पहली बार पिता बनना एक बड़ी जिम्मेदारी होती है। पत्नी के प्रेग्नेंट होने पर पति उसकी पूरी देखभाल करता है। खाने से लेकर उठने-बैठने तक उसका पूरा ख्याल रखा जाता है लेकिन, जिम्मेदारी यही खत्म नहीं होती। हॉस्पिटल में जाने से लेकर डिलिवरी होने तक आपको उतनी ही देखभाल करनी है। जिससे साथी को सपोर्ट मिले और डिलिवरी की प्रॉसेस सहूलियत भरी हो सके। ऐसे में आप कुछ ऐसी चीजें कर सकते हैं जिससे न सिर्फ एक अच्छे पार्टनर बन पाएंगे बल्कि एक पिता भी। पहली बार पिता बनना है, तो आपको किन बातों का ध्यान रखना होगा।
और पढ़ें : प्रेग्नेंसी के दौरान लगने वाले जरूरी टीके और उनका महत्व
पहली बार पिता बनना – हार्ड वर्क के लिए रहें तैयार
पार्टनर के लिए शिशु को जन्म देना इतना भी आसान नहीं है। इसमें कई बार घंटों का समय लग सकता है। इसके लिए आपको भी तैयार होने की जरूरत है। डिलिवरी प्रॉसेस लंबी चलने पर पार्टनर को किसी ऐसी चीज पर फोकस करने की जरूरत पड़ेगी, जिससे उसका ध्यान दर्द से हट सके। यह सांस लेने का एक तरीका भी हो सकता है जिससे थोड़ा रिलैक्स मिले या फिर शिशु के आकार का कोई खिलौना। जिसे देखकर पार्टनर का ध्यान दर्द से हट जाए।
पहली बार पिता बनना – लेना पड़ सकता है कोई डिसीजन भी
आपको अचानक आने वाले किसी भी कार्य के लिए तैयार रहना होगा। हो सकता है कि आपको पार्टनर के पैरों को भी जोर-जोर से मलना पड़े जिससे उसका मूड डायवर्ट हो सके या हो सकता है कि आपको सी- सेक्शन डिलिवरी का फैसला लेना पड़े। इसके लिए भी तैयार रहें।
और पढ़ें : जानें प्रेग्नेंसी के ये शुरुआती 12 लक्षण
पहली बार पिता बनना – मनोरंजन की चीजों को साथ लेकर जा सकते हैं
कई बार डिलिवरी प्रॉसेस में पूरा दिन या इससे ज्यादा समय भी लग सकता है। ऐसे में आप कुछ मैगजीन या लैपटॉप ले जा सकते हैं। इससे आपके साथ ही पार्टनर भी बोर नहीं होगी और दोनों का मनोरंजन भी होता रहेगा। इसके अलावा उनसे बातें करें और साथ ही सपोर्ट करें। यदि आप सोचते हैं कि अस्पताल में आपको घर जैसा सुकून मिलेगा, तो आप गलत हैं।
पहली बार पिता बनना – बिल्कुल भी घबराएं नहीं
डिलिवरी के दौरान आपकी पार्टनर को ब्लीडिंग हो सकती है। कई बार यह बहुत ज्यादा होती है। अस्पताल के स्टाफ के लिए यह कोई अनोखी बात नहीं होगी लेकिन, आपको भी इसे देखकर घबराना नहीं है। शिशु को जन्म देते वक्त आपके पार्टनर को निश्चित तौर पर ब्लीडिंग होगी। इसके लिए आप पहले से ही तैयार रहें।
और पढ़ें : नए माता-पिता के अच्छे मानसिक स्वास्थ्य के लिए 5 टिप्स
पहली बार पिता बनना – अपनी सीमा का रखें ध्यान
डिलिवरी रूम में ऐसी कई चीजें होंगी, जिनके बारे में शायद आप ना जानते हों। साथ ही कुछ ऐसी चीजें होंगी जिन्हें प्रोफेशनल्स पर छोड़ना बेहतर रहेगा। कई बार मिडवाइफ आपसे शिशु के जन्म लेने पर उसे हांथों में लेने के लिए कह सकती है। ऐसे में यदि आपकी आपको लगता कि आप उसे संभाल नहीं पाएंगे तो मना कर दें। गर्भनाल काटने का कार्य भी प्रोफेशनल्स पर ही छोड़ दें।
पहली बार पिता बनना एक जिम्मेदारी वाला काम होता है। इसमें न सिर्फ आपको खुद को तैयार करना होता है बल्कि प्रेग्नेंट पत्नी की देखभाल भी करनी होती है। इस दौरान आपको अपनी इन जिम्मेदारियों का भी खास ख्याल रखने की जरूरत होती है, जैसे –
