शिशु के विकास में मदद करता है केला
केला विटामिन बी-6 से भरपूर होता है जो शिशु की तंत्रिका प्रणाली के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व होता है। इसलिए गर्भावस्था की पहली तिमाही में रोजाना केले खाने से शिशु के दिमाग की वृद्धि में भी फायदा पहुंचता है।
प्रेग्नेंसी में ब्लड प्रेशर (Blood pressure) को नियंत्रित रखता है केला
केले पोटैशियम का बहुमूल्य स्रोत होते हैं जो कि गर्भावस्था के दौरान अनियंत्रित रक्त प्रवाह के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। नियंत्रित रक्तचाप के लिए रोजाना प्रेग्नेंसी में केला अपने आहार अवश्य शामिल करें।
फोलिक एसिड
प्रेग्नेंसी के दौरान फोलिक एसिड मस्तिष्क और मेरुदण्ड (Spinal cord) के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। फोलिक एसिड की कमी के कारण शिशु में विकलांगता और मां में समय से पहले प्रसव का खतरा बढ़ सकता है। प्रेग्नेंसी में केला खाने से इस कमी को पूरा किया जा सकता है और इन समस्याओं का खतरा अपने आप कम हो जाता है।
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प्रेग्नेंसी में एनीमिया (Anemia) का इलाज है केला
गर्भावस्था के दौरान शिशु के विकास के लिए खून की पूर्ति को पूरा करने के कारण कई महिलाओं को एनीमिया (Anemia) जैसी स्थिति से जूझना पड़ता है। गर्भावस्था में खून की कमी एक सामान्य बीमारी होती है। प्रेग्नेंसी में केला (Banana during pregnancy) आयरन का बेहतरीन स्रोत होता है जो खून की कमी को पूरा करने में मदद करता है। गर्भावस्था में एनीमिया से लड़ने के लिए अपने आहार में केला जरूर शामिल करें।
कब्ज (Constipation) से छुटकारा
गर्भावस्था में महिलाओं को पेट की कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिसमें कब्ज भी शामिल होती है। कब्ज से छुटकारा पाने के लिए केला कई वर्षों से सबसे बेहतर घरेलू उपचार माना जाता रहा है। इसमें मौजूद पोषक तत्व प्रेग्नेंसी में होने वाली कब्ज से राहत दिलाते हैं।
प्रेग्नेंसी में केला कार्बोहायड्रेट (Carbohydrate) से भरपूर होता है
कार्बोहाइड्रेट शरीर को ऊर्जा पहुंचाने का काम करते हैं। केले अच्छे प्रकार के कार्ब्स का स्रोत होते हैं जो आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगने देते। प्रेग्नेंसी में भूख लगने पर केले का सेवन करें।