स्लाइन नेजल स्प्रे (Saline nasal sprays)- नाक की नली के ड्राय होने या नाक में गाढ़ा बलगम जमा होने जैसी समस्या से राहत दिलाने के लिए इस स्प्रे का इस्तेमाल किया जाता है।
एलर्जी के निदान के बाद व्यक्ति को मेडिकल अटेंशन की जरूरत होती है, लेकिन ओवर द काउंटर दवाओं से यदि उन्हें राहत नहीं मिलती है तो डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर स्थिति का मुयाअना करके लक्षणों को कम करने के लिए उपचार प्लान बनाएगा।
इन्यूनोथेरेपी (Immunotherapy)
लॉन्ग टर्म ट्रीटमेंट (long-term treatment ) है तो एलर्जिक रिएक्शन (allergic reactions) की गंभीरता को कम करने या इससे बचाने में मददगार है। ग्रास एलर्जी के लिए यह दो तरह की होती है-
एलर्जी शॉट (Allergy shots)- इसमें व्यक्ति को एलर्जी का इंजेक्शन दिया जाता है जिसकी डोज समय के साथ बढ़ाई जाती है। यह इंजेक्शन ट्रेन्ड मेडिकल प्रोफेशनल्स की निगरानी में ही लगाया जाता है।
एलर्जी टैबलेट (Allergy tablets)- इसमें व्यक्ति को टैबलेट दिया जाता है। एलर्जेन युक्त टैबलेट को जीभ के नीचे रखने के लिए दिया जाता है और फिर निगलने के लिए। व्यक्ति घर पर भी इसे ले सकता है।
इन्यूनोथेरेपी एलर्जी लिए कितनी फायदेमंद होगा इस बारे में डॉक्टर सलाह देते हैं। एलर्जी होने पर व्यक्ति को मेडिकल अटेंशन की जरूरत होती है। निम्न लक्षण एनाफ्लेक्सिस (anaphylaxis) के हैं, जो एक मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति है-
- गले और मुंह में सूजन (swelling of the throat and mouth)
- सांस लेने में परेशानी (difficulty breathing)
- चक्कर आना (lightheadedness)
- उलझन (confusion)
- त्वचा या होठों का नीला होना (blue skin or lips)
- गिरना और होश खो देना (collapsing and losing consciousness)
ऐसा कोई भी लक्षण दिखने के बाद तुरंत अस्पताल जाने की जरूरत है।
ग्रास एलर्जी से बचाव के तरीके (Preventing grass allergy)