जहां एक ओर पूरा विश्व कोरोना वायरस की मार झेल रहा है। लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना के प्रभाव को कम करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण दिशानिर्देश जारी किए हैं। धूम्रपान करने वाले लोगों में गैर-धूम्रपान करने वालों लोगों की तुलना में कोविड -19 से संबंधित स्थितियों के प्रति अतिसंवेदनशील होते हैं। कोरोना वायरस की चपेट में आने पर स्मोकिंग करने वालों के रेस्पिरेटरी सिस्टम पर ज्यादा बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए, डब्ल्यूएचओ (WHO) और यूनाइटेड स्टेट्स फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (United States Food & Drug Administration) ने धूम्रपान बंद करने के लिए निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी (NRT) की सिफारिश की है। जानते हैं क्या है यह थेरिपी।
हेल्दी पल्मोनरी हेल्थ है जरूरी
इसके लिए सिप्ला हेल्थ लिमिटेड द्वारा धूम्रपान बंद करने की श्रेणी में अग्रणी ब्रांड (निकोटेक्स (2mg)) ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान स्ट्रांग पल्मोनरी हेल्थ की आवश्यकता है। इसके लिए जल्द से जल्द धूम्रपान छोड़ने की जरूरत है। तंबाकू और तंबाकू आधारित प्रोडक्ट्स पर निर्भरता को कम करने के लिए, ब्रांड ने कर्नाटक और गोवा की राज्य सरकारों के साथ भी हाथ मिलाया है और निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी (NRT) को फ्रंटलाइन श्रमिकों को मुहैया कराने के लिए प्रगतिशील कदम उठाए हैं। इसके साथ ही इस लाइफ सेविंग थेरेपी के बारे में सामान्य आबादी को ज्यादा से ज्यादा काउंसलिंग प्रदान करने की बात भी कही।
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स्मोकिंग छोड़ते ही स्वास्थ्य पर दिखता है असर
डब्ल्यूएचओ और यूएसएफडीए (USFDA) दोनों वैश्विक अनुसंधान संस्थान फर्स्ट लाइन थेरिपी के रूप में एनआरटी की सिफारिश करते हैं। डब्ल्यूएचओ ने एनआरटी को आवश्यक दवाओं की मॉडल लिस्ट में भी शामिल किया है। देखा गया है कि धूम्रपान छोड़ने के 20 मिनट के अंदर ही उच्च हृदय गति और हाय ब्लड प्रेशर में गिरावट आती है। 12 घंटे के बाद ब्लड स्ट्रीम में कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर सामान्य हो जाता है। दो से 12 सप्ताह के अंदर क्लड सर्क्युलेशन में सुधार होता है और फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ जाती है। एक से नौ महीने के बीच, खांसी और सांस की तकलीफ कम हो जाती है, जिससे पूरा स्वास्थ्य बेहतर होता है।
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निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी : एक बेहतर प्रयास
31 मई को वर्ल्ड नो-टोबेको डे का अवलोकन करते हुए, निकोटेक्स, जो निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरिपी के प्रमाणित फॉर्मूले पर काम करता है, धूम्रपान करने वालों को इस हानिकारक आदत को छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिज्ञा ली। कोविड-19 के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाने के साथ-साथ तम्बाकू छोड़ने की सलाह भी दी। निकोटेक्स ने कर्नाटक के गतिशील प्रयासों के साथ सहयोग किया है ताकि फ्रंटलाइन श्रमिकों की रक्षा की जा सके, जो वर्तमान में फील्ड वर्क में लगे हुए हैं। 10,000 से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 40,000 से अधिक निकोटेक्स पैक को बांटने के साथ ही निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी देने की बात कही। WHO के अनुसार थेरेपी (NRT) धूम्रपान, गुटखा और अन्य तंबाकू प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल को छोड़ने में मददगार साबित होगी। इसके साथ ही स्मोकिंग की वजह से होने वाली चिंता, चिड़चिड़ापन और अन्य लक्षणों को भी कम करने में मदद मिलेगी। कोरोना वायरस संक्रमित रोगियों के साथ क्लोजली काम करने वाले हेल्थकेयर चैंपियंस की सुरक्षा के लिए यह एक अच्छा प्रयास साबित होगा।
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जरूरी है निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी
भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, श्री ए आर नंदा ने कहा, “हर साल, 31 मई को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और ग्लोबल पार्टनर्स वर्ल्ड नो टोबैको डे (डब्ल्यूएनटीडी) मनाते हैं। इस पर निकोटेक्स ने विभिन्न राज्यों के साथ भागीदारी की है और देश को, विशेष रूप से युवाओं को, किसी भी रूप में तम्बाकू के उपयोग के हानिकारक और घातक प्रभावों से मुक्त करने के लिए मिशन मोड पर काम कर रहा है। भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्यों और NRT (निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी) द्वारा तम्बाकू समाप्ति कार्यक्रमों को व्यापक रूप से अपनाने की जरूरत है।”
टीम कर्नाटक (COVID से लड़ने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा गठित विशेष समिति) ने कहा, “कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में सिप्ला हेल्थ के समर्थन की सराहना करते हैं।” सिप्ला हेल्थ लिमिटेड के सीईओ, श्री शिवम पुरी ने कहा, “विशेष रूप से कोविड – 19 महामारी के दौरान धूम्रपान करने वाले अधिक जोखिम में हैं। ऐसे में कई राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ हमारा सहयोग धूम्रपान छोड़ने में मदद करने के लिए जनता तक पहुंचना है।
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निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी कैसे काम करती है?
निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी (NRT) टोबैको विदड्रॉल के लक्षणों और क्रेविंग को कम करने में मदद करती है। बहुत लोग बिना एनआरटी थेरिपी के भी स्मोकिंग छोड़ सकते हैं। हालांकि, ऐसा करना आसान नहीं होता है और इसके लिए कई बार ट्राई करने की जरूरत पड़ती है, एक बार में ही स्मोकिंग नहीं छोड़ी जा सकती है। खासकर, जब लोगों को टोबैको विदड्रॉल के लक्षणों से जूझना पड़ता है तो वे फिर स्मोकिंग शुरू कर देते हैं। निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी लोगों को धूम्रपान करने से रोकने में मदद करने के लिए एक ट्रीटमेंट की तरह काम करती है। इसमें उन उत्पादों का उपयोग किया जाता है जो निकोटीन की कम खुराक की आपूर्ति करते हैं। इन प्रोडक्ट्स में धुएं में पाए जाने वाले बहुत सारे टॉक्सिन्स नहीं होते हैं। थेरेपी का मुख्य काम निकोटीन के लिए क्रेविंग्स को कम करना और निकोटीन विड्रॉल के लक्षणों पर काबू पाना है। इसमें तम्बाकू छोड़ने के लिए निकोटीन को कई वैकल्पिक सोर्स (गम, ट्रांसडर्मल पैच , नेजल स्प्रे, इनहेलर और सबलिंगुअल टैबलेट / लोजेंग (sublingual tablets/lozenges) को शामिल किया जाता है।
हाल ही में निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी (NRT) रिसर्च, रैपिड डिलीवरी टेक्निक्स और प्रतिरक्षाविज्ञानी तकनीकों (immunological techniques) पर ज्यादा ध्यान दिया है। एनआरटी के सभी फॉर्म्स के बारे में सभी हेल्थ प्रोफेशनल्स को पूरी जानकारी रखना जरूरी है ताकि वे जो तंबाकू उपयोगकर्ता धूम्रपान छोड़ना चाहते हैं उनके सवालों और जरूरतों को बेहतर समझ सके।
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निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी शुरू करने से पहले जाने ये बातें
इससे पहले कि आप निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी शुरू करने की सोचें, ये कुछ बातें जान लें :
- जितनी ज्यादा सिगरेट आप पीते हैं, उतनी ज्यादा खुराक आपको शुरू करने की आवश्यकता हो सकती है।
- निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी का उपयोग करते समय धूम्रपान न करें। इससे शरीर में टॉक्सिन्स का लेवल बढ़ सकता है।
- निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी से आपका वजन बढ़ना रुक जाता है। जैसे ही आप इसे लेना बंद करेंगे संभावना है कि आपका वजन बढ़ सकता है।
- निकोटीन की खुराक को धीरे-धीरे कम किया जाना चाहिए।
आज तम्बाकू का उपयोग दुनियाभर में मृत्यु का एक बड़ा कारण बन गया है। तंबाकू का उपयोग करना सभी अपनी पर्सनल चॉइस है। हालाकि, कुछ लोग स्मोकिंग के बुरे प्रभाव के बारे में पूरी तरह से अवेयर होते हैं और धूम्रपान छोड़ना चाहते हैं । लेकिन, निकोटीन की लत के कारण इसे छोड़ना मुश्किल हो जाता है। ऐसे लोगों के लिए निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरेपी (NRT) कारगर साबित होती है।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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