आयुर्वेद में नीम काफी लोकप्रिय जड़ी बूटी है। नीम के औषधीय गुणों के कारण पिछले 5000 से ज्यादा सालों से इसका उपयोग उपचार में किया जा रहा है। नीम को संस्कृत में अरिष्टा कहा जाता है, जिसका अर्थ ही “बीमारी से राहत पाना” होता है। नीम के पेड़ का कोई भी हिस्सा अनुपयोगी नहीं होता है। इसके पत्ते, फल, जड़ और छाल हर किसी के अपने उपयोग होते हैं। भले ही नीम का स्वाद कड़वा होता हो लेकिन ये शरीर के लिए नीम के फायदे कई हैं। नीम त्वचा के रोगों से लड़ने के साथ ही खून को साफ करने का काम भी करता है। नीम का प्रयोग विभिन्न रोगों को दूर करने के लिए किया जाता है। नीम की पत्तियों का लेप लगाने के साथ ही नीम का सेवन भी किया जाता है। नीम की पत्तियों का सेवन पेट संबंधी समस्याओं को कम करने का काम करता है। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको नीम के फायदे (Neem benefits) के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। जानिए नीम के फायदों के बारे में।
और पढ़ें : मेनोपॉज के बाद स्किन केयर और बालों की देखभाल कैसे करें?
नीम के फायदे क्या हैं? (Benefits of Neem)
नीम के एंटी बैक्टीरियल गुण (Antibacterial Properties)
नीम की पत्तियों का उपयोग फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन में किया जाता है। साथ ही पत्तियों का उपयोग मस्सों को ठीक करने के लिए और चिकन पॉक्स (Chickenpox) के इलाज में होता है। आप चाहें तो नीम की पत्ती का पेस्ट प्रभावित क्षेत्र पर लगा सकते हैं, या फिर नीम के पानी से नहाने से भी इसमें राहत मिलती है। तो इस तरह से ये नीम के फायदे में सबसे अव्वल है।
और पढ़ें : Neem: नीम क्या है?
नैचुरल टूथब्रश का काम करता है नीम (Neem works as a natural toothbrush)
नीम के फायदे में एक फायदा उसका प्राकृतिक टूथब्रश होना भी है। दांतों और मसूड़ों की स्वच्छता (Healthy gum) और देखभाल के लिए नीम की टहनी चबाना एक पुरानी परंपरा है। आज के आधुनिक युग में भी भारतीय घरों में लोग नीम की टहनी का प्रयोग ब्रश की तरह करते हैं। आजकल नीम आधारित अनेक टूथपेस्ट बाजार में उपलब्ध हैं। एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल होने के कारण यह सभी प्रकार की दांत की बीमारियों और इंफेक्शन को दूर रखता है।
और पढ़ें : त्वचा संबंधी परेशानियों के लिए उपयोगी है नीम तेल
बालों के लिए नीम का इस्तेमाल (Use of neem for hairs)
नीम के फायदे के लिए उसकी पत्तियों के साथ-साथ उसके बीजों का भी इस्तेमाल किया जाता है। नीम के बीज का का इस्तेमाल तेल बनाने के लिए किया जाता है। इसके तेल और अर्क का उपयोग आजकल साबुन और तेल में किया जाता है। वहीं नीम के पेस्ट का उपयोग हेयर कंडीशनर के रूप में भी होता है। एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल गुणों के कारण यह बालों से रूसी को दूर रखता है, और बालों की जड़ों को पोषण और कंडीशनिंग प्रदान करता है। इस तरह नीम आपके बालों को स्वस्थ और मजबूत बनाता है।
और पढ़ें : Abscess : एब्सेस क्या है? जानिए इसके कारण, लक्षण और उपाय
खूबसूरत त्वचा के लिए नीम के फायदे (Benefits of neem for beautiful skin)
त्वचा के लिए नीम के फायदे बहुत हैं। नीम के पत्ते बैक्टीरिया का खत्म कर आपकी त्वचा को इंफेक्शन से बचाते हैं। त्वचा संबंधी बीमारियों (Skin disease) के लिए नीम सबसे उपयोगी है। नीम की पत्तियों के पेस्ट का इस्तेमाल त्वचा के कुछ छोटे-मोटे रोग (जैसे की एक्जिमा, रिंगवॉर्म्स ,खुजली इत्यादि) को दूर करने के लिए भी किया जाता है। नीम की पत्तियों का यह पेस्ट चेहरे की झुर्रियों और दाग धब्बों को दूर करने के लिए भी काफी उपयोगी साबित होता है।
कैंसर से बचाव (Cancer prevention with Neem)
