ग्रीन कॉफी के साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।
इसका सेवन वयस्कों के लिए लाभदायक हो सकता है लेकिन, कुछ शारीरिक परेशानी भी हो सकती है। जैसे-
अगर ज्यादा समय से ग्रीन कॉफी का सेवन करते हैं तो ऐसा न करें क्योंकि इससे होमोसिस्टिनेमिया (Homocysteine) का खतरा बढ़ सकता है। वैसे इसके सेवन से पहले कुछ बातों का अवश्य ध्यान रखें।
स्तनपान- अगर आप
ब्रेस्ट फीडिंग करवाती हैं, तो भी ग्रीन कॉफी के सेवन से बचें।
ब्लीडिंग डिसऑर्डर- अगर कोई व्यक्ति
ब्लीडिंग डिसऑर्डर की समस्या से पीड़ित हैं, तो इसके सेवन से ब्लीडिंग डिसऑर्डर की समस्या और ज्यादा बिगड़ सकती है।
डायरिया- ग्रीन कॉफी में कैफीन मौजूद होता है। कैफीन का सेवन
डायरिया जैसी बीमारी में ज्यादा सेवन किया गया तो स्थिति बिगड़ सकती है। यही नहीं अगर
इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) की समस्या है तो ऐसी स्थिति में ग्रीन कॉफी के सेवन से बचना चाहिए।
ग्लूकोमा- ग्रीन कॉफी में मौजूद कैफीन की ज्यादा मात्रा आंखों पर दवाब बढ़ा सकता है। इसलिए
ग्लूकोमा के पेशेंट को इसके सेवन से पहले हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह लेनी चाहिए।
हाई ब्लड प्रेशर- जरूरत से ज्यादा कैफीन की मात्रा ब्लड प्रेशर को बढ़ाने में सहायक हो सकता है। जो व्यक्ति इसका संतुलित सेवन करते हैं वो परेशानी से बच सकते हैं।
ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis)- ग्रीन कॉफी में मौजूद कैफीन शरीर में मौजूद कैलशियम को यूरिन के माध्यम से बाहर निकाल देते हैं। ऐसी स्थिति में हड्डियां और कमजोर हो सकती हैं। इसलिए
ऑस्टियोपोरोसिस के पेशेंट को एक दिने में 2 कप से ज्यादा ग्रीन कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए।
इन बातों का भी ख्याल रखें। जैसे-
एल्कोहॉल- अगर आप एल्कोहॉल का सेवन कर रहें हैं तो ग्रीन कॉफी का सेवन न करें। इससे शरीर में कैफीन की मात्रा अत्यधिक बढ़ जाएगी और ब्लडस्ट्रीम में मिलने के कारण सिरदर्द और हार्ट रेट को बढ़ा सकता है।
डिप्रेशन की दवा
मेडिकेशन फॉर डिप्रेशन (MAOIs) जैसी दवाओं का अगर सेवन करते हैं तो ग्रीन कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए। कई सारी डिप्रेशन की के कारण नर्वसनेस की समस्या हो सकती है और ग्रीन कॉफी नर्वसनेस को और ज्यादा बढ़ा सकता है।
बर्थ कंट्रोल पिल्स
ग्रीन कॉफी और गर्भनिरोधक दवाओं का सेवन एक साथ नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से सिरदर्द और तनाव बढ़ सकता है।
ग्रीन कॉफी का सेवन कितना करना चाहिए?
ग्रीन कॉफी का सेवन उम्र और शारीरिक स्थिति को समझकर करना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार ग्रीन कॉफी या कोई भी अन्य हर्बल टी का सेवन 24 घंटे में 2 या 3 बार से ज्यादा नहीं करना चाहिए।
अगर आप ग्रीन कॉफी से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।