नींद (Sleep)… शरीर के लिए जितना पौष्टिक आहार जरूरी है उतना ही 7 से 8 घंटे की नींद। लेकिन, क्या आपने कभी ये सोचा है कि दोपहर में ही क्यों नींद आती है? ऐसा खासकर लंच (दोपहर का खाना) के बाद ही होता है। यह ऐसा वक्त होता है जब आपके पास बहुत सारे काम होते हैं। आम बोल–चाल की भाषा में इसे झपकी लगना भी कहा जाता है। जानें क्यों अक्सर आपको दोपहर को नींद आती है और अगर आप सो जाते हैं, तो इसके फायदे हैं या नुकसान?
ऐसा क्यों होता है?
एक रिसर्च के अनुसार अधिकांश लोगों को झपकी लेने का सबसे अच्छा समय दोपहर 2:00 बजे से 3:00 बजे के बीच का है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आप पहले ही दोपहर का खाना खा चुके हैं और ब्लड में शुगर लेवल और एनर्जी कम हो जाती है। दरअसल, हमारी बॉडी क्लॉक इसी तरह से सेट है, कि सुबह मेहनत भरा काम करने के बाद दोपहर के बीच में आप थोड़ी नींद महसूस कर सकें। इसलिए कई बार लोग थोड़ी देर की झपकी ले लेते हैं, जिसे पावर नैप कहते हैं।
दोपहर में आने वाली नींद (झपकी) सेहत के लिए कई मायने में लाभदायक होती है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार कम से कम 15 से 20 मिनट का पावर नैप लेना चाहिए। रिसर्च के अनुसार दोपहर में 20 मिनट की नींद सुबह के सोने के 20 मिनट से ज्यादा लाभदायक होता है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आप ऑफिस का काम छोड़कर सो जाएं।
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दोपहर की नींद और रात की नींद में फर्क
जब आप 10 से 20 मिनट तक झपकी लेते हैं, तो आप नींद के पहले और कभी-कभी दूसरे चरण में प्रवेश करते हैं। यह आपको तरो-ताजा करने और नैपिंग से जुड़े फायदे पाने के लिए पर्याप्त हो सकता है। नींद के दौरान आपके शरीर को नींद के चक्र के सभी पांच चरणों को कुछ समय पूरा करने का अवसर मिलता है, जो कि अधिकांश स्वस्थ वयस्कों में हर 90 से 110 मिनट के लिए दोहराया जाता है। जब आप गहरी नींद में जाते हैं, तो आपका मस्तिष्क बाहरी उत्तेजनाओं के प्रति कम संवेदनशील हो जाता है, जिससे जागना मुश्किल हो जाता है और इससे घबराहट और थकान होने की संभावना बढ़ जाती है।
दोपहर की नींद के फायदे
दोपहर की नींद के स्वास्थ्य लाभ वैज्ञानिक रूप से कई बार सिद्ध किए जा चुके हैं। दोपहर की नींद के ऐसे ही कुछ फायदे हैं:
परफॉर्मेंस में सुधार
कई अध्ययनों में सामने आया है कि दोपहर में 10 से 30 मिनट नींद का आपकी परफॉर्मेंस पर साकारात्मक प्रभाव पड़ता है। दोपहर में नींद लेने के बाद काम में लोगों की प्रोडक्टिविटी बढ़ गई। दोपहर की नींद से लोगों के अंदर ये सुधार देखने को मिले:
- लोगों की किसी भी गतिविधि को प्रतिक्रिया
- अलर्टनेस
- लर्निंग में सुधार
कई अध्ययनों में सामने आया है कि दोपहर की नींद से लोगों की सीखने की झमता बेहतर होती है। दोपहर की नींद न केवल आपका फोकस बढ़ाती है बल्कि याददाशत को भी बेहतर बनाती है। रिसर्च में सामने आया कि दोपहर की नींद के तुरंत बाद चीजों को सीखने की क्षमता बढ़ जाती है। 15 से 20 मिनट की नींद आपके कार्य क्षमता को बढ़ाता है और साथ ही आपकी सतर्कता को भी बढ़ाता है। नासा (NASA) ने भी इसे मस्तिष्क और शरीर के लिए बहुत अच्छा माना है। एक रिसर्च के अनुसार पायलटों को प्रत्येक दिन 25 मिनट तक झपकी लेने की अनुमति दी गई थी। जिससे पता चलता है कि इस छोटी सी अवधि की नींद की वजह से वह और सतर्क रहने लगें। मेमोरी और सीखने की क्षमता में सुधार के लिए पावर नैप काफी मददगार साबित होता है। शोधकर्ताओं के अनुसार इससे सीखने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं।
दोपहर की नींद से लो ब्लड प्रेशर
नए शोध से पता चलता है कि एक दोपहर की नींद ब्लड प्रेशर को काफी कम कर सकती है। 2019 अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के वार्षिक वैज्ञानिक सत्र में प्रस्तुत एक अध्ययन के परिणामों से पता चलता है कि दोपहर की नींद ब्लड प्रेशर और अन्य जीवनशैली में बदलाव जैसे नमक और शराब की खपत को कम करने के लिए ब्लड प्रेशर के स्तर को कम करने में प्रभावी लगती है।
अध्ययन में पाया गया कि औसतन, दोपहर की नींद ने ब्लड प्रेशर को 5 mm Hg से कम किया। यह ब्लड प्रेशर को कम करने वाली एक खुराक दवा लेने के बराबर है, जो आमतौर पर ब्लड प्रेशर को 5 से 7 mm Hg तक कम करती है।
ब्लड प्रेशर में 2 mm Hg की गिरावट से दिल का दौरा पड़ने का खतरा 10 प्रतिशत तक कम हो सकता है। अगर आप हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान हैं तो पावर नैप आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। पावर नैप से ब्लड प्रेशर की समस्या खत्म हो सकती है। कार्डियोलॉजिस्ट द्वारा किए गए शोध में पाया गया है कि दोपहर के नींद लेने वालों में रक्तचाप में कमी और उनकी धमनियों और हृदय में उच्च रक्तचाप से कम क्षति का अनुभव किया गया।
दोपहर की नींद से मूड होता है बेहतर
दोपहर की नींद लेने से आपका मूड बेहतर हो सकता है। दिन में ली गई नैप आपके ऊर्जा के स्तर को बढ़ाती हैं। उन्हें सकारात्मकता में वृद्धि और हताशा के लिए बेहतर सहिष्णुता से जोड़ा गया है। अगर आप पिछली रात को अच्छी नींद नहीं लेते हैं तो जल्दी झपकी लेना भी आपको कम थका हुआ और चिड़चिड़ा महसूस करने में मदद कर सकता है।
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सेल डैमेज नहीं होते हैं
कम सोने की वजह से सेल डैमेज हो जाता है। लेकिन, पावर नैप की वजह से ऐसा नहीं होता है और आप ज्यादा सक्रीय होते हैं।
टेस्टोस्टेरोन बढ़ाते हैं
टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन पुरुषों में ज्यादा और महिलाओं में कम होता है। इससे मांसपेशियों और यौन संबंधी परेशानियों दूर होती हैं।
तनाव और इम्यून सिस्टम को राहत देता है
पॉवर नैप की वजह से तनाव कम होता है और आपका इम्यून सिस्टम भी ठीक होता है।
अगर आपको भी दोपहर में नींद आती है, तो घबराएं नहीं और न ही परेशान हों। लेकिन, अगर नींद से जुड़ी कोई और समस्या है तो डॉक्टर से संपर्क करना बेहतर विकल्प है।
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