प्रेग्नेंसी के दौरान वर्कआउट करें या ना करें इस बात को लेकर गर्भवती महिलाएं कंफ्यूज रहती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करना यू तो सही है, लेकिन कुछ ऐसी एक्सरसाइज हैं जिनको करने से गर्भवती महिला और बच्चे को नुकसान हो सकता है।
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
प्रेग्नेंसी के दौरान वर्कआउट करें या ना करें इस बात को लेकर गर्भवती महिलाएं कंफ्यूज रहती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करना यू तो सही है, लेकिन कुछ ऐसी एक्सरसाइज हैं जिनको करने से गर्भवती महिला और बच्चे को नुकसान हो सकता है।
“मुझे रोज जिम जाना और वर्कआउट करना पसंद है लेकिन, अब मैं प्रेग्नेंट हूं, क्या मुझे अब प्रेग्नेंसी के दौरान वर्कआउट करना पूरी तरह से छोड़ देना चाहिए?” यह सवाल मेरे साथ जिम में वर्कआउट करने वाली एक साथी का फिटनेस ट्रेनर से था। इस पर ट्रेनर ने कहा-“आपको व्यायाम पूरी तरह से छोड़ने की आवश्यकता नहीं है लेकिन, गर्भावस्था के दौरान वर्कआउट करने से पहले ऐसी भी एक्सरसाइज हैं जिन्हें नहीं करना चाहिए।” आइए, जानते हैं प्रेग्नेंसी में कौन-सी एक्सरसाइज गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकती हैं।
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गर्भधारण के बाद आपको लगभग 25-35 पाउंड वजन बढ़ाने की आवश्यकता होती है। हालांकि, भावनात्मक और शारीरिक रूप से आपके लिए यह कठिन हो सकता है लेकिन, प्रेग्नेंसी के दौरान वजन बढ़ना गर्भ में पल रहे शिशु के स्वस्थ विकास की ओर इशारा करता है। इसलिए इस समय ऐसे कोई भी वर्कआउट न करें जिनसे वजन कम होता हो। प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करने में जिम ट्रेनर और डॉक्टर दोनों वजन कम करने वाली एक्सरसाइज को अवॉयड करने की सलाह देते हैं।
कोई भी खेल जिसको खेलते समय आपका शरीर दूसरे के संपर्क में आता हो, कॉन्टैक्ट स्पोर्ट्स कहे जाते हैं जैसे-बास्केटबॉल, बेसबॉल, फुटबॉल, आइस हॉकी आदि। इन स्पोर्ट्स को खेलने से आपको पेट पर चोट लग सकती हैं इसलिए, गर्भावस्था के दौरान हाई इम्पैक्ट स्पोर्ट्स से दूर रहें। खासतौर पर पहली तिमाही (एक सप्ताह से बारह सप्ताह) के बाद इन खेलों को खेलने से बचें क्योंकि इस समय तक पेट का साइज बढ़ जाता है। इन खेलों को खेलने से प्लेसेंटा के टूटने से लगता भ्रूण को खतरा हो सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज में डॉक्टर हमेशा लो-इंटेंसिटी एक्सरसाइज करने की सलाह देता है जिससे मां के साथ बच्चे को भी कोई नुकसान ना हो।
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गर्भावस्था के दौरान वेटलिफ्टिंग बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। इससे मस्तिष्क कोशिका और कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम (Cardiovascular system) पर काफी स्ट्रेस पड़ता है, इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान वेटलिफ्टिंग न करें। प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करते समय हमेशा ध्यान रखें कि वेट लिफ्टिंग गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है।
गर्भावस्था के दौरान जोड़ों में ढीलापन आ जाता है जिससे चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान हाई इम्पैक्ट एरोबिक्स, रस्सी कूदना और किकबॉक्सिंग भूलकर भी नहीं करनी चाहिए। प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करते समय हमेशा उछलने वाली एक्सरसाइज करने से बचें।
