स्किन को हेल्दी और ग्लोइंग रखने के लिए लोग कई सारे जतन करते हैं। अगर आपका खान-पान हेल्दी है और आपकी लाइफस्टाइल बेहतर हैं, तो आप स्किन को हेल्दी रख सकते हैं। लेकिन कई बार कुछ कारणों से स्किन संबंधित समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। स्किन में लालिमा का आना, स्किन में सूजन आदि डर्माटाइटिस के लक्षण होते हैं। एक्सफोलिएटिव डर्माटाइटिस ( Exfoliative Dermatitis) भी स्किन से संबंधित कंडीशन है।
स्किन में दिखने वाले लक्षणों के हिसाब से डर्माटाइटिस विभिन्न प्रकार का हो सकता है। स्किन का झड़ना स्किन कंडीशन के तौर पर जाना जाता है। किसी मेडिकल कंडीशन, विभिन्न प्रकार की दवाओं के इस्तेमाल के कारण या किसी अनजाने कारण से भी एक्सफोलिएटिव डर्माटाइटिस ( Exfoliative Dermatitis) की समस्या हो जाती है। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से एक्सफोलिएटिव डर्माटाइटिस ( Exfoliative Dermatitis) के बारे में जानकारी देंगे और बताएंगे कि किस तरह से इसे डायग्नोज किया जाता है और इसका उपचार किया जा सकता है।
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एक्सफोलिएटिव डर्माटाइटिस (Exfoliative Dermatitis) के कारण
हो सकता है कि आपने ऐसी स्किन देखी होगी, जो सफेद पपड़ी दार होकर झड़ जाती है या फिर धीरे-धीरे खाल उतरने लगती है। ऐसा एक्सफोलिएटिव डर्माटाइटिस ( Exfoliative Dermatitis) कंडीशन के कारण होता है। यह स्किन कंडीशन क्यों होती है, इसके एक नहीं बल्कि कई कारण हो सकते हैं। पहले से कोई हेल्थ कंडीशन या फिर दवाओं के लंबे समय तक इस्तेमाल के कारण भी एक्सफोलिएटिव डर्माटाइटिस (Exfoliative Dermatitis) का सामना करना पड़ सकता है। कुछ केस में तो इस बीमारी के कारण के बारे में जानकारी भी नहीं मिल पाती है। कुछ केसेज में कैंसर भी जिम्मेदार हो सकता है।
एक्सफोलिएटिव डर्माटाइटिस ( Exfoliative Dermatitis) का मूल कारण त्वचा की कोशिकाओं का डिसऑर्डर है। टर्नओवर नामक ( turning over) प्रोसेस में कोशिकाएं मर जाती हैं और बहुत तेजी से झड़ने लगती हैं। स्किन सेल्स का तेजी से टर्नओवर त्वचा के छीलने और झड़ने का कारण बनता है। छीलने और स्केलिंग को स्लोफिंग (sloughing) के रूप में भी जाना जा सकता है। जिन लोगों को पहले से रही क्रॉनिक स्किन कंडीशन होती है, उनमें भी एक्सफोलिएटिव डर्माटाइटिस ( Exfoliative Dermatitis) पैदा हो सकती है। कुछ ड्रग जैसे कि सल्फा दवाएं, पेनिसिलिन, बार्बीचुरेट्स (barbiturates), ब्लड प्रेशर मेडिसिंस (blood pressure medications) आदि भी इस कंडीशन को जन्म दे सकती हैं। आपको इसके बारे में डॉक्टर से अधिक जानकारी लेनी चाहिए।
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एक्सफोलिएटिव डर्माटाइटिस के लक्षण (Exfoliative Dermatitis symptoms)
अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि इस एक्सफोलिएटिव डर्माटाइटिस ( Exfoliative Dermatitis) स्किन हेल्थ कंडीशन के कारण क्या लक्षण दिखाई पड़ते हैं? हम आपको बता दें कि इस स्किन कंडीशन के कारण शरीर के किसी भी भाग की त्वचा झड़ने लगती है। जब त्वचा झड़ती है, तो उसका रंग हल्का सफेद हो जाता है। साथ ही स्किन के कलर में भी बदलाव होने लगता है। स्किन बहुत ज्यादा रफ हो जाती है और ड्राई या सूखी दिखने लगती है। इस कारण से दर्द की समस्या भी हो सकती है। वहीं नेल्स मोटे हो जाते हैं और उखड़ने लगते हैं।
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आपको जानकर हैरानी हो सकती है लेकिनस एक्सफोलिएटिव डर्माटाइटिस ( Exfoliative Dermatitis) के कारण फ्लू जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं। पेशेंट को बुखार आना, ठंड लगना आदि समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि स्किन के झड़ने के कारण इंटरनल थर्मामीटर में बुरा प्रभाव पड़ता है और त्वचा से गर्मी का लॉस होता है। शरीर का तापमान नियंत्रित करने में स्किन का महत्वपूर्ण रोल होता है लेकिन एक्सफोलिएटिव डर्माटाइटिस ( Exfoliative Dermatitis) के कारण ऐसा नहीं हो पाता है और लोग खुद को बीमार महसूस करते हैं।
इस स्थिति वाले लोगों में रक्त की मात्रा भी कम हो सकती है। यह शेड त्वचा के माध्यम से तरल पदार्थ के नुकसान के कारण होता है। त्वचा संक्रमण और पर्यावरण में अन्य चीजों से शरीर की सुरक्षा करती है। जब त्वचा झड़ जाती है, तो गंभीर संक्रमण के साथ ही अंडरलाइंग मसल्स और बोंस का डैमेज भी होने की संभावना बढ़ जाती है।
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एक्सफोलिएटिव डर्माटाइटिस का ट्रीटमेंट (Exfoliative Dermatitis treatment)?
