कैफीन केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के लिए उत्तेजक की तरह काम करती है। इसका सबसे प्रसिद्ध स्रोत कॉफी बीन है। इसके अलावा कैफीन कोको बीन्स, चाय और कोला जैसे पेय पदार्थ में भी पाया जाता है। आमतौर पर कैफीन युक्त ड्रिंक्स का उपयोग उनींदापन को रोकने और प्रदर्शन में सुधार करने के लिए किया जाता है। कॉफी का सेवन इसमें मौजूद कैफीन रक्तप्रवाह (ब्लडस्ट्रीम) में अवशोषित हो जाती है। लिवर द्वारा चयापचय होने के बाद, यह कई कंपाउंड्स में डिवाइड हो जाती है, जो विभिन्न अंगों को प्रभावित करते हैं। मुख्य रूप से कॉफी ब्रेन को प्रभावित करता है। कैफीन ब्रेन में एडेनोसाइन के प्रभाव को अवरुद्ध करता है जिससे शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है।
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चाय और कॉफी: कैफीन के दुष्परिणाम
जब भी दफ्तर में काम करके थकान महसूस होती है एक प्याली चाय या एक कप कॉफी आपको एनर्जेटिक महसूस कराने के लिए काफी होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं यह आपकी हेल्थ पर कितना बुरा असर डालती है। यदि आप अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में कैफीन इनटेक कम कर दें तो आप अपनी जिंदगी से स्ट्रेस को दूर कर सकते हैं। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि कैफीन हमे ऊर्जा प्रदान करता है, लेकिन साथ ही यह ऐसे हॉर्मोन को उत्तेजित करता है जिससे कई मेंटल प्रोब्लम्स और हृदय संबंधित परेशानी होने का खतरा रहता है। चाय और कॉफी का सेवन करने से कई लोगों में एंग्जायटी की परेशानी बढ़ जाती है।
- कैफीन का सेवन अनिद्रा का कारण बन सकता है। खासतौर पर यदि आप इसे सोने से पहले लेते हैं।
- कैफीन का सेवन करने से बेट वेटिंग (बिस्तर गीला करना) की समस्या हो सकती है।
- कैफीन हड्डियों के निर्माण की प्रक्रिया (ऑसिफिकेशन) में बाधा डालती है, जिसके कारण फ्रैक्चर हो सकता है।