कुकिंग फैट्स एंड ऑयल : हाय स्मोक कुकिंग ऑयल के टिप्स (High Smoke)
कुकिंग के दौरान स्मोक पॉइंट (Smoke point) का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। यह, वो तापमान होता है, जब ऑयल काफी तेज गर्म हो जाता है और ऑयल में मौजूद फ्री रेडिकल्स (Free radicals) नष्ट होने लगते हैं। हर ऑयल की कुकिंग कैपेसिटी (Cooking Capacity) विभिन्न होती है, सबको एक जैसे नहीं पकाया जा सकता है। इसलिए सभी ऑयल के स्मोक पॉइंट भी अलग-अलग होते हैं। कुछ ऑयल्स कुकिंग के लिए उच्च तापमान पर इस्तेमाल किए जा सकते हैं, जिनमें खासतौर पर रिफाइंड ऑयल्स शामिल हैं। इसका स्मोक पॉइंट इतना अधिक होता है कि इसे देर तक भी पकाया जा सकता है।
यदि आपको डीप फ्राइंग के लिए कुकिंग ऑयल चुनना चाहते हैं, तो उमें आप एवोकाडो ऑयल (Avocado oil), आमंड ऑयल, पाम ऑयल (Palm oil) और सनफ्लावर ऑयल (Sunflower oil) का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन सभी कुकिंग ऑयल्स का इस्तेमाल ग्रिलिंग (Grilling), बेकिंग (Baking), फ्राई (Fry) और अन्य कुकिंग के लिए भी किया जा सकता है। जिनमें कैनोला ऑयल (Canola oil), वर्जिन ऑयल (Virgin Oil) और पीनट ऑयल (Peanut Oil) भी शामिल हैं।
और पढ़ें: स्किन प्रॉब्लम्स से छुटकारे के लिए क्या आपने कभी यूज किया है फेस ऑयल?
कुकिंग फैट्स एंड ऑयल का चुनाव करते समय लोगों को इन सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए। कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल सीधे उनकी हेल्थ से जुड़ा हाेता है। इसके लिए भी जरूरी है कि आप सभी बातों का ध्यान रखें। अगर आप डायबिटीज पेशेंट हैं या हार्ट या कोई अन्य बीमारी के शिकार हैं, तो आप ऑयल का इस्तेमाल अपने डॉक्टर की सलाह पर ही करें।