देश में कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या तेजी से बढ़ती ही जा रही है और मरने वालों की लिस्ट भी बढ़ रही है। इस महामारी (Pandemic Coronavirus) के साथ इसके खत्म होने और बचाव के लिए उम्मीद भरे रास्तों के बारे में भी जानकारी बढ़ना शुरू है। लोगों के मन में कई तरह की संभावनाएं जाग रही हैं, जैसे- क्या भारत में गर्मी आने व तापमान बढ़ने से यह खतरनाक वायरस रुक जाएगा? इसी के साथ एक और भी प्रश्न उठ रहा है कि, क्या स्वच्छ भारत अभियान और कोरोना वायरस के बीच कोई कनेक्शन है? क्या अभियान लोगों को कोरोना वायरस से बचा सकता है? क्योंकि, स्वच्छ भारत अभियान में साफ-सफाई के बारे में ध्यान देने के लिए और जागरुकता फैलाने के लिए लक्ष्य रखा गया था और कोरोना वायरस से बचने के लिए भी साफ-सफाई का ध्यान रखना पड़ता है, तो क्या इन दोनों में कोई संबंध हो सकता है?
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स्वच्छ भारत अभियान और कोरोना वायरस (Swachh Bharat Abhiyan and Coronavirus 2020)?
2 अक्टूबर, 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान में देश में साफ-सफाई के प्रति लोगों के बीच जागरुकता फैलाने का लक्ष्य था। इसके साथ ही, गंदगी फैलाने से रोकने के साथ पहले से मौजूद गंदगी को साफ करने लिए भी प्रेरित करना था। ताकि, भारत में धरती, हवा और पानी को साफ करके लोगों का स्वास्थ्य और देश की आबोहवा सुधारी जा सके। क्योंकि, गंदगी होने से लोगों की कई तरह की बीमारियों का शिकार होना पड़ सकता है। इसी वजह से, स्वच्छ भारत अभियान को कोरोना वायरस बीमारी से बचाव के लिए जोड़ा जा रहा है।
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स्वच्छ भारत अभियान और कोरोना वायरस : सफाई से निश्चित ही होगा बचाव
क्या स्वच्छ भारत अभियान और कोरोना वायरस के बीच कनेक्शन है? क्या इस अभियान से कोरोना से बचाव किया जा सकता है? इस प्रश्न का जवाब जानने के लिए आपको इस महामारी के कारण और फैलने के तरीके के बारे में सोचना चाहिए। देखिए, स्वच्छ भारत अभियान में जमीन, हवा और पानी की साफ-सफाई के बारे में ज्यादा ध्यान दिया गया था। क्योंकि, गंदगी से कई तरह के मच्छर जनित बीमारियां और संक्रमण हो सकते हैं, जैसे- डायरिया, कोलेरा, डेंगू आदि। लेकिन, कोरोना वायरस एक वायरस है, जो कि संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से बच सकता है। इस वायरस की वजह से व्यक्ति को रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट की समस्याएं होती हैं, जैसे- खांसी, सांस फूलना, बुखार आदि। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने के दौरान उसके मुंह या नाक से निकलने वाली ड्रॉप्लेट से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचती है। यह ड्रॉप्लेट व्यक्ति के हाथ, मुंह, शरीर, कपड़ों, घर में मौजूद चीजों, हैंडल, सड़क, सतह किसी भी जगह को संक्रमित कर सकती हैं और वहां से दूसरे व्यक्ति व अन्य कई व्यक्तियों तक फैल सकती है।
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स्वच्छ भारत अभियान और कोरोना वायरस : सफाई कैसी होनी चाहिए
