अगर आप भी अस्थमा से ग्रस्त हैं और सामान्य दवाओं से आपको राहत नहीं मिल रही है तो हो सकता है आप किसी अन्य इलाज की तलाश में हों। अस्थमा एक गंभीर समस्या है जिसमें दवा के माध्यम से आराम न मिलने पर व्यक्तो को बेचैनी हो सकती है। ऐसे में इसके लक्षणों को कम करने के लिए आज हम आपके लिए कुछ खास अस्थमा के घरेलू उपाय (Home remedies for Asthama) लाए हैं।
अस्थमा एक क्रॉनिक कंडीशन है, जो फेफड़ों के एयरवेज को ब्लॉक करती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है। यह जानलेवा भी हो सकती है। अस्थमा से पीड़ित लोग आमतौर पर नेबुलाइजर का सहारा लेते हैं जबकि, कुछ ऑक्सिजन थेरिपी की ओर मुड़ते हैं। हालांकि, अस्थमा के घरेलू उपाय (Home remedies for Asthama) भी हैं, जिनकी मदद से इसकी रोकथाम की जा सकती है।
विभिन्न प्रकार के अस्थमा के लक्षण फेफड़ों (Lungs) में जाने वाले एयरवेज के इंफ्लमेशन के कारण होते हैं। इन्हें लाइफस्टाइल में बदलाव करके और घरेलू उपचारों की मदद से कम किया जा सकता है। यहां तक कि नियमित आहार में कुछ एडिशन करके आप अस्थमा और इसके सभी लक्षणों को कम कर सकते हैं। आइए जानते हैं अस्थमा के घरेलू उपाय (Home remedies for Asthama) और इसके अटैक को नियंत्रित या स्थिर करने के लिए कुछ प्रभावी घरेलू उपचार:
नीलगिरी का तेल (Coconut oil)
नीलगिरी के तेल में नीलगिरी मौजूद होता है और यह अवरुद्ध नाक मार्ग को साफ करने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है क्योंकि, इसमें बलगम को तोड़ने की क्षमता होती है। यह अस्थमा के घरेलू उपाय का एक बेहतरीन विकल्प है। एक तौलिया या नैपकिन पर इस तेल की कुछ बूंदें डालें और जब आप सो रहे हों, तो इसे अपनी नाक के करीब रखें। आप उबले हुए गर्म पानी की एक कटोरी में तेल की कुछ बूंदें डालकर सीधे भांप ले सकते हैं और ब्रीदिंग को आसान कर सकते हैं।
और पढ़ें : Dyslexia: डिस्लेक्सिआ क्या है? जानें इसके कारण लक्षण और उपचार
अदरक (Ginger)
यह सुपरफूड अस्थमा के खिलाफ लड़ाई में बेहद कुशल है। सभी प्रकार की श्वसन स्थितियों के उपचार के लिए आप इसे सूखे, कच्चे और ताजे रूप में उपयोग कर सकते हैं। इसमें एंटी-ऑक्सिडेंट (Antioxidant) और दर्द को दूर करने वाले गुण होते हैं। इसमें एंटी-इंफ्लमेटरी (Anti Inflammatory) गुण भी होते हैं, जो इसे नॉन -स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लमेटरी ड्रग्स (एनएसएआईडी) के रूप में इंफ्लमेशन को कम करने वाला बनाते हैं। यह फेफड़ों में जाने वाले मार्ग से अतिरिक्त बलगम और सूजन को खत्म करता है और उन्हें आराम भी देता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड (Omega Fatty acid-3)
यह विभिन्न प्रकार की मछली, नट और बीज में स्वाभाविक रूप से पाया जाता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड (Omega 3 fatty acid) अस्थमा के लिए एक और उपाय है, जो कि पूरी तरह से प्राकृतिक है और आप इसे घर पर स्वयं कर सकते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड पहले से ही कई मानसिक और शारीरिक स्थितियों जैसे कि मूड डिसऑर्डर, हृदय रोग आदि में मदद करने की अपनी क्षमता के लिए प्रसिद्ध है। अब अध्ययनों में पाया गया है कि यह एयरवेज की सूजन को कम करने के साथ-साथ इम्यून सिस्टम (Immune system) को एक्टिव रखता है।
लहसुन (Garlic)
अगर आप अस्थमा के घरेलू उपाय की तलाश कर रहे हैं, तो आप लहसुन का उपयोग कर सकते हैं, जो अस्थमा के लक्षणों से तुरंत राहत दिलाता है। अस्थमा के लिए लहसुन लेने का एक तरीका यह है कि इसकी 10-12 कलियों को आधा कप पानी (Water) में उबालें और इसे दिन में एक बार पिएं। लहसुन में काफी मात्रा में एंटी इंफ्लमेटरी गुण होते हैं जो अस्थमा से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं, क्योंकि अस्थमा एक इंफ्लमेटरी डिसीज (Inflammatory disease) है। अध्ययन बताते हैं कि लहसुन न केवल अस्थमा के लक्षणों को कम करने के लिए अच्छा है, बल्कि समय के साथ इसे ठीक भी कर सकता है।
आप ऊपर बताए गए अस्थमा के घरेलू उपाय (Home remedies for Asthama) अपना सकते हैं, जो कुछ हद तक आपको इस समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, अपनी स्थिति की जांच के लिए डॉक्टर से मिलते रहना भी उतना ही जरूरी है।
और पढ़ें : Garlic: लहसुन क्या है?
हल्दी (Turmeric)
अस्थमा के घरेलू उपाय (Home remedies for Asthama) में आता है हल्दी का दूध। कई शोध में पाया गया है कि हल्दी में एंटी-एलर्जी प्रॉपर्टीज होती हैं। ऐसा माना जाता है कि हल्दी से हिस्टामाइन पर असर होता है जिससे फेफड़ों और श्र्वसन में हुई सूजन दूर होती है।हल्दी आमतौर पर दूध के साथ लेने की सलाह दी जाती है। लेकिन कुछ मामलों में व्यक्ति को बलगम की समस्या होने पर दूध से परहेज करना चाहिए।
आप चाहें तो हल्दी को शहद (Honey) के साथ भी ले सकते हैं। इसके अलावा रोजाना अपने खाने या किसी भी एक खाद्य पदार्थ में हल्दी जरूर मिलाएं।
और पढ़ें हल्दी दूध (Turmeric Latte) पीने के क्या फायदे हैं?
शहद (Honey)
शहद का इस्तेमाल कोल्ड और कफ में होने वाली इरिटेशन से राहत पाने के लिए किया जाता है। बहुत सारे लोग अस्थमा से राहत पाने के लिए हॉट ड्रिंक में शहद मिलाकर पीते हैं। माना जाता है कि शहद (Honey) और हल्दी (Turmeric) के मिश्रण से अस्थमा और अन्य श्र्वसन संबंधी विकार के इलाज में तेजी आती है।
अस्थमा के घरेलू उपाय (Home remedies for Asthama) में इस समस्या से ग्रस्त लोगों को रोजाना एक बड़ी चम्मच शहद का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही आप चाहें तो इसे दूध में मिलाकर भी पी सकते हैं।
और पढ़ें : क्या आप जानते हैं गर्भावस्था के दौरान शहद का इस्तेमाल कितना लाभदायक है?
माहुआंग (Ma huang)
माहुआंग (Mahuang) एक चीन में पाए जने वाले हर्ब है, जिसका इस्तेमाल अस्थमा के घरेलू उपाय के लिए किया जाता है।
कैफीन (Caffeine)
कैफीन को ब्रांकोडायलेटर कहा जाता है जो कि अस्थमा के घरेलू उपाय (Home remedies for Asthama) का एक वेहतरीन विकल्प है। यह श्वसन प्रणाली की मांपेशियों में हुई थकान को कम करने में मदद करता है। एक अध्ययन के मुताबिक कैफीन अस्थमा से ग्रस्त मरीजों के लिए लाभदायी हो सकती है। यह वायुमार्ग के कार्यों को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।
रोजाना नियमित मात्रा में कैफीन (Caffeine) का सेवन करने से कुछ घंटों तक सांस लेने में आसानी होती है।
और पढ़ें : कैफीन (Caffeine) के 7 गुण जो स्वास्थ्य परेशानियों करे दूर
ध्यान रहे कि यहां मौजूद अस्थमा के घरेलू उपाय (Home remedies for Asthama) के कुछ लक्षणों को कम करने में बेहद लाभदायी और कारगर हो सकते हैं लेकिन स्थिति के गंभीर होने या मरीज को तकलीफ महसूस होने पर केवल डॉक्टरी इलाज को ही अपनाना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि अस्थमा के सभी घरेलू उपायों पर अध्ययन नहीं किए गए हैं जिसके कारण इनके पुख्ता सबूत फिलहाल मौजूद नहीं हैं।
हालांकि फिर भी कई मामलों में इन्हें फायदेमंद माना गया है जिसके कारण इनका कई वर्षों से अस्थमा के घरेलू उपाय (Home remedies for Asthama) में इस्तेमाल किया जाता रहा है।
अस्थमा के घरेलू उपाय (Home remedies for Asthama) आजमाने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से अवश्य विचार विमर्श कर लें। यदि आपको किसी भी उपाय को अपनाने से कोई दुष्प्रभाव महसूस होता है तो तुरंत उसे छोड़कर डॉक्टर के पास जाएं।
ऊपर दी गई जानकारी किसी भी तरह की डॉक्टरी सलाह का विकल्प नहीं है। अपनी स्थिति से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए अपने डाॅक्टर से संपर्क करें।