नीम में पाए जाने वाले कई तत्त्व कैंसर से बचाव करने में सक्षम हैं। कुछ अध्ययनों में पाया गया है की नीम की पत्तियों का अर्क कैंसरग्रस्त कोशिकाएं को खत्म करता है और कैंसर से लड़ने में मदद कर सकता है। इस तरह से कैंसर में नीम के फायदे का नाम बहुत है।
और पढ़ें : गर्दन की झुर्रियां करनी है कम? ट्राई करें ये तरीके
नीम तेल के भी हैं कई फायदे (Benefits of Neem oil)
नीम के फायदे तो कई हैं, क्योंकि नीम के जड़ से लेकर उसके फूल व बीज तक सभी फायदेमंद हैं। नीम के फायदे में देखा जाए तो उसका तेल भी काफी फायदेमंद है।
झुर्रियों को कम करने में मदद करता है नीम का तेल (Neem oil helps in reducing wrinkles)
नीम में एंटीऑक्सिडेंट्स और इम्यून बढ़ाने के तत्व होते हैं जिसके कारण यह त्वचा निचली परत में मौजूद पैथोजन्स का मुकाबला करते हैं। इससे त्वचा मुएलायम रहती है और झुर्रियां नहीं पड़तीं। हफ्ते में दो बार, त्वचा पर नीम का तेल या नीम फेस पैक लगाने से बुढ़ापे के दिखाई देने वाले लक्षणों का असर कम किया जा सकता है और त्वचा में निखार और नयापन नजर आ सकता है। बुढ़ापे पर स्टॉप लगाने के लिए नीम के फायदे का जरूर फायदा उठाएं।
और पढ़ें : ब्यूटी एक्सपर्ट का दिया हुआ ये मंत्रा अपना कर दें एजिंग को मात
त्वचा का लचीलापन रखता है बरकार (Maintains skin elasticity)
नीम के तेल में विटामिन ‘ई (Vitamin E)’ और फैटी एसिड्स का खजाना होता है जो त्वचा के लचीलेपन को बरकार रखने में मदद करते हैं। नहाने के बाद, नीम का तेल नारियल के तेल मिला कर शरीर पर लगाया जाए तो यह मॉइस्चराइजर का काम करेगा जिससे त्वचा नरम, मुलायम और हाइड्रेटेड रहेगी।
मुंहासे में हैं नीम के फायदे (Benefits of neem in acne)
नीम की एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक खूबियां मुंहासे कम करने में मदद करती हैं। नीम का एंटी-बैक्टीरियल गुण त्वचा पर मुँहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म कर देता है।नीम के तेल से मुंहासों के दाग-धब्बों और सूजन को कम करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
[mc4wp_form id=”183492″]
पलकें और भौहों को नीम बनाए सेहतमंद (Benefits of Neem oil)
रिसर्च के अनुसार जो लोग अपने चेहरे पर नीम का तेल लगाते हैं, उनकी पलकें और भौहें साफ और सेहतमंद नजर आती हैं। नीम त्वचा को गहराई से साफ करती है जबकि नीम का तेल त्वचा की सफाई के साथ-साथ पलकों और भौओं की बढ़ोतरी में भी अहम किरदार निभाता है।
त्वचा के फंगल इंफेक्शन (Fungal infection) से राहत
नीम के एंटी-फंगल गुण त्वचा के फंगल इंफेक्शन जैसे रिंगवॉर्म, एथलीट्स फुट और नाखून के फंगस को खत्म कर देते हैं। नीम के तेल में मौजूद 2 कंपाउंड्स जेडुनिन और निम्बीडॉल, फंगस को खत्म कर देते हैं, जिसके कारण त्वचा के इंफेक्शन से राहत मिल जाती है। यह रिसर्च द्वारा साबित हुआ है कि नीम का तेल फंगस के 14 प्रकार में फायदेमंद है।
खुजली से राहत दिलाए (Neem oil for itching)
त्वचा की खुजली ज्यादातर त्वचा में नमी की कमी के कारण होती है। नीम के तेल में फैटी एसिड्स (Fatty acids) और विटामिन ‘ई’ की अच्छी मात्रा होती है जिसके कारण यह आसानी से त्वचा की अंदरूनी सतह तक पहुंच जाता है और नमी पैदा करता है। खुजली वाली त्वचा पर नीम का तेल लगाया जाए तो खुजली से राहत मिलेगी। साथ ही, ड्राई और डैमेज हुयी त्वचा दोबारा ठीक करने में आसानी होगी। नीम के फायदे से आप स्वस्थ रह सकते हैं, नीम सुरक्षित है लेकिन बेहद गुणकारी है। यह गजकर्ण जैसे त्वचा विकार वाले किसी व्यक्ति में प्रतिकूल प्रतिक्रिया का कारण बन सकता है।
नीम के बेनीफिट्स के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
नए संशोधन की डॉ. शरयु माकणीकर द्वारा समीक्षा