कोरोना संक्रमण के दौरान सफाई का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। साफ-सफाई दो तरह की होती है, पहली सिर्फ क्लिनिंग यानी सफाई और दूसरी डिसइंफेक्टिंग यानि शुद्धिकरण या निस्संक्रमण। स्वच्छ भारत अभियान में की जाने वाली सफाई सिर्फ क्लिीनिंग है, जबकि कोरोना वायरस जैसे संक्रमण को रोकने के लिए आपको डिसइंफेक्टिंग की जरूरत होती है, ताकि सतह या किसी भी चीज से वायरस को पूरी तरह हटाया जा सके। क्लिीनिंग में सतह से सिर्फ कीटाणुओं, गंदगी और धूल को हटाया जा सकता है। लेकिन हटाने से कीटाणु मरते नहीं है, बल्कि एक जगह से दूसरी जगह चले जाते हैं और पहले वाली जगह उनकी संख्या कम हो जाती है। जबकि, डिसइंफेक्टिंग में सतह को साफ करने के बाद कीटाणुओं को मारने वाली दवाओं या कैमिकल का इस्तेमाल किया जाता है।
स्वच्छ भारत अभियान और कोरोना वायरस :
अगर, हम स्वच्छ भारत अभियान और कोरोना वायरस के संबंध की बात करें, तो हां कुछ हद तक साफ-सफाई से इस वायरस को रोका जा सकता है, लेकिन वह साफ-सफाई सिर्फ मामूली सफाई न होकर डिसइंफेक्टिंग होनी चाहिए। लेकिन दूसरी तरफ हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि, गंदगी साफ करने से इसका बचाव नहीं किया जा सकता। इसके लिए कई और एहतियात बरतना जरूरी हैं।
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स्वच्छ भारत अभियान और कोरोना वायरस : बचाव के लिए सफाई और डिसइंफेक्टिंग कैसे करें?
टेबल, चेयर, दरवाजों के हैंडल, लाइट स्वीच, रिमोट कंट्रोल, टॉयलेट, सिंक, वॉश बेसिन आदि जैसी जगहें, जिन्हें बार-बार और अनेक व्यक्तियों के द्वारा छुआ जाता है। वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं, इसलिए रोजाना इन्हें क्लिनिंग और डिसइंफेक्टिंग करें। इसके लिए मान्यता प्राप्त और सुरक्षित डिसइंफेक्टेंट का ही प्रयोग करें, ताकि किसी और तरह का दुष्प्रभाव या खतरा न हो सके।
- चीजों या सतहों को डिसइंफेक्टिंग करने से पहले पानी और साबुन से अच्छी तरह धोएं।
- साफ-सफाई और डिसइंफेक्टिंग करते हुए हाथों में दस्ताने और मुंह पर मास्क जरूर पहनें और उन्हें उतारते हुए भी पूरी सावधानी से उतारकर बंद डस्टबिन में ही फेंके।
- दस्ताने और मास्क उतारने के बाद जल्दी से जल्दी हाथों को धोयें, ताकि किसी भी तरह का खतरा न हो और हाथ धोने से पहले अपने कपड़ों या मुंह या शरीर की किसी भी जगह न लगाएं।
स्वच्छ भारत अभियान और कोरोना वायरस- भारत सरकार की सलाह
स्वच्छ भारत अभियान से ज्यादा व्यक्तिगत बचाव कोरोना वायरस से बचने में मदद करेगा। भारत सरकार ने लोगों के लिए कुछ सलाह दी है। इन एहतियात रूपी सलाह को फॉलो करने के बाद आप कोरोना वायरस संक्रमण से काफी हद तक बच सकते हैं।
- सबसे पहले हाइजीन मेंटन करके रखें। हाथों की साफ सफाई का खास ख्याल रखें।
- बेवजह लोगों से मिलना एवॉइड करें।
- अपने चेहरे को टच करने से बचें।
- जब भी छींक या खांसी आए तो अपने मुंह और नाक को किसी टिश्यू पेपर से ढकें। आपके पास कुछ नहीं है तो कोहनी को मोड़कर ढकें।
- अगर आपको कोरोना के लक्षण जैसे बुखार, खांसी या सांस लेने में दिक्कत हो रही है, तो जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर से मिलें।
- भारत सरकार का कहना है कि अगर आप मास्क लगा रहे हैं तो उससे पहले अपने हाथों को एल्कोहॉल बेस्ड हैंड रब या फिर साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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