- जब आपकी पत्नी गर्भवती हो उसी दौरान या प्रसव से पहले उनसे बात कर लें कि वह लेबर के दौरान क्या करना चाहती है (नॉर्मल या सिजेरियन डिलिवरी को चुनना)? पत्नी के साथ सिर्फ आप ही हैं जिसे हर चीज की जिम्मेदारी लेने की जरूरत है। दाई को भी आप उनकी परेशानियों और दर्द के बारे में सब कुछ बता सकते हैं। यदि अपने बर्थ-प्लान की योजना बना रखी है तो उन्हें सही समय पर अस्पताल ले जाएं।
- लेबर के दौरान पार्टनर खुद के लिए बोलने में सक्षम नहीं होती। इसलिए उसकी ओर से बोलने के लिए तैयार रहें। इस दौरान आपकी पत्नी प्रसव के दौरान क्या महसूस कर रही है? इस बारे में डॉक्टर को बताएं। पहली बार पिता बनने वालों के लिए सलाह है पार्टनर की पीड़ा देखकर भी वे दृढ़ रहें। यहां तक कि एक आपातकालीन सी-सेक्शन के दौरान पत्नी के इंटरफेयर करने पर भी आप उसे रोक सकते हैं।
और पढ़ें : लेबर पेन कम करने के उपाय जानना चाहती हैं तो पढ़ें ये आर्टिकल
- लेबर की शुरुआत के दौरान पत्नी को हाइड्रेटेड रहने और तरल पदार्थ पीने की लिए याद दिलाएं। गर्भवती को प्रसव के दौरान डीहाइड्रेशन से बचने के लिए पानी या हर्बल चाय दें। यह जरूर सुनिश्चित करें कि वह कुछ भी अम्लीय नहीं खा सकती है, क्योंकि इससे उल्टी हो सकती है।
- लेबर के दर्द से लड़ रही अपनी साथी का सहारा बनने के लिए जरूर जानें कि लेबर के दौरान क्या किया जाना चाहिए? ताकि आपको पता चल सके कि आखिर प्रसव के दौरान क्या हो रहा है?
ये तो थीं कुछ जिम्मेदारियां, जो पहली बार पिता बनना पर हर पति को निभानी होती हैं। तो जैसे ही गर्भवती महिला की डिलिवरी का समय नजदीक आता है, तो आपको और हौसले से काम लेना होता है। ऐसे में आपको अपनी पत्नी का भी हौसला बढ़ाना होता है। ऐसे में जब पत्नी की डिलिवरी हो रही हो, तो आपको नीचे बताई गई बातों का खास ध्यान रखना होगा, जैसे डिलिवरी के दौरान आप :
और पढ़ें : क्या डिलिवरी के बाद मां को अपना प्लासेंटा खाना चाहिए?
- अपनी पत्नी की मालिश करें।
- कूल्हों पर काउंटर प्रेशर करें।
- पार्टनर का हाथ थामे रहें। इससे उन्हें डिलिवरी के दौरान हौसला मिलेगा।
- सांस को धीमा करने में मदद करें।
- कमरे में सही तापमान बनाएं रखें।
- हर घंटे टॉयलेट का उपयोग करने के लिए याद दिलाएं ताकि महिला का ब्लैडर बच्चे के सिर पर न चढ़े।
- एक गीले कपड़े से माथे और भौंह को पोछें।
अंत में हम यही कहेंगे कि पहली बार पिता बनना एक बड़ी जिम्मेदारी है। पार्टनर को आपको हर हाल में सपोर्ट करना है। इस दौरान आपको कुछ चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है। इसके लिए तैयार रहें। उम्मीद करते हैं कि यह टिप्स आपके काम आएंगे। पहली बार पिता बनना आपके लिए भी दिलचस्प होगा।
उम्मीद है आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर इससे संबंधित आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके बाकी के सवालों के भी जवाब देंगे। साथ ही इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ शेयर करें।
[embed-health-tool-ovulation]