आमतौर पर पुरुष पीनस (लिंग) की बीमारी पर ज्यादा जागरूक नहीं होते हैं। वहीं, आंकड़ों पर गौर करें तो योनि से जुड़ी बीमारियों के बारे में महिलाएं जितना सतर्क रहती हैं, ठीक इसके विपरीत पुरुष सिर्फ बेहद गंभीर समस्याओं को लेकर ही सतर्क देखे जाते हैं। पीनस की बीमारी धीरे-धीरे अपने चरम पर पहुंचती है। वहीं, पुरुष पीनस की बीमारी के बारे में परिवार या करीबी दोस्त भी बात नहीं करते हैं। ऐसी स्थिति में आपका यह जानना बेहद जरूरी है कि पीनस से जुड़ी किस तरह की बीमारी जीवन के लिए जोखिम भरी हो सकती है। हैलो स्वास्थ्य का ये आर्टिकल उन सभी पुरुषों के लिए है, जो पीनस की बीमारी को किसी के साथ शेयर करने में संकोच करते हैं और डॉक्टर के पास जाने में भी संकोच करते हैं। जानिए पीनस की बीमारी के बारे में विस्तार से और साथ ही जानिए इन समस्याओं को दूर करने के उपाय क्या हैं।
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जानिए पीनस की बीमारी और उसके प्रकार
पीनस की बीमारी : पेरोनी (Peyronie)
पेरोनी पीनस की बीमारी का एक प्रकार है, जो लिंग के अंदर घाव कर देती है। पेरोनी होने पर लिंग के अंदर घाव हो जाते हैं। लिंग के अंदर टिश्यूज में गांठ बन जाती है, जिसके कारण पीनस इरेक्शन के दौरान एक तरफ झुका रह जाता है और दर्द का कारण बनता है। लिंग का मुड़ना पेरोनी की बीमारी का एक लक्षण है। अगर समय रहते इसका उपचार नहीं कराया जाता, तो आगे चलकर यह समस्या और बढ़ सकती है। इसके अलावा, इस बीमारी से पीनस पहले के मुकाबले आकार में भी छोटा नजर आ सकता है। गंभीर मामलों में डॉक्टर दवा लिख सकते हैं या स्थिति और ज्यादा गंभीर होने पर डॉक्टर सर्जरी की सलाह भी दे सकते हैं। इस स्थिति में सेक्स की क्रिया दर्दनाक हो सकती है। आमतौर पर इसकी समस्या बिना उपचार के भी ठीक हो सकती है। लेकिन, अगर यह समस्या लगातर बनी रहे या दर्द बढ़ जाए, तो तुंरत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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बैलेनाइटिस (Balanitis)
पीनस डिजीज बैलेनाइटिस लिंग के सिरे या फोरस्किन पर होती है। इसके कारण लिंग के सिरे में सूजन आ जाती है। आमतौर पर यह एक तरह का इंफेक्शन होता है। बैलेनाइटिस होने पर लिंग में खुजली, लालिमा, सूजन, तेज बदबूदार और दर्दनाक डिस्चार्ज की समस्या देखी जा सकती है। डॉक्टर्स की मानें, तो पीनस की साफ-सफाई न करने के कारण ही इसकी समस्या होती है। इसके उपचार के लिए एंटीबायोटिक या एंटीफंगल दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, अगर आप पीनस की बीमारी से बचे रहना चाहते हैं, तो आज ही से पीनस की साफ-सफाई पर ध्यान देना शुरू कर दें।
पीनस की बीमारी : प्रीअपिस्म (Priapism)
प्रीअपिस्म होने की स्थिति में लिंग इरेक्शन चार घंटे से भी अधिक समय के लिए बना रह सकता है, जो संभोग के बाद भी ठीक नहीं होता है। इस दौरान लिंग में दर्द भी रहता है। यह न सिर्फ कुछ घंटों बल्कि कुछ दिनों तक भी बना रह सकता है। इसके होने के सामान्य कारण नशीले पदार्थों का सेवन करना हो सकते हैं। अगर आपको लिंग में इसके लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
एपिस्पैडियास (Epispadias)
एपिस्पैडियास जन्म से जुड़ी एक बीमारी है। हालांकि, यह बहुत ही दुर्लभ होती है। इसकी स्थिति में लिंग का मूत्रद्वार पूरी तरह से खुला नहीं होता है। जिसके कारण पेशाब करने में परेशानी हो सकती है। यह एक ऐसी बीमारी है, जो महिलाओं में भी पाई जा सकती है। इसके कारण पुरुषों की प्रजनन क्षमता भी प्रभावित हो सकती है।
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पीनस कैंसर (Penile cancer)
पीनस की बीमारी या पीनस डिसऑर्डर में यह एक दुर्लभ समस्या होती है। यह कैंसर लिंग की त्वचा की कोशिकाओं में होता है। इसका विकास धीमे होता है, लेकिन एक बार होने पर यह लिंग के अन्य भागों में बहुत तेजी से फैल सकता है।
पीनस फ्रैक्चर (Penile fracture)