प्रेग्नेंसी में ऐसी गतिविधियां करना इग्नोर करें जिसमें बहुत ज्यादा बैलेंसिंग की जरूरत पड़ती हो जैसे-स्कीइंग और घुड़सवारी। इस तरह की एक्टिविटीज में आपके गिरने का खतरा ज्यादा होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज चुनते समय ये ध्यान रखें कि वह कार्डियो हो या स्ट्रेंथ हो आपको ऐसी कोई गतिविधि नहीं करनी है जिससे आपको गिरने का खतरा हो।
ब्रीदिंग से ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है और यह शिशु के लिए भी अच्छा है लेकिन, कुछ एक्सरसाइज या योगासन ऐसे हैं जिसमें ज्यादा देर तक सांस रोकने की जरूरत पड़ती है जिससे ऑक्सिजन की कमी के कारण ब्लड सर्क्यूलेशन प्रभावित हो सकता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान ऐसे व्यायाम न करने की सलाह दी जाती है।
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हाई इंटेन्सिटी वर्कआउट की प्रक्रिया के दौरान हार्ट को ब्लड की अधिक जरुरत पड़ती है। प्रेग्नेंसी के दौरान हाई इंटेन्सिटी एक्सरसाइज करने से हृदय गति काफी बढ़ जाती हैं जो कि होने वाली मां और शिशु दोनों के लिए हानिकारक हो सकती है। प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज के लिए डॉक्टर हमेशा लो-इंटेंसिटी व्यायाम करने की सलाह देता है।
यदि आप प्रेग्नेंट हैं और इस दौरान पहाड़ों पर घूमने जाती हैं तो याद रखें कि 6,000 फीट से नीचे ही रहें वरना आपको जी मिचलाना, उल्टी, थकान, सिर चकराना, सांस लेने में तकलीफ या सिरदर्द की समस्याएं हो सकती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करते समय हमेशा ध्यान रखें कि ज्यादा ऊंचाई पर व्यायाम करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है।
प्रेग्नेंसी में ऐसी कोई एक्सरसाइज नहीं करें जिससे पीठ या पेट पर दबाव पड़ता हो। कुछ मिनटों के लिए पीठ के बल व्यायाम करना तो ठीक है लेकिन, जैसे-जैसे गर्भाशय भारी होने लगता है शिशु तक ब्लड सर्क्यूलेशन पहुंचना बंद हो सकता है। ऐसे योगा पोज, क्रंचेस और अन्य गतिविधियों से बचें जिसमें पीठ के बल एक-दो मिनट से ज्यादा दबाव पड़ता हो। 16 सप्ताह के बाद पीठ के बल व्यायाम करने से कुछ महिलाओं को लो ब्लड प्रेशर और चक्कर की समस्या भी हो सकती है। प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करते समय यह भी ध्यान रखें कि इससे आपके पीठ या पेट पर दबाव ना पड़े।
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हर गर्भवती महिला को प्रेग्नेंसी के दौरान वर्कआउट करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। कोई भी वर्कआउट क्लास में भाग लेने से पहले एक्सपर्ट को अपनी गर्भावस्था के बारे में जरूर बताएं लेकिन, कुछ स्वास्थ्य स्थितियां ऐसी भी हैं जिनमें व्यायाम करने की सलाह नहीं दी जाती है। जैसे-
प्रेग्नेंसी के दौरान वर्कआउट करने के कई तरीके हैं जो गर्भवती और उसके शिशु के स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं। इससे पहले कि आप जिम ज्वाॅइन करें या कोई नया व्यायाम करने के बारे में सोचें अपने डॉक्टर या फिटनेस एक्सपर्ट से बात कर लें। क्योंकि, यह बात अच्छी तरह समझ लीजिए, कि गर्भावस्था में आपको शारीरिक व मानसिक रूप से पहुंचा कोई भी नुकसान आपके बच्चे की सेहत पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। जिसे बच्चे को जन्म से लेकर पूरी जिंदगी तक उठाना पड़ सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ भी करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना बिल्कुल न भूलें, वह आपको सही जानकारी देने में सक्षम होता है।
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