ओमेगा-3 फैटी एसिड (Omega Fatty acid-3)
यह विभिन्न प्रकार की मछली, नट और बीज में स्वाभाविक रूप से पाया जाता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड (Omega 3 fatty acid) अस्थमा के लिए एक और उपाय है, जो कि पूरी तरह से प्राकृतिक है और आप इसे घर पर स्वयं कर सकते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड पहले से ही कई मानसिक और शारीरिक स्थितियों जैसे कि मूड डिसऑर्डर, हृदय रोग आदि में मदद करने की अपनी क्षमता के लिए प्रसिद्ध है। अब अध्ययनों में पाया गया है कि यह एयरवेज की सूजन को कम करने के साथ-साथ इम्यून सिस्टम (Immune system) को एक्टिव रखता है।
लहसुन (Garlic)
अगर आप अस्थमा के घरेलू उपाय की तलाश कर रहे हैं, तो आप लहसुन का उपयोग कर सकते हैं, जो अस्थमा के लक्षणों से तुरंत राहत दिलाता है। अस्थमा के लिए लहसुन लेने का एक तरीका यह है कि इसकी 10-12 कलियों को आधा कप पानी (Water) में उबालें और इसे दिन में एक बार पिएं। लहसुन में काफी मात्रा में एंटी इंफ्लमेटरी गुण होते हैं जो अस्थमा से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं, क्योंकि अस्थमा एक इंफ्लमेटरी डिसीज (Inflammatory disease) है। अध्ययन बताते हैं कि लहसुन न केवल अस्थमा के लक्षणों को कम करने के लिए अच्छा है, बल्कि समय के साथ इसे ठीक भी कर सकता है।
आप ऊपर बताए गए अस्थमा के घरेलू उपाय (Home remedies for Asthama) अपना सकते हैं, जो कुछ हद तक आपको इस समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, अपनी स्थिति की जांच के लिए डॉक्टर से मिलते रहना भी उतना ही जरूरी है।
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हल्दी (Turmeric)
अस्थमा के घरेलू उपाय (Home remedies for Asthama) में आता है हल्दी का दूध। कई शोध में पाया गया है कि हल्दी में एंटी-एलर्जी प्रॉपर्टीज होती हैं। ऐसा माना जाता है कि हल्दी से हिस्टामाइन पर असर होता है जिससे फेफड़ों और श्र्वसन में हुई सूजन दूर होती है।हल्दी आमतौर पर दूध के साथ लेने की सलाह दी जाती है। लेकिन कुछ मामलों में व्यक्ति को बलगम की समस्या होने पर दूध से परहेज करना चाहिए।