मुंह का कैंसर यानी मुंह का कैंस (Oral cancer) मुंह के टिशू में होने वाली परेशानी है। यह होठों से शुरू होकर मुंह के अंत के हिस्से जिसे टॉन्सिल (Tonsil) कहते हैं वहां तक होता है। मुंह का कैंसर होठों, जीभ, जबड़ा, मसूढ़े, मुंह के अंदुरुनी सतह, हार्ड और सॉफ्ट पैलेट, साइनस और गले में होता है। लेकिन, सबसे ज्यादा मुंह, जीभ और होठों में कैंसर खतरा ज्यादा होता है। शुरुआती दौर में कैंसर के लक्षण समझ नहीं आते हैं और यह गले और लिम्फ नोड तक फैलने के साथ-साथ सूजन हो जाता है। डेंटिस्ट इसकी जानकारी दे सकते हैं।
ओरल कैंसर (Oral cancer) की आशंका होने पर जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।
मुंह में होने वाली आम परेशानियों की तरह मुंह का कैंसर (Oral cancer) की भी शुरुआत होती है। इसलिए इसकी जानकारी नहीं मिल पाती है। निम्लिखित लक्षण होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
[mc4wp_form id=’183492″]
ऊपर बताये गए लक्षण होने पर या कोई और परेशानी होने पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
और पढ़ें : मुंह से जुड़ी 10 अजीबोगरीब बातें, जो शायद ही जानते होंगे आप
मुंह का कैंसर DNA में हुए म्यूटेशन (जेनेटिक म्यूटेशन) की वजह से सेल्स (कोशिका) में जरूरत से ज्यादा बढ़त हो जाती है। ऐसी स्थिति में बढ़े हुए सेल्स जिसे एब्नार्मल (कैंसरस) सेल्स कहते हैं। ये सेल्स एक जगह इक्कठा हो जाते है और कुछ समय बाद ट्यूमर (Tumor) का रूप ले लेते हैं।
और पढ़ें : घर पर कैसे करें कोलोरेक्टल या कोलन कैंसर का परीक्षण?
ओरल कैंसर (Oral cancer) निम्नलिखित कारणों से हो सकता है:
और पढ़ें : क्या ल्यूकोप्लाकिया (Leukoplakia) या मुंह में सफेद दाग हो सकता है ओरल कैंसर?
दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
एक्स-रे (X-Ray), सीटी स्कैन (CT Scan), एमआरआई (MRI), एंडोस्कॉपी (Endoscopy) या पीईटी स्कैन और बायोप्सी टेस्ट (Biopsy test)
मुंह का कैंसर (Oral cancer) की गंभीरता को समझते हुए इलाज की जाती है। ट्यूमर (Tumor) को हटाने के लिए सर्जरी की जाती है। लेकिन, अगर स्थिति गंभीर हो चुकी है तो एक साथ कई इलाज किये जा सकते हैं।
रेडिएशन थेरिपी (Radiation Therapy)
और पढ़ें : धूम्रपान (Smoking) ना कर दे दांतों को धुआं-धुआं
कैंसर (Cancer) से जुड़े एक्सपर्ट्स का मानना है कि कैंसर का इलाज कैंसर के पहले और दूसरे स्टेज में करने से इससे आसानी से लड़ा जा सकता है। हालांकि, यह ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि मुंह में हो रहे किसी भी तरह के बदलाव को ज्यादा समय तक नजरअंदाज करना ठीक नहीं होता है। मुंह का कैंसर से संंबंधित किसी भी तरह की दुविधा के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।