प्रेग्नेंसी किसी भी मां के लिए एक अनूठा अनुभव हो सकता है। प्रेग्नेंसी में महिला अलग-अलग चीजों का अनुभव करती है, उसी तरह डिलीवरी के बाद भी उसके शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान कई महीनों तक महिलाओं को पीरियड (Period) यानी की माहवारी नहीं होती, लेकिन डिलीवरी के बाद पहले पीरियड का होना महिला के लिए एक अलग चीज मानी जाती है। कई महिलाओं के मन में डिलीवरी (Delivery) के बाद पहले पीरियड को लेकर कई सवाल उठते हैं, जिसे लेकर वे अक्सर परेशान रहती हैं। आज हम बात करने जा रहे हैं डिलीवरी के बाद पहले पीरियड (First period after pregnancy) के बारे में, यह पीरियड महिला के लिए किन-किन बदलावों का कारण बनते हैं, आइए जानते हैं इन सवालों की मदद से।
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क्या डिलीवरी के बाद पहले पीरियड (First period after pregnancy) आने में देर हो सकती है?
डिलीवरी के बाद पहले पीरियड (Period) का महिला के स्तनपान से कराने से सीधा ताल्लुक माना जाता है। इसका कारण है प्रोलैक्टिन हॉर्मोन (Prolactin hormone), जो महिला में ओव्यूलेशन (Ovulation) की प्रक्रिया को रोक देता है। जाहिर है स्तनपान (Breastfeeding) कराने वाली महिलाओं को बच्चे के जन्म से करीब आठ हफ्तों के बाद पीरियड शुरू हो सकते हैं। यही वजह है कि जो महिलाएं बच्चों को स्तनपान करवाती हैं, उनमें डिलीवरी के बाद पहले पीरियड (First period after pregnancy) शुरू होने में हफ्तों का समय लग सकता है। कई बार डिलीवरी के बाद पहले पीरियड आने में 6 महीने से ज्यादा का समय भी लग सकता है।
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क्या महिलाएं डिलीवरी के बाद पहले पीरियड से पहले दोबारा गर्भवती हो सकती हैं?
कई बार गर्भवती महिलाओं के मन में यह सवाल पैदा होता है कि क्या डिलीवरी के बाद पहले पीरियड (First period after pregnancy) से भी पहले वे गर्भवती हो सकती हैं? दरअसल कई महिलाएं ऐसी होती हैं, जो डिलीवरी के बाद पहले पीरियड से भी पहले दोबारा कंसीव कर लेती हैं। अक्सर उनके मंथली चेकअप के दौरान इस बात का पता चलता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पीरियड से पहले महिलाओं में ओव्यूलेशन शुरू हो जाता है। जब महिलाओं में ओव्यूलेशन (Ovulation) की प्रक्रिया शुरू होती है, तो वे कंसीव करने के लिए सक्षम मानी जाती हैं। इसलिए कई बार डिलीवरी के बाद पहले पीरियड (Period) से भी पहले महिला गर्भवती हो सकती है।
ऐसी स्थिति में डॉक्टर से बात करके जन्म नियंत्रण की स्थिति पर सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि स्तनपान (Breastfeeding) के दौरान गर्भनिरोधक गोलियां मां और बच्चे दोनों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। गर्भनिरोधक गोलियों (Birth control pills) में एस्ट्रोजन (Estrogen) की मात्रा अधिक होती है, जो दूध का उत्पादन ठीक से होने नहीं देता। इसलिए डॉक्टर की सलाह से आप दूसरा तरीका अपना सकते हैं।
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क्या डिलीवरी के बाद पहले पीरियड, आम पीरियड (Period) की तरह होते हैं?
जिस तरह प्रेग्नेंसी के बाद महिला के शरीर में काफी कुछ बदल जाता है, उसी तरह डिलीवरी के बाद पहले पीरियड (First period after pregnancy) में थोड़ा परिवर्तन हो सकता है। कई महिलाओं में किसी भी तरह का परिवर्तन नहीं देखा जाता। इसका असर अलग-अलग महिला में अलग-अलग तरह से दिखाई देता है। कई बार डिलीवरी के बाद पहले पीरियड (Period) ज्यादा लंबे या ज्यादा छोटे भी हो सकते हैं। वहीं ब्लीडिंग (Bleeding) कम या अधिक दोनों तरह से हो सकती है। कई बार महिलाओं को पीरियड्स में होने वाले दर्द और ऐंठन में बढ़ोतरी भी देखी गई है।
प्रेग्नेंसी के दौरान आपका गर्भाशय बड़ा हो चुका होता है, हालांकि प्रसव के बाद वह धीरे-धीरे सिकुड़ने लगता है, फिर भी आमतौर पर इसे बड़ा ही माना जाता है। एंडोमेट्रियल लाइनिंग (Endometrial lining) जो पीरियड के दौरान रक्त के रूप में बाहर निकलती है, शरीर को इसे दोबारा तैयार करना पड़ता है। गर्भावस्था के दौरान इसमें काफी परिवर्तन हो चुके होते हैं, इसलिए डिलीवरी के बाद पहले पीरियड (First period after pregnancy) में आपको अलग अनुभव हो सकते हैं। वहीं यदि महिला प्रेग्नेंसी से पहले गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग करती है, तो डिलीवरी के बाद पहले पीरियड के दौरान उन्हें अक्सर ज्यादा ब्लीडिंग Bleeding) की समस्या हो सकती है। यही कारण है डिलीवरी के बाद पहले पीरियड, आम पीरियड (Period) से अलग हो सकते हैं।
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क्या डिलीवरी के बाद पहले पीरियड (First period after pregnancy) इर्रेग्यूलर हो सकते हैं?
जैसा कि आप जानते हैं प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के शरीर में कई तरह के हॉर्मोनल बदलाव होते हैं। वहीं प्रेग्नेंसी के बाद स्तनपान (Breastfeeding) के दौरान भी महिला के शरीर में हॉर्मोन बदलते रहते हैं। इन बदलते हॉर्मोन्स का सीधा असर आपके पीरियड पर पड़ता है, इसलिए हो सकता है कि आमतौर पर आपको जो पीरियड (Period) होते हैं, उससे डिलीवरी के बाद पहले पीरियड (First period after pregnancy) अलग महसूस हों। कई बार यह पीरियड 24 दिन के अंतराल में तो कभी 28 और 35 दिन के अंतराल में भी हो सकते हैं।
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प्रेग्नेंसी के बाद पहले पीरियड (Period) ना होने के क्या कारण हो सकते हैं?
प्रेग्नेंसी के बाद पहले पीरियड (Period) के दौरान महिला को ज्यादा ब्लीडिंग और दर्द की समस्या रह सकती है, लेकिन यदि आपको हर घंटे पैड बदलने की जरूरत पड़ रही है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यह किसी तरह के संक्रमण या युटेरिन फाइब्रॉयड (Uterine fibroids) के कारण भी हो सकता है। वहीं यदि आप इन लक्षणों को महसूस कर रही हैं, तो आपको एनिमिया या थायराइड की समस्या भी हो सकती है। इन लक्षणों में –
- लगातार 7 दिन तक हैवी ब्लीडिंग के साथ पीरियड होना
- डिलीवरी के बाद पहले पीरियड का ना आना
- पीरियड के बीच में स्पॉटिंग की समस्या होना
- डिलीवरी के बाद 6 महीनों तक पीरियड ना आना
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यदि आप इस तरह के लक्षण देखते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेकर खुद का चेकअप करवाना चाहिए। डिलीवरी के बाद पहले पीरियड (First period after pregnancy) के दौरान आपको अलग अनुभव हो सकते हैं, इसलिए खुद को मानसिक रूप से तैयार रखें, साथ ही अपने लक्षणों पर खास तौर पर ध्यान रखें। जिससे किसी तरह की शारीरिक समस्या होने पर आप डॉक्टर से संपर्क करके उसका निदान कर सकें और बड़ी समस्या से बच सकें।
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