एक्सफोलिएटिव डर्माटाइटिस ( Exfoliative Dermatitis) स्किन कंडीशन के ट्रीटमेंट से पहले डॉक्टर पहले जांच के माध्यम से बीमारी को डायग्नोज करते हैं और उसके बाद ट्रीटमेंट देते है। ट्रीटमेंट के दौरान डिहाइड्रेशन की समस्या को कम करना, लो ब्लड वॉल्यूम बढ़ाना, हीट लॉस, इलेक्ट्रोलाइट और न्यूट्रीशन की कमी को पूरा करना मुख्य उद्देश्य होता है। साथ ही स्किन की सूजन को कम करने के लिए डॉक्टर मरहम दे सकते हैं। स्किन की देखभाल के तौर पर गर्म पानी से स्नान, ओरल एंटीहिस्टामाइन आदि की सलाह दी जाती है। ड्राई और ईची स्किन के लिए डॉक्टर क्रीम लिख सकते हैं।स्टेरॉयड मेडिसिंस का इस्तेमाल सूजन को दूर करने के लिए किया जा सकता है। कुछ रोगियों को फोटोथेरिपी, सोरालेन के साथ ट्रीटमेंट, एक फोटोसेंसिटाइजिंग एजेंट और अल्ट्रावाइलेट लाइट से फायदा पहुंच सकता है।
अगर आपको त्वचा का संक्रमण हो गया है, तो ऐसे में डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाओं को लेने की सलाह दे सकते हैं। यह दवा त्वचा के संक्रमण के ट्रीटमेंट में इस्तेमाल की जाती हैं। अगर स्किन झड़ने के कारण घाव हो गया है, तो घाव को भरने के लिए ड्रेसिंग बहुत जरूरी होती है। समय-समय पर ड्रेसिंग कराने से संक्रमण के बढ़ने की संभावना कम हो जाती है। डॉक्टर आपको समय-समय पर स्किन की जांच के लिए बुला सकते हैं और साथ ही ऐसी दवाओं के लिए मना कर सकते हैं, जो एलर्जिक स्किन रिएक्शन का कारण बने।
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अगर किसी व्यक्ति को एक्सफोलिएटिव डर्माटाइटिस ( Exfoliative Dermatitis) ड्रग एलर्जी के कारण हुआ है, तो ऐसे में उस जगह दवा को बंद करने के बाद स्किन की ये कंडीशन अपने आप ठीक हो जाती है। अगर बीमारी का कारण नहीं पता चल पाता है, तो ऐसे में ट्रीटमेंट बहुत मुश्किल हो जाता है। स्किन में किसी भी प्रकार का बदलाव दिखने पर उसे इग्नोर बिल्कुल भी न करें। समय-समय पर बीमारी के लक्षण बढ़ सकते हैं। साथ ही बालों का टूटना और नाखूनों का टूटना आम समस्या बन जाता है। आपको डॉक्टर से पूछना चाहिए कि ऐसी कंडीशन में क्या किया जा सकता है। आपको अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
इस आर्टिकल में हमने आपको एक्सफोलिएटिव डर्माटाइटिस ( Exfoliative Dermatitis) को लेकर जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।