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जायफल का सेवन कर दूर भगाएं दर्द (Pain relief)
जायफल (Jaiphal) को एक प्रभावी दर्द निवारक भी कहा जाता है। इसका इस्तेमाल पेट दर्द के इलाज के लिए किया जाता है। अगर आप जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, घावों और अन्य बीमारियों से जूझ रहे हैं, तो जायफल का प्रयोग करें। दर्द से राहत पाने के लिए प्रभावित भाग पर जायफल का तेल लगाने से फायदा हो सकता है। अगर आपको जोड़ों या फिर शरीर के अन्य भाग में अधिक दर्द हो रहा है तो बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से संपर्क करें।
पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाए जायफल का सेवन (Consumption of nutmeg provides relief from digestive problems)
अगर आप पाचन संबंधी समस्याओं जैसे दस्त, कब्ज की समस्या, सूजन और पेट फूलना आदि से पीड़ित हैं, तो जायफल का सेवन प्रभावी रूप से आपको राहत प्रदान कर सकता है। जायफल (Jaiphal) का तेल आंतों से अधिक गैस निकाल कर पेट दर्द से राहत देता है। जायफल के सेवन से भूख न लगने की समस्या से भी निजात पाई जा सकती है। कब्ज की समस्या से अधिकतर लोग परेशान रहते हैं और फिर प्रकार के उपाय भी अपनाते हैं। कब्ज की समस्या में स्टूल दो से तीन दिनों तक पास नहीं होता है और साथ ही पेट में दर्द की समस्या भी रहती है। कब्ज की परेशानी का कारण डिहाइड्रेशन यानी पानी की कमी भी हो सकता है। वहीं फाइबर युक्त खाने का सेवन न करने से भी कब्ज की परेशानी हो सकती है। ऐसे में स्टूल करने में दिक्कत होती है।
अगर आप कॉन्स्टिपेशन से राहत चाहते हैं तो बेहतर होगा कि पानी का सही तरह से सेवन करें और साथ ही फाइबर युक्त खानपान के साथ ही अच्छी लाइफस्टाइल अपनाएं। आप अपने खाने के साथ ही कुछ मात्रा में जायफल का सेवन भी कर सकते हैं जो कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में मदद करेगा। अगर कोई व्यक्ति कई दिनों से कब्ज की समस्या से परेशान है तो बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से परामर्श करें और समस्या का निदान करें। डॉक्टर सही खानपान के साथ ही कुछ दवाओं का सेवन करने की सलाह भी दे सकता है। आप साथ ही कुछ एक्सरसाइज और आसन को भी अपनी लाइफस्टाइल में शामिल करें। आप इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
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गठिया के लिए करें नटमग का सेवन
गठिया की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। गठिया होने के कई कारण भी होते हैं। गठिया होने पर प्रभावित जगह पर इसके तेल से मालिश करना चाहिए या जायफल का सेवन करना चाहिए। जायफल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गठिया के दर्द और सूजन से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।
एंटी – इंफ्लामेट्री प्रॉपर्टी से भरपूर है जायफल
क्रोनिक इंफ्लामेशन किसी हेल्थ कंडीशन से जुड़ी हुई हो सकती हैं। कुछ क्रोनिक इंफ्लामेशन जैसे कि कि हृदय रोग, मधुमेह यानी डायबिटीज और गठिया ( arthritis) आदि। जायफल में एंटी-इंफ्लामेट्री कंपाउड पाया जाता है जिसे मोनोटेरेप्स कहा जाता है। जायफल में सेबीनीन ( sabinene), टेरपिनोल (terpineol) और पीनिन ( pinene) शामिल हैं। नटमग ऑयल का उपयोग शरीर में सूजन की समस्या को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आप इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह ले सकते हैं।
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दांतों की सेहत के लिए करें नटमग का सेवन
दांतों में कैविटी की समस्या होने पर इससे उनका उपचार किया जा सकता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो मुंह के स्वास्थ्य और दांतों की सड़न की समस्या को दूर कर सकते हैं।
हार्ट संबंधि समस्याओं से राहत के लिए जायफल
नटमग का सेवन हार्ट संबंधि समस्याओं से भी राहत दिलाने का काम कर सकता है। एनिमल स्टडी में ये बात सामने आई है कि नटमग सप्लीमेंट लेने से हार्ट रिस्क फैक्टर जैसे कि हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ट्राईग्लीसराइड लेवल आदि का खतरा कम हो जाता है। वहीं कुछ स्टडी में ये बात भी सामने आई है कि नटमग मूड को बूस्ट करने का काम भी करता है। जिन लोगों के हाई ब्लड शुगर लेवल होता है, वो लोग भी जायफल का सेवन कर सकते हैं। जायफल का सेवन ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है। वहीं जायफल के सेवन से गैस की समस्या से भी राहत मिलती है।