या हो सकती है। इसलिए आप कहीं बाहर आ जा सकती हैं लेकिन, कार में सफर करते वक्त सीट बैल्ट का उपयोग करते वक्त सावधानी बरतें। क्योंकि इसको बांधते वक्त स्टिचिस में चोट आ सकती। यदि आप ड्राइव करना चाहती हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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सिजेरियन के बाद देखभाल: पर्याप्त आराम करें (Get enough rest)

टांकों की देखभाल में सबसे ज्यादा अहम भूमिका रेस्ट की होती है। आप जितना ज्यादा अपनी बॉडी को आराम देंगी उतना ही जल्दी आपके घाव ठीक होंगे। ऐसे में ध्यान रखें कि आप स्टेयर्स से ऊपर नीचे आना-जाना ना करें। जरूरत की जीचें जैसे डायपर, खाना, शिशु के कपड़े अपने पास ही रखें। इस रेस्टिंग पीरियड में अपने शिशु से ज्यादा वजनी किसी भी चीज को ना उठाएं।

सिजेरियन के बाद देखभाल (Care after cesarean): ढीले कपड़े पहनें

एनसीबीआई में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, सिजेरियन डिलिवरी से शिशु को जन्म देने वाली महिलाओं को ढीले कपड़े पहनने चाहिए। सर्जरी के बाद महिलाओं को टाइट कपड़ों को नहीं पहनना चाहिए। उन्हें कॉटन की अंडरवियर ही पहननी चाहिए। इससे वे सहज महसूस करती हैं और टांकों पर भी जोर नहीं पड़ता।

सिजेरियन के बाद देखभाल (Care after cesarean): मरहम का इस्तेमाल करें (Use ointment)

कुछ डॉक्टर्स सिजेरियन डिलिवरी के बाद आए घावों पर टोपिकल एंटीबायोटिक या पेट्रोलियम जैली लगाकर उन्हें बेंडेड से कवर करने की सलाह देते हैं। वहीं, कुछ डॉक्टरों की सलाह है कि इन पर कुछ न लगाया जाए और इन्हें बिना ढंके ही छोड़ा जाए। ऐसी स्थिति में आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी है कि आपको कौन सी प्रक्रिया का पालन करना चाहिए।

सिजेरियन के बाद देखभाल: अच्छी डाइट लें (Have a good diet)

प्रेग्नेंसी के दौरान आपकी बॉडी पर भारी दबाव होता है। ऐसे में डिलिवरी के बाद बॉडी में पोषक तत्वों की जरूरत और बढ़ जाती है। इस दौरान स्तनपान कराने वाली महिलाओं के शिशु के लिए उनकी मां ही संपूर्ण पोषण का स्त्रोत होती है। शिशु के पोषण के मद्देनजर आपको पोषणयुक्त  भोजन करना है जिससे शिशु हेल्दी और स्ट्रॉन्ग बनें।

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सिजेरियन के बाद देखभाल: स्तनपान के दौरान तकिए का उपयोग करें (Use pillows during breastfeeding)

सिजेरियन डिलिवरी के बाद महिलाओं को स्तनपान कराने में परेशानियां का सामना करना पड़ता है। गोद में शिशु को लेटाते वक्त पेट पर लगे टांकों पर दबाव पड़ने का डर रहता है। इससे आपको भारी दर्द का अहसास भी हो सकता है। ऐसे में बेहतर होगा कि शिशु को स्तनपान कराते वक्त नरम तकिए का इस्तेमाल करें। इसे आप शिशु और पेट के बीच में रखें। यह शिशु को सीधे टांकों के संपर्क में आने से रोकेगा।

सिजेरियन के बाद देखभाल: नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाएं (Go to the doctor regularly)

अमेरिकन कॉलेज ऑफ गायनोकोलॉजिस्ट (एसीओजी) के मौजूदा दिशा निर्देशों के मुताबिक, शिशु को जन्म देने के तीन हफ्तों के भीतर महिला को डॉक्टर को दिखाया जाना चाहिए। इससे पहले यह समय सीमा चार से छह हफ्तों की थी। इसके साथ ही डिलिवरी के 12 हफ्तों के भीतर बड़ी चिकित्सा जांच होनी चाहिए। विस्तृत जानकारी और चिकित्सा जांच के लिए आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

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सिजेरियन के बाद देखभाल: वॉक पर जाएं (Go on walk)

सिजेरियन डिलिवरी के बाद टांकों की वजह से डॉक्टर आपको भारी भरकम कार्यों से दूरे बनाने की सलाह देते हैं। वजन उठाने की सख्त मनाही होती है। डिलिवरी के कुछ हफ्तों के बाद आप डॉक्टर की सलाह अनुसार शाम के वक्त वॉक पर जा सकती हैं। इससे ब्लड फ्लो बढ़ता है, जिससे डिलिवरी के बाद खून के थक्के बनने की संभावना कम हो जाती है। जैसे ही लगता है कि आप चलने फिरने लायक हैं शिशु को स्ट्रोलर में लेटाकर पास के पार्क में वॉक के लिए जा सकती हैं।

ये उपाय आपको डिलिवरी के बाद दर्द से बचाने में मदद कर सकते हैं। स्टिचिस में किसी भी प्रकार का तेज दर्द होने पर या कोई भी असामान्य लक्षण दिखने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें। सिजेरियन के देखभाल करना महिलाओं के लिए बहुत जरूरी होता है। इसमें उनके फैमिली मेंबर्स को भी सपोर्ट करना चाहिए।

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हम उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में सिजेरियन के बाद देखभाल (Care after cesarean) से जुड़े टिप्स बताए हैं। यदि आपका इस लेख से जुड़ा कोई प्रश्न है तो आप कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं। हम अपने एक्सपर्ट्स द्वारा आपके सवालों का जवाब दिलाने की पूरी कोशिश करेंगे। आपको हमारा यह लेख कैसा लगा यह भी आप हमें कमेंट सेक्शन में बता सकते हैं।

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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Current Version

30/09/2021

Sunil Kumar द्वारा लिखित

Updated by: [email protected]


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Sunil Kumar द्वारा लिखित · अपडेटेड 30/09/2021

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