एक रिसर्च के अनुसार पाया गया कि अश्वगंधा की जड़ का इस्तेमाल स्पर्म काउंट में कमी को दूर करने में किया जाता है। इसके इस्तेमाल से शुक्राणुओं के साथ-साथ उनकी गतिशीलता को भी बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके लिए एक गिलास दूध में आधा चम्मच अश्वगंधा पाउडर मिलकार पीना चाहिए। इसकी खुराक के लिए डॉक्टर से सलाह लें।
पालक
स्पर्म काउंट में कमी को दूर करने के लिए फॉलिक एसिड जरूरी होता है। पालक और अन्य हरी सब्जियों में फॉलिक एसिड (folic acid) भरपूर मात्रा में मौजूद होने के कारण यह बॉडी के लिए लाभदायक माना जाता है।
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लहसुन
लहसुन कामोत्तेजना को बढ़ाने के लिए एक नेचुरल रेमेडी है। इसमें मौजूद एल्लीसिन नामक यौगिक शुक्राणु के उत्पादन को बढ़ावा देने के साथ ब्लड सर्कुलेशन को भी सुधारता है। नियमित डायट में एक या दो लहसुन की फांके जरूर लें।
अखरोट
2012 में हुई एक रिसर्च से पता चलता है कि अखरोट के सेवन से स्पर्म काउंट सुधरने के साथ ही क्वालिटी में भी सुधार आता है। रिसर्च में 21 से 35 वर्ष की उम्र के 117 पुरुषों को करीबन 12 सप्ताह के लिए अखरोट खाने को कहा गया। कुछ समय बाद शोधकर्ताओं ने स्टडी से पहले और बाद में शुक्राणु की संख्या का विश्लेषण किया। स्टडी में पाया गया कि 117 पुरुषों में से जिन्होंने अखरोट का उपयोग किया था, उनके स्पर्म काउंट में महत्वपूर्ण सुधार हुआ।
स्वस्थ स्पर्म के लिए अंडे
प्रोटीन और विटामिन ई से भरपूर अंडे हेल्दी स्पर्म के लिए जिमीदार होते हैं। इतना ही नहीं, यह स्पर्म काउंट को बढ़ाने के साथ-साथ फर्टिलिटी की क्षमता को भी बढ़ाते हैं।
इस आर्टिकल में स्पर्म काउंट में कमी के उपाय बताए गए हैं जिनको आप डॉक्टर के परामर्श से अपना सकते हैं। आशा करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। आपको यह लेख कैसा लगा? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही अगर आपका इस विषय से संबंधित कोई भी सवाल या सुझाव है तो वो भी हमारे साथ शेयर करें।