- असुरक्षित योनि या एनल सेक्स करना।
- एक ऐसे व्यक्ति के साथ ओरल सेक्स करना जिसे कोल्ड सोर हो ।
- सेक्स ट्वॉय शेयर करना ।
- कम उम्र में सेक्स करना।
- संक्रमित व्यक्ति के साथ जननांग संपर्क होना ।
हर्पीस वायरस का इलाज (Treatment Of Herpes)
एचसीवी से संक्रमित लोगों के लिए एंटीवायरल दवाएं, जैसे कि एसाइक्लोविर, फेमीक्लोविर और वैलेसीक्लोविर सबसे अधिक प्रभावी दवाएं हैं। ये लक्षणों की गंभीरता और आवृत्ति को कम करने में मदद कर सकते हैं लेकिन संक्रमण को पूरी तरह से ठीक नहीं कर सकते हैं।
हर्पीस वायरस के घरेलू उपाय क्या-क्या हैं (Home Remedies Of Herpes)
यदि बात करें हर्पीस के घरेलू उपाय कि तो हर्पिस के घरेलू उपाय कई प्रकार से हो सकते हैं। जिनसे हर्पीस को कंट्रोल करके ठीक किया जा सकता है। इसके घरेलू उपाय इस प्रकार से हैं।
प्रोपोलिस
प्रोपोलिस मधुमक्खियों द्वारा उत्पादित एक मोमी पदार्थ है। हर्पीस और दाद के इलाज के लिए प्रोपोलिस का उपयोग करने से आशाजनक परिणाम मिल सकते हैं।
ऑलिव ऑयल

ऑलिव ऑयल एक प्रकार का एंटीबैक्टीरियल एजेंट है जो हर्पीस के वायरस द्वारा होने वाले संक्रमण से लड़ने में सहायक होता है।ऑलिव ऑयल में उपस्थित एंटीऑक्सीडेंटस संक्रमण को आगे फैलने से रोकते हैं। हर्पीस को ठीक करने के अलावा ऑलिव ऑयल संक्रमण से प्रभावित हुए त्वचा को भी आराम पहुंचाता है। यह सक्रिय एंटीवायरल घटक ओलेयुरोपिन है। इसे कॉटन की मदद से लगाया जा सकता है।
शहद
हर्पीस के घरेलू उपाय में शहद बहुत अहम उपाय माना जाता है। शहद में मौजूद गुण हर्पीस से लड़ने का कार्य करते हैं।
आइस पैक
हर्पीस के घरेलू उपाय में आइस पैक बहुत मददगार होता है। आइस को किसी कॉटन में लपटेकर आप प्रभावित क्षेत्र में सेकाई करें। आइस पैक से सेकाई करने से हर्पीस के दाने दबकर कम होने लगते हैं। इससे होने वाली खुजली से और जलन से राहत मिलती है।
प्रनेला वल्गैरिस
प्रनेला वल्गैरिस एक जड़ी बूटी है जो अपने एंटी-वायरल, इम्यून-सपोर्टिव और तनाव को कम करने वाले गुणों के कारण एचएसवी से लड़ सकती है। जो हर्पीस से राहत दिलाकर त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करती है ।
बेकिंग सोडा
बेंकिंग सोडा हर्पीस के उपचार में बहुत उपयोगी हो सकता है। इसका उपयोग करने के लिए एक कॉटन लें , उसको हल्का-सा गीला कर लें। अब बेकिंग सोडा में वो कॉटन लगाएं और प्रभावित क्षेत्र पर लगा दें। इसे दिन में कम से कम दो बार दोहराएं ।
पिपरमेंट ऑयल
हर्पीस का उपचार करने में पिपरमेंट बहुत अधिक उपचारी है। इसमें एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं। इसको उपयोग करने के लिए प्रभावित क्षेत्र पर इसका प्रयोग करें। इसे एक दिन में लगभग 3 बार हर्पीस पर लगा सकते हैं।
एप्पल सीडर विनेगर
हर्पीस के उपचार में एप्पल साइडर विनेगर बहुत मददगार हो सकता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। ये गुण हर्पीस के वायरस को फैलने से रोकने में मदद करता है। उसके लक्षणों से राहत पाने के लिए एप्पल साइडर विनेगर में पानी मिलाकर लगा सकते हैं।
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एप्सम साल्ट
एप्सम साल्ट बाथ त्वचा को सुखाने और शरीर को आराम देने में मदद करता है।
लहसुन
लहसुन का पेस्ट बनाकर लगाने से हर्पीस से छुटकारा मिल सकता है। कुछ लहसुन की फलियां लेकर उसे छील लें। अब इसे पीसकर ऑलिव ऑयल में मिक्स कर लें। इस पेस्ट को प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। इस प्रक्रिया को एक दिन में दो से तीन बार दोहराएं।
मुलेठी
मुलेठी जिसे लिकोरिस भी कहा जाता है। मुलेठी की जड़ में एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। ये गुण हर्पीस का इलाज करने में सक्षम होते हैं। इसका प्रयोग करने के लिए मुलेठी की जड़ के पाउडर को पानी में मिलाएं फ़िर उसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। जो हर्पीस के लिए एक प्रभावी उपचार की तरह काम करते हैं। इससे आपके लक्षणों में कमी आ सकती है।
एलोवेरा जेल
हर्पीस के उपचार में एलोवेरा जेल लगाना बहुत फायदेमंंद हो सकता है। एलोवेरा जेल आप खरीदकर या नेचुरल जेल का उपयोग करके कर सकते हैं। यह सूजन कम करने में भी मदद करता है। इसे दिन में दो से तीन बार उपयोग में लाना चाहिए।
ब्लैक टी
ब्लैक टी में कुछ एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-वायरल गुण होते हैं जिन्हें थियाफ्लेविन कहा जाता है। इसे हर्पीस वाली जगह पर लगाने से आपके लक्षणों में सुधार हो सकता है।इसे आप अपने क्षेत्र पर डायरेक्ट लगा सकता है। ब्लैक टी का उपयोग करते समय उसमें नींबू, पुदीना, दालचीनी, अदरक और कैमोमाइल जैसी चीजें शामिल कर सकते हैं।
कार्न स्टार्च
कार्न स्टार्च के पेस्ट बनाकर इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाने से आपके लक्षण और दर्द में राहत मिल सकती है। आधा चम्मच स्टार्च में एक चम्मच पानी मिलाकर इसका पेस्ट बनाकर अपने प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। इससे आपको लक्षणों से जल्द राहत मिल सकती है।
नींबू बाम
नींबू बाम में एसिड और फ्लेवोनोइड होते हैं। जो हर्पीस के फफोले और घावों को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। हर्पीस के घरेलू उपायों को राहत पाने और उपचार में मदद करने के लिए उपयोग किया जा सकता है।
टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल का उपयोग कभी-कभी मुंह में अल्सर को ठीक करने में किया जाता है। यह हर्पीस वायरस के कारण होने वाले फफोले और घावों को ठीक करने में भी मदद कर सकता है, लेकिन इसे आंतरिक रूप से नहीं लेना चाहिए या कम ही इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि इसका ज्यादा इस्तेमाल हानिकारक हो सकता है।
गर्म सेकाई
गर्म सेकाई करने के लिए आप रोटी बनाने वाले तवे को गर्म करें। फिर एक मोटा कपड़ा लेकर तवे पर रखें। जब कपड़ा सहने लायक गर्म हो जाए तो उससे प्रभावित क्षेत्र की सेकाई करें। ध्यान रहे हर्पीस के घरेलू उपाय को करते समय आपको सावधानी बरतनी चाहिए।
बकरी का दूध
बकरी के दूध से हर्पीस के लक्षण से छुटकारा मिल सकता है। हर्पीस के घरेलू उपाय से राहत पाने के लिए बकरी के दूध को आप डायरेक्ट प्रभावित क्षेत्र पर लगा सकते हैं।
अजवाइन का तेल
अजवाइन के तेल का उपयोग हर्पीस के घरेलू उपाय में बहुत सरल और असरदार उपाय है। अजवाइन के तेल की लगभग तीन से चार बूंद एक कॉटन की मदद से अपने प्रभावित क्षेत्र पर लगा सकते हैं। इस प्रक्रिया को एक दिन में दो बार करें। दरअसल इस तेल में मौजूद कार्वाक्रोल तत्व इस तेल को एंटी वायरल बनाता है।जिस कारण हर्पीस के लक्षण कम करने में मदद मिल सकती है।
विटामिन सी
शोधकर्ताओं का मानना है कि विटामिन सी हर्पीस को ठीक कर सकता है। इसके साथ ही हार्पीस को दोबारा आने से रोक सकता है। ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी होम रेमिडी या हर्पीस के घरेलू उपाय का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। हैलो स्वास्थ्य किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है।
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हर्पीस के दौरान इन बातों का रखें ध्यान (If You Have Herpes Don’t Do These Things)
- इस दौरान नए टूथब्रश का प्रयोग करें।
- बाहर निकलने से पहले जिंक ऑक्साइड से युक्त बाम का प्रयोग जरूर करें।
- होठों पर लिप बाम का इस्तेमाल करें, लेकिन किसी से लिप बाम शेयर न करें।
- शारीरिक संबंध बनाते समय केवल लेटेक्स कंडोम का इस्तेमाल करें।
- अपना कप या ग्लास किसी से साझा न करें।
- कॉटन के अंडरगारमेंट्स और ढीले कपड़े पहनें।
- हर्पीस के घावों को बार-बार न छूएं।
- अपनी यूज की गई रुमाल को गर्म पानी में साफ करें।
- किसी प्रकार के जननांग संक्रमण से पीड़ित व्यक्ति के साथ यौन संबंध न बनाएं।
ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।