ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम को लेकर लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल होते हैं। हम अक्सर सोचते हैं कि फलां व्यक्ति की तो किसी भी तरह की गलत आदतों में लिप्त नहीं था, फिर भी उसे कैंसर हो गया। कई बार मन में ये भी सवाल आता है कि मेरे परिवार में किसी को कैंसर हो गया, तो क्या मेरे लिए भी इस बीमारी का रिस्क फैक्टर बढ़ जाएगा। ये सभी सवाल मन में उठना जायज है। अगर आपके परिवार में भी कोई कैंसर पेशेंट है तो इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम (Breast cancer risk) के बारे में।
ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम: अगर करीबी को है कैंसर
जिन महिलाओं के करीबी रिश्तेदारों को स्तन कैंसर हुआ, उस महिला में भी कैंसर विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है। अगर आपकी बहन, मां को ये बीमारी है, तो आपके लिए भी खतरा दोगुना हो जाता है। अगर आपके भाई या फिर पिता को कैंसर हुआ है तो आपके लिए भी जोखिम बढ़ जाता है। जोखिम कितने प्रतिशत तक बढ़ता है, इस बारे में शोधकर्ताओं ने जानकारी नहीं दी है।
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आसामान्य जीन से जुड़ा है मामला
परिवार का इतिहास स्तन कैंसर के उच्च जोखिम(परिवार में ज्यादातर को कैंसर हो चुका हो) से जुड़ा है तो आपको कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके लिए बीआरसीए 1 (BRCA 1) और बीआरसीए 2 (BRCA 2) जीन जिम्मेदार होता है। अन्य मामलों में ब्रेस्ट कैंसर के लिए एबनॉर्मल जीन CHEK2 जीन की भूमिका रहती है।
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इस तरह से कम कर सकती हैं ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम (Breast cancer risk)
अगर आपके परिवार में कैंसर का इतिहास रहा है तो यकीनन आपको भी इस बीमारी का खतरा हो सकता है। बीमारी के जोखिम से बचने के लिए जीवनशैली में कुछ बदलाव कर बीमारी के खतरे को कम किया जा सकता है।
हार्मोन थेरिपी मेडिसिन – हार्मोनल थेरिपी मेडिसिन की सहायता से ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम (Breast cancer risk) को कम किया जा सकता है। ये हार्मोन-रिसेप्टर पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर को कम करती है।
- हार्मोनल थेरिपी दवाएं,
- सिलेक्टिव एस्ट्रोजन रिसेप्टर मोडुलेटर( SERMs)
- टेमोक्सिफेन( Tamoxifen)
- अविस्टा ( Evista)
- अरिमडेक्स Arimidex
स्क्रीनिंग का ले सहारा
अगर परिवार का मजबूत कैंसर इतिहास रहा है तो आपको फ्रीक्वेंट स्क्रीनिंग की जरूरत है। डॉक्टर आपको इसके बारे में जानकारी देगा।
- मंथली ब्रेस्ट सेल्फ-एग्जाम
- नर्स द्वारा साल में एक बार ब्रेस्ट एग्जाम
- 40 साल की उम्र में हर साल मोमोग्राम करवाना
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पर्सनल स्क्रीनिंग प्लान
इस प्लान में कुछ टेस्ट किए जाते है जो कैंसर होने की संभावना के बारे में बताता है ।
अगर आपको बीमारी का खतरा अधिक है तो परीक्षण बार-बार भी हो सकते है। स्क्रीनिंग टेस्ट के 6 महीने बाद एमआरआई टेस्ट हो सकता है। टेस्ट से पहले और बाद में डॉक्टर स्तन की जांच करेगा। 40 साल की उम्र के पहले आप इन परीक्षणों को करवा सकते है।
प्रोफाइलेक्टिक सर्जरी
कैंसर के खतरे को पूरी तरह से खत्म करने के लिए इस सर्जरी को आपनाया जाता है। प्रोफाइलेक्टिक (Prophylactic) स्तन सर्जरी से स्तन कैंसर का जोखिम 97 % तक कम हो जाता है। इसमे ब्रेस्ट की लगभग सभी सेल्स को हटा दिया जाता है।
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ब्रेस्ट कैंसर के खतरे से बचने के लिए क्या करें?
जीवनशैली में बदलाव कर ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। इनमें शामिल हैं:
वजन संतुलित रखें
जरूरत से ज्यादा बढ़ता वजन स्तन कैंसर के साथ-साथ अन्य बीमारियों को दस्तक देने के लिए काफी है। इसलिए वजन संतुलित बनाए रखें (वजन कम करने में योग है सहायक)।
शारीरिक गतिविधियों में शामिल हों
रिसर्च के अनुसार जो महिलाओं को शारीरिक गतिविधियों में शामिल होती हैं, उनमें ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना 30 प्रतिशत तक कम होती है। इसलिए शारीरिक गतिविधियों को नियमित अपने दिनचर्या में शामिल करें।
हरी सब्जी और फलों का सेवन करें
पौष्टिक आहार स्तन कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है। रोजाना फल और हरी सब्जियों का सेवन करें।
एल्कोहॉल का सेवन न करें
एल्कोहॉल के सेवन से ब्रेस्ट कैंसर समेत अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए एल्कोहॉल का सेवन न करें। रिसर्च के अनुसार एल्कोहॉल की वजह से महिला और पुरुष दोनों में इनफर्टिलिटी का कारण भी बन सकता है।
स्मोकिंग नहीं करें
स्मोकिंग नहीं करना चाहिए ये हम सभी जानते हैं। स्मोकिंग से हृदय रोग, स्ट्रोक, स्तन कैंसर समेत अन्य कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। यही नहीं स्मोकिंग के कारण मुंह से स्मेल, दांतों का खराब होना और चेहरे पर झुर्रियां भी आ जाती हैं। इसलिए ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम (Breast cancer risk) से बचने के लिए स्मोकिंग या तंबाकू का सेवन न करें।
रेडिएशन और प्रदूषण से बचें
एक्स-रे, माइक्रोवेव और गेजेट्स से होने वाले रेडिएशन से बचना चाहिए। इससे भी ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम (Breast cancer risk) बढ़ सकते हैं। वहीं प्रदूषण से भी बचना चाहिए। इसलिए घर से बाहर निकलने के दौरान हमेशा मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए।
स्तनपान करवाएं
स्तनपान से सिर्फ नवजात को पौष्टिक आहार ही नहीं मिलता है बल्कि एक साल या इससे अधिक स्तनपान करवाने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम हो सकते हैं।
जंक फूड का सेवन नहीं करें
बदलती लाइफस्टाइल में लोग जंक फूड खाने के शौकीन होते जा रहें हैं। जंक फूड के साथ-साथ फ्रोजन फूड आइटम और पैक्ड जूस का भी सेवन नहीं करना चाहिए। इससे ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम (Breast cancer risk) बढ़ सकते हैं।
गर्भनिरोधक दवाइयों का सेवन नहीं करें
35 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम (Breast cancer risk) बढ़ सकते हैं। हालांकि, स्वास्थ्य से जुड़े जानकार मानते हैं की इससे ओवरी के कैंसर की संभावना कम हो सकती है। लेकिन, बेहतर होगा की गर्भनिरोधक दवाइयों का सेवन नहीं करें।
महिला का गर्भवती नहीं होना
वैसी महिलाएं जिनके बच्चे नहीं हुए हैं या 30 साल की उम्र के बाद उनका पहला बच्चा हुआ हो उनमें ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम (Breast cancer risk) बढ़ सकते हैं। गर्भावस्था ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करती है।
तो आपने जाना कि किस तरह फैमिली हिस्ट्री में किसी को ब्रेस्ट कैंसर होना खतरे का कारण बन सकता है, लेकिन इस बात को लेकर आप बिलकुल परेशान न हों। आप ऊपर बताई गई बातों को ध्यान में रखते हुए ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम (Breast cancer risk) से बच सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। इस बीमारी से बचने के लिए सर्तकता बहुत जरूरी है। ब्रेस्ट में बदलाव नजर आते ही डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट की सलाह लें।