यह तब होता है, जब सेक्स के दौरान या अन्य स्थिति में लिंग को किसी तरह की चोट लग जाती है। जिसके कारण लिंग के टिश्यूज को नुकसान पहुंचता है।
यूरेथ्राटिस (Urethritis)
पीनस की बीमारी यूरेथ्राटिस होने पर मूत्रमार्ग में सूजन हो जाती है। जो आमतौर पर संक्रमण के कारण हो सकती है। यूरिन या वीर्य में ब्लड आना, यूरिन पास करते समय दर्द होना इसके लक्षण हैं। इसके अलावा बार-बार पेशाब आना, प्राइवेट पार्ट और उसके आसपास खुजली होना या सूजन होना, सेक्स या डिस्चार्ज के दौरान दर्द होना। कुछ गंभीर मामलों में फीवर आना भी इसका लक्षण हो सकता है। बात की जाए इसके कारणों की, तो प्राइवेट पार्ट या उसके आसपास कोई चोट लगने के कारण यह रोग हो सकता है।
स्तंभन दोष (Erectile dysfunction)
स्तंभन दोष (ईडी) तब होता है, जब आप इरेक्शन प्राप्त नहीं कर सकते या बनाए नहीं रख सकते हैं। अगर यह नियमित रूप से हो रहा है, तो यह एक कमजोर स्वास्थ्य का संकेत हो सकता है। ईडी के लक्षणों में शामिल हैं –
- इरेक्शन होने में परेशानी
- सेक्स के दौरान इरेक्शन रखने में कठिनाई
- सेक्स में रुचि की कमी
- शीघ्रपतन
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पीनस की बीमारी : शीघ्रपतन
शीघ्रपतन (पीई) तब होता है, जब यौन क्रिया के दौरान स्पर्म बहुत जल्दी निकल जाता है। यह अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य समस्या नहीं है, लेकिन यह यौन सुख में बाधा डाल सकता है और कुछ के लिए कमजोर रिश्ते का कारण भी बन सकता है। इसके लिए डॉक्टरी सलाह से दवा का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
शीघ्रपतन एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमें वीर्यस्खलन समय से पहले होने लगता है। इस स्थिति का पता आमतौर पर 1 मिनट से कम समय में वीर्यस्खलन होने से लगाया जाता है। अगर आपको भी सेक्स या हस्तमैथुन के दौरान 1 मिनट से पहले वीर्यस्खलन होता है, तो आप शीघ्रपतन से ग्रस्त हैं।
हालांकि, शीघ्रपतन कोई बीमारी नहीं होती है। लेकिन इसके कारण व्यक्ति की सेक्स लाइफ काफी प्रभावित हो सकती है। अगर आपको शीघ्रपतन की समस्या लंबे समय में एक या दो बार ही हुई है, तो घबराने की बात नहीं है। क्योंकि ऐसा आमतौर पर अन्य समस्याओं के कारण भी हो सकता है। लेकिन अगर आपको बार-बार शीघ्रपतन होता है, तो इसके लिए आपको डॉक्टर से परामर्श करने की जरूरत पड़ सकती है।
तो अगर आपको निम्न में से किसी भी तरह के लक्षण दिखाई दें, तो अपने डॉक्टर से जांच करेंः
- लिंग में दर्द, सूजन, या कोमलता
- एक असामान्य निर्वहन
- खुजलीदार दाने, छाले, छाले या छोटे लाल धब्बे
- आपके मूत्र या वीर्य में रक्त
अनऑर्गैज्मिया
अनऑर्गैज्मिया या ऑर्गैस्मिक डिसफंक्शन तब होता है, जब कोई व्यक्ति सेक्स के दौरान ऑर्गैज्म फील नहीं कर पाता है। अनऑर्गैज्मिया चार प्रकार का होता है, जिसमें निम्न शामिल हैं –
प्राइमरी अनऑर्गैज्मिया – इसका मतलब होता है की आपको कभी ऑर्गैज्म महसूस नहीं हो सकता और न ही पहले कभी हुआ है।
सेकेंडरी अनऑर्गैज्मिया – यानी कि आपको पहले ऑर्गैज्म महसूस हो चुका है, लेकिन अब आप महसूस नहीं कर पाते हैं।
सिचुएशनल अनऑर्गैज्मिया – इस स्थिति में आपको ऑर्गैज्म केवल कुछ प्रकार की स्थितियों में ही महसूस हो सकता है। जैसे कि हस्तमैथुन या विशेष प्रकार के सेक्शुअल एक्ट्स।
जनरल अनऑर्गैज्मिया – इससे ग्रस्त व्यक्ति उत्तेजित तो महसूस कर सकता है, लेकिन ऑर्गैज्म तक नहीं पहुंच पाता है।
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तो ये थीं पीनस से जुड़ी कुछ समस्याएं, जो होने पर आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। उम्मीद है हमारा ये लेख आपकी जानकारी बढ़ाने के काम आएगा और आपको इन सस्याओं से अवगत कराएगा। अगर आपके मन में इस समस्या से जुड़े अन्य कोई सवाल हैं, तो हमसे हमारे फेसबुक पेज पर जरूर पूछें। हम आपके सवालों को जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। साथ ही आपको ये लेख कैसा लगा हमें जरूर